मप्रः चाय वाले की बेटी अब आकाश में भरेगी उड़ान
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मप्रः चाय वाले की बेटी अब आकाश में भरेगी उड़ान

नई दिल्लीः नीमच शहर के बगीचा नम्बर 10 क्षेत्र मे रहने वाली 24 वर्षीया आंचल गंगवाल ऑल इंडिया लेवल पर आयोजित एयरफोर्स फाइटर पायलेट के लिए प्रदेश में चुनी गई एकमात्र महिला हैं. बता दें देशभर से करीब 6 लाख युवा इस परीक्षा में शामिल हुए थे. जिनमें से 22 लोगों का चयन हुआ है. इन 22 लोगों में से 5 लड़कियां हैं, जिसमें आंचल का नाम भी शामिल है. आंचल का चयन एयरफोर्स की फ्लाइंग ब्रांच में हुआ है. सेना के कार्यों से प्रभावित लेबर इंस्पेक्टर हैं और अब वह नौकरी छोड़कर 30 जून से 1 साल की ट्रेनिंग के लिए जाएंगी. जिसके बाद आंचल वायुसेना के लड़ाकू विमान उड़ाएंगी.

आंचल की पूरी शिक्षा सरकारी स्कूल और कॉलेज से हुई है

नई दिल्लीः नीमच शहर के बगीचा नम्बर 10 क्षेत्र मे रहने वाली 24 वर्षीया आंचल गंगवाल ऑल इंडिया लेवल पर आयोजित एयरफोर्स फाइटर पायलेट के लिए प्रदेश में चुनी गई एकमात्र महिला हैं. बता दें देशभर से करीब 6 लाख युवा इस परीक्षा में शामिल हुए थे. जिनमें से 22 लोगों का चयन हुआ है. इन 22 लोगों में से 5 लड़कियां हैं, जिसमें आंचल का नाम भी शामिल है. आंचल का चयन एयरफोर्स की फ्लाइंग ब्रांच में हुआ है. सेना के कार्यों से प्रभावित लेबर इंस्पेक्टर हैं और अब वह नौकरी छोड़कर 30 जून से 1 साल की ट्रेनिंग के लिए जाएंगी. जिसके बाद आंचल वायुसेना के लड़ाकू विमान उड़ाएंगी.

  1. नीमच की आंचल का एयरफोर्स की फ्लाइंग ब्रांच में चयन
  2. मप्र में चयनीत होने वाली एक मात्र महिला
  3. 2 जुलाई से शुरू होगी आंचल की ट्रेनिंग

लेबर इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ हैं आंचल
बता दें आंचल वर्तमान में मंदसौर में लेबर इंस्पेक्टर के तौर पर काम कर रही हैं. आंचल के मुताबिक उत्तराखंड में आई बाढ़ के बाद वह सेना के कामों से खासी प्रभावित हुईं थीं. जिसके बाद से उन्होंने भी सेना में शामिल होने की कोशिशें शुरू कर दीं. इसी दौरान व्यापमं के जरिए आंचल का लेबर इंस्पेक्टर के रूप में चयन हो गया. अब आंचल लेबर इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ सेना में जाएंगी. आंचल अपने परिवार की ऐसी पहली लड़की हैं जो सेना में रहकर देश की सुरक्षा करेंगी.

चाय की दुकान चलाते हैं आंचल के पिता
दरअसल, आंचल के पिता सुरेश गंगवाल चाय की दुकान चलाते हैं, लेकिन अपनी बेटी के सपने पूरे करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. आंचल ने भी अभाव और संघर्ष के बीच अपनी शिक्षा व प्रतियोगी परिक्षा की तैयारियां करना शुरू कर दिया. लंबे समय के संघर्ष के बाद आंचल का चयन लेबर इंस्पेक्टर के रूप में हो गया. लेबर इंस्पेक्टर के पद पर कार्य करते हुए एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट की तैयारी की.

मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में चयनीत होने वाली एक मात्र लड़की
बता दें मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य मे चयनीत होने वाली आचल एक मात्र युवती हैं. सबसे महत्वपुर्ण बात यह की आंचल की पूरी शिक्षा सरकारी स्कूल और कॉलेज से हुई है. मध्यम गरीब परिवार की आंचल के पिता सुरेश गंगवाल रोड वेज बस स्टेंड पर चाय की दुकान चलाते हैं. परिवार में एक बड़े भाई के साथ दो छोटी बहने हैं. मां गृहणी हैं. पिता ने बच्चो को पढ़ाने के लिए दोस्तों और परिचितों से भी पैसे उधार लिए. 

2 जुलाई से शुरू होगी आंचल की ट्रेनिंग
आंचल अब लेबर इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़कर 30 जून को एक साल की ट्रेनिंग के लिए जाएंगी. इसके बाद वे भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान उड़ाएंगी. आंचल ने एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट की तैयारी इंदौर में रहकर की है. 2 जुलाई से हैदराबाद की एयरफोर्स अकेडमी में आंचल की ट्रेनिंग शुरू होगी. तीन स्टेज में होने वाली इस ट्रेनिंग में ग्राउंड ड्यूटी के अलावा हेलिकॉप्टर, चॉपर फाइटर एयरक्राफ्ट और ट्रांसपोर्ट कॅरियर के लिए ट्रेनिंग दी जाती है.

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