मॉनसून में देश के कई हिस्से भी प्रकृति का पूरे जोश के साथ स्वागत करते हैं. छत्तीसगढ़ में मौजूद चित्रकोट फॉल भी इस मौसम में कुछ ज्यादा ही खूबसूरत हो जाता है.
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नई दिल्ली/रायपुर: मॉनसून में देश के कई हिस्से भी प्रकृति का पूरे जोश के साथ स्वागत करते हैं. छत्तीसगढ़ में मौजूद चित्रकोट फॉल भी इस मौसम में कुछ ज्यादा ही खूबसूरत हो जाता है. बस्तर जिले में स्थित इस फॉल को देखने के लिए पर्यटक काफी दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं. नक्सल इलाके में मौजूद होने के बावजूद ये जगह अब ऑफबीट पर्यटन स्थलों की पसंदीदा जगहों में से एक है. चित्रकोट फॉल को भारत का नियाग्रा फॉल भी कहा जाता है.
मॉनसून में दिखता है लाल पानी
साल भर पानी से भरा रहनेवाला चित्रकोट वॉटरफाल पौन किलोमीटर चौड़ा और 90 फीट ऊंचा है. इस फॉल की सबसे खास बात ये है कि ये मौसम के अनुसार रंग बदलता है. मॉनसून के दिनों में चित्रकोट फॉल लाल रंग का हो जाता है तो वहीं गर्मियों में दूधिया सफेद नजर आता है. कई बार इस जलप्रपात से कम से कम तीन व अधिकतम सात धाराएं गिरती हैं.
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जुलाई से सितंबर के बीच में जाएं
इस फॉल को पास से देखने के लिए पर्यटक नाव की सवारी करके पहुंचते हैं. जुलाई से सितंबर के बीच यानि कि मॉनसून के मौसम में इस शानदार चित्रकोट वॉटरफॉल को देखने का अपना ही मजा है.
ओडिशा से आंध्र प्रदेश तक
चित्रकोट फॉल पश्चिम जगदलपुर शहर से 38 किमी दूर और राजधानी रायपुर से 276 किमी दूर है. ये झरना इंद्रावती नदी पर बहता है और ओडिशा के पश्चिम चित्रकूट से शुरू होकर आंध्र प्रदेश में गिरता है. बाद में ये झरना गोदावरी नदी में जाकर मिल जाता है. चित्रकोट कांगड़ा घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है और यहां पर आप तीरथगढ़ झरना भी देख सकते हैं.
कैसे पहुंचे
राजधानी रायपुर एयरपोर्ट से चित्रकोट 285 किमी दूरी पर स्थित हैं. ये एयरपोर्ट भारत के सभी मुख्य शहरों से जुड़ा हुआ है. वहीं रेल मार्ग से जगदलपुर रेलवे स्टेशन चित्रकोट का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है. चित्रकोट से जगदलपुर रेलवे स्टेशन 38 किमी दूर है. सड़क मार्ग से ये शहर की राजधानी रायपुर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. राज्य सरकार द्वारा झांसी, इलाहाबाद और कानपुर आदि से यहां के लिए बसें चलती हैं.