कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य की गड़बड़ाती आर्थिक स्थिति को लेकर सरकार पर हमला बोला है.
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नई दिल्ली/भोपाल: कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य की गड़बड़ाती आर्थिक स्थिति को लेकर सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति भयावह दौर से गुजर रही है. प्रदेश बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है, और ऐसा ही चलता रहा तो ओवर ड्राट की स्थिति बन सकती है. कमलनाथ ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि उन्होंने पूर्व में भी प्रदेश की आर्थिक स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को श्वेत पत्र जारी करने की मांग करते हुए पत्र लिखा था, लेकिन उसका जबाव नहीं मिला. आज प्रदेश का हर नागरिक वित्तीय स्थिति को लेकर भयभीत है. कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चुनावी वर्ष में चुनाव जीतने के लिए नित नई घोषणाएं कर रहे हैं और नित नई योजनाएं ला रहे हैं. शिवराज सिंह की पुरानी हजारों घोषणाएं आज तक पूरी होने के इंतजार में हैं, ऐसे में नई घोषणाएं कैसे और कब पूरी होंगी. इसके लिए राशि कहां से आएगी. ये सवाल प्रदेश के हर नागरिक के मन में उठ रहे हैं.
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का वित्त विभाग भी वित्तीय स्थिति को लेकर सरकार को निरंतर चेता रहा है. प्रदेश पर आज करीब पौने दो लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. इस वित्त वर्ष में तीन बार सरकार बाजार से कर्ज ले चुकी है. सरकार हाल ही में 11 हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट लेकर आई है. वित्तीय स्थिति का हाल यह है कि प्रदेश के सवा चार लाख कर्मचारियों में से अधिकांश के खाते में अबतक सातवें वेतनमान के बकाए की पहली किश्त तक नहीं आई है. यह किश्त 31 मई तक आनी थी. कमलनाथ ने आगे कहा कि प्रदेश में बढ़ते कर्ज को देखते हुए सरकार को नए कर्ज लेने पर अविलंब रोक लगानी चाहिए. स्थिति दिन-प्रतिदिन भयावह होती जा रही है. 31 मार्च, 2003 तक प्रदेश पर केवल 20,147 करोड़ रुपये का कर्ज था, जो अब बढ़कर 175000 करोड़ रुपये के करीब हो गया है.