व्यापमं घोटाला: कांग्रेस ने कहा- ‘45 मौतों’ पर शिवराज जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते
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व्यापमं घोटाला: कांग्रेस ने कहा- ‘45 मौतों’ पर शिवराज जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते

व्यापमं घोटाले को लेकर अपने हमले तेज करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले से जुड़ी ‘45 मौतों’ को लेकर अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ‘नैतिक जिम्मेदारी’ लेनी चाहिए।

व्यापमं घोटाला: कांग्रेस ने कहा- ‘45 मौतों’ पर शिवराज जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते

नई दिल्ली : व्यापमं घोटाले को लेकर अपने हमले तेज करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले से जुड़ी ‘45 मौतों’ को लेकर अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ‘नैतिक जिम्मेदारी’ लेनी चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने यहां कहा, ‘मुख्यमंत्री को नहीं बख्शा जा सकता। उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’ उनकी यह टिप्पणी उस वक्त आई है जब व्यापमं घोटाले की जांच से संबंधित मध्य प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज के डीन दिल्ली स्थित एक होटल में कल मृत पाए गए।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर ‘भगोड़े’ ललित मोदी की मदद करने का आरोप लगाते हुए चाको ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी प्रहार किया। उन्होंने कहा, ‘देश में जो हो रहा है उस पर प्रधानमंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए और इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’ कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राजग सरकार ने एक साल पहले लोगों से भ्रष्टाचार मुक्त और साफ-सुथरी सरकार का वादा किया था।

उन्होंने कहा, ‘अब वही सरकार और उसका नेतृत्व कर रही पार्टी पूरी तरह से घोटालों और भ्रष्टाचार के साये में हैं।’ चाको ने कहा कि प्रधानमंत्री भारत के लिए और यहां की समस्याओं को देखने के लिए बहुत कम समय निकाल पाते हैं, परंतु आज जो गंभीर हालात पैदा हुए हैं उसको देखते हुए उनको जिम्मेदारी लेनी चाहिए। व्यापमं घोटाले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि चौहान के निकट और परिवार के लोगों पर गंभीर आरोप लगे हैं।

चाको ने कहा, ‘मुख्यमंत्री अगर सोचते हैं कि वह साफ-सुथरे हैं तो उनको इस मामले की सीबीआई जांच के लिए कहना चाहिए।’ व्यापमं को ‘भारत का सबसे अशुभ घोटाला’ करार देते हुए कांग्रेस ने दावा किया कि एसआईटी-एसटीएफ की संयुक्त जांच भी निष्प्रभावी साबित हुई है। कांग्रेस इस मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग कर रही है।

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