MP: शहीदों के नाम पर होंगे गांव के सरकारी स्कूलों के नाम
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MP: शहीदों के नाम पर होंगे गांव के सरकारी स्कूलों के नाम

शहीदों के सम्मान के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है.

प्रदेश में अब सरकारी स्कूल का नामकरण उस गांव के शहीद सैनिक के नाम पर किया जाएगा.(फाइल फोटो)

नई दिल्ली/भोपाल: शहीदों के सम्मान के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश में अब सरकारी स्कूल का नामकरण उस गांव के शहीद सैनिक के नाम पर किया जाएगा. स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने गुरुवार को घोषणा करते हुए इसे लागू करने के आदेश जारी कर दिए. मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को यह पता होना चाहिए कि हमारे सैनिक सीमा पर कितनी कठिन परिस्थितियों में देश की रक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सैनिकों की बदौलत ही हम सुरक्षित और आसान जिंदगी जी रहे हैं. आपको बता दें कि हाल ही में स्‍कूलों में अटेंडेंस के दौरान छात्र-छात्राओं को यस सर या यस मैडम की जगह जय हिंद बोलने का आदेश भी राज्य सरकार ने लागू किया है. ये आदेश नए शैक्षणिक सत्र से लागू कर दिया जाएगा.

  1. सरकारी स्कूल का नामकरण होगा उस गांव के शहीद सैनिक के नाम

    सैनिक की जीवनी को भी उस स्कूल में किया जाएगा दर्ज 

    रक्षामंत्री से मिलकर सैनिकों को दिलाऊंगा छुट्टी- मंत्री विजय शाह

सैनिकों के प्रति बढ़ेगा सम्मान- विजय शाह
खंडवा में एक कार्यक्रम में कुंवर विजय शाह ने कहा कि इस व्यवस्था से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में राष्ट्रीय भावना जागृत होगी. बच्चों में देश के सैनिकों के प्रति सम्मान बढ़ेगा. साथ ही देश की रक्षा के लिए होनहार और वीर बच्चे भी मिलेंगे. मंत्री विजय शाह ने कहा कि अब भविष्य में सेना का कोई भी जवान या अधिकारी शहीद होता है, तो उस गांव के स्कूल का नामकरण उस शहीद सैनिक के नाम पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस सैनिक की जीवनी भी उस स्कूल में दर्ज होगी. उन्होंने यह भी कहा की वह दिल्ली जाकर रक्षा मंत्री से मिलेंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन सैनिकों को छुट्टी दी जाए. वह सैनिक 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन अपने गांव के स्कूल में जाकर झंडारोहण करें और बच्चों को सेना और देश की रक्षा के बारे में वीरता की बातें बताएं.

बच्चों में आएगी देशभक्ति की भावना
सैनिक कल्याण अधिकारी उदय सिंह ने सरकार के इस फैसले पर कहा कि ये एक अच्छा कदम है. बच्चों को सैनिकों के जीवन और राष्ट्रप्रेम के बारे में पता चलेगा. उन्होंने कहा कि इस फैसले से बच्चे भी देश की सेवा और रक्षा के लिए भविष्य में अच्छे कदम उठाएंगे. गौरतलब है कि हाल ही में राज्य सरकार ने प्रदेश के स्कूलों में छात्र-छात्राओं में देश भक्ति की भावना जगाने के लिए स्कूलों में उपस्थिति के दौरान 'जय हिन्द' बोलने का फैसला लिया है. पिछले साल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने 12 सितंबर 2017 में सतना जिले के एक स्कूल ने कहा था कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को हाजिरी में अब जय हिंद बोलना होगा.

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