एससी/एसटी कानून के विरोध में सवर्ण समाज के संगठनों ने मध्यप्रदेश बीजेपी मुख्यालय, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय एवं प्रदेश के मंत्री रामपाल सिंह के घर के सामने जमकर हंगामा किया और काले झंडे दिखाए.
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भोपाल: अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निरोधक कानून पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को केंद्र सरकार द्वारा पलटने के लिए कानून लाने के विरोध में सवर्ण समाज के संगठनों ने मध्यप्रदेश बीजेपी मुख्यालय, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय एवं प्रदेश के मंत्री रामपाल सिंह के घर के सामने जमकर हंगामा किया और काले झंडे दिखाए. ब्रह्म समागम सवर्ण जनकल्याण समाज के राष्ट्रीय संयोजक प्रहलाद शुक्ला ने बताया कि एससी/एसटी कानून के विरोध में दर्जनों सवर्ण समाज के संगठनों ने शहर के हबीबगंज स्टेशन रोड स्थित गणेश मंदिर से पदयात्रा निकाली. इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराकर कानून के विरोध में नारेबाजी की.
मुख्यमंत्री आवास के घेराव पर पुलिस से झड़प
उन्होंने कहा कि सवर्ण समाज के संगठनों के पदाधिकारी पदयात्रा में शामिल होकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने बीजेपी कार्यालय के पास बैरिकेट लगाकर कार्यकर्ताओं को वहीं रोक दिया. इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हल्की झड़प भी हुई. शुक्ला ने बताया कि इससे गुस्साए कार्यकर्ता सड़कों पर लेट गए और कानून के विरोध में जमकर नारेबाज करने लगे. करीब दो घंटे चले विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस की समझाइश पर कार्यकर्ता वहां से गए.
मध्य प्रदेश के मंत्री के घर पर किया प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि इसके बाद संगठन के कार्यकर्ता पुलिस की नजरों से बचकर बीजेपी एवं कांग्रेस कार्यालय के साथ-साथ मध्यप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह के बंगले पर पहुंच गए, जहां उन्होंने एससी-एसटी कानून के विरोध में नारेबाजी करके काले झंडे लहराए. इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा. शुक्ला ने आरोप लगाया कि ब्रह्म समागम सवर्ण जनकल्याण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा उर्फ कक्का जी पर पुलिस ने मंत्री रामपाल सिंह के बंगले पर हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया, जिसमें धर्मेन्द्र शर्मा को मामूली चोट आई है.
पुलिस ने किसी को नहीं किया गिरफ्तार
हालांकि, पुलिस अधीक्षक (भोपाल दक्षिण) राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया, ‘‘पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर कोई बल प्रयोग नहीं किया और न ही कोई व्यक्ति हताहत हुआ है.’’ लोढ़ा ने कहा कि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी भी नहीं की गई है.
(इनपुट भाषा से)