नौजवानों को रोजगार दिलाकर नक्‍सलवाद की तरफ बढ़ते कदमों को रोकेगी ITBP
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नौजवानों को रोजगार दिलाकर नक्‍सलवाद की तरफ बढ़ते कदमों को रोकेगी ITBP

ITBP की पहल से 125 बेरोजगार नौजवानों को CIPET के माध्‍यम से रोजगार मिला है. सभी नौजवान राजनंद गांव के अति नक्सल प्रभावित दुर्गम क्षेत्रों से हैं.

बेरोजगारी और गरीबी के चलते नक्‍सलवाद की तरफ नौजवानों के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए ITBP ने शुरू नया प्रशिक्षण कार्यक्रम

नई दिल्‍ली : छत्‍तीसगढ़ के दूरदराज इलाकों में देखा गया है कि गरीबी से जूझ रहे युवा अक्‍सर नक्‍सलवाद की तरफ अपना रुख कर लेते हैं. ऐसे युवाओं को नक्‍सलवाद से बचाने के लिए इंडो-तिब्‍बतन बार्डर पुलिस (आईटीबीपी) फोर्स ने छत्‍तीसगढ़ में CIPET रायपुर की मदद से एक अभियान की शुरूआत की है. अभियान के तहत आईटीबीपी के अधिकारी एवं जवान दूरदराज गांवों के युवक-युवतियों से संपर्क कर रहे हैं. उन्‍हें CIPET के तहत उपलब्‍ध प्रशिक्षण कार्यक्रम और रोजगार के अवसरों से वाकिफ कराया जा रहा हैं. आईटीबीपी द्वारा 2017 में शुरू किए गए इस अभियान के सुखद परिणाम भी नजर आना शुरू हो गए हैं. आईटीबीपी के अनुसार इस अभियान के जरिए 2017 में कुल 284 नामांकन कराए गए. नामांकन कराने वालों में 188 युवा और 96 यु‍वतियां शामिल थे.

  1. नक्‍सलवाद से बचाने के लिए नौजवानों को व्‍यावसायिक प्रशिक्षण
  2. प्रशिक्षण लेने वाले नौजवानों को 100 फीसदी रोजगार की गारंटी
  3. एक साल में 125 नौजवानों को प्रशिक्षण के बाद दिलाया गया रोजगार

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एक साल में 125 को मिला रोजगार
आईटीबीपी के प्रवक्‍ता विवेक पांडेय के अनुसार भोपाल स्थित केंद्रीय सीमांत मुख्यालय के महानिरीक्षक पी.एस.पापटा, बैंगलूरू क्षेत्रीय मुख्‍यालय के महानिरीक्षक देवेंद्र सिंह, उप महानिरीक्षक अशोक कुमार नेगी, कमांडेंट नरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में इस अभियान की शुरूआत की गई. अभियान के तहत राजनंद गांव के अति नक्सल प्रभावित दुर्गम क्षेत्रों के शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों की जीवन शैली एवं मनोदशा में सुधार लाने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास के अंतर्गत सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनिरिंग एण्ड टेक्‍नोलॉजी (CIPET) से अनुबंध किया गया. अनुबंध के तहत CIPET द्वारा चलाये जाने वाले विभिन्न व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में 284 युवक-युवतियों का नामांकन कराया गया. जिसमें से 125 युवक-युवतियों ने सफलतापूर्वक पाठ्यक्रम को उत्‍तीर्ण किया. उत्‍तीर्ण करने वालों में 103 युवक और 22 युवतियां शामिल हैं. पाठ्यक्रम उत्‍तीर्ण करने वाले सभी युवक-युवतियों को पुणे, बैंगलूरू, नासिक, रायपुर, कोयम्बटूर और भिलाई की प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी थी दिलाई गई है. जिसमें इनका वेतन 10,000 से 12,000 रूपये के बीच होगा.

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राजनंद गांव केे अति नक्‍सल प्रभावित इलाकों की युवक-युवतियां, जिन्‍हें आईटीबीपी के प्रयासों से रोजगार मिल सका.

रोजगार से नक्‍सलवाद खत्‍म करने की तैयारी
आईटीबीपी के प्रवक्‍ता विवेक पांडेय के अनुसार इस अभियान को सफल बनाने के लिए बल के अधिकारियों ने दूरस्थ इलाकों तक पहुंचकर स्थानीय नौजवानों से सम्पर्क किया. शिक्षित बेरोजगार युवा युवतियों को CIPET Raipur में चलाये जाने वाले विभिन्न व्यवसायिक पाठ्यक्रमों की जानकारी दी गई. बातचीत के दौरान में नामांकन CIPET में नामांकन करवाने वालों को 100फीसदी रोजगार दिलाने का वादा भी किया गया. इस प्रकार आईटीबीपी की पहल एवं प्रयासो से जिला राजनांदगांव छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद प्रभावित दुर्गम क्षेत्रो मे नक्सलियों के विरूद्व लडाई के साथ-साथ स्थानीय जनता के साथ सम्पर्क एवं समन्वय स्थापित किया गया. जिससे जनता में सुरक्षा की भावना एवं बल के प्रति विश्वास बढ़ा. जनता की विचारधारा में परिवर्तन लाते हुए किशोरों को नक्सलवाद से बचाकर समाज की मुख्यधारा में शामिल कर लिया हैं।

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