टीचर ने स्कलू की लड़कियों को छोटे कपड़े ना पहनने और लिपस्टिक ना लगाने की हिदायत देते हुए कहा कि इस तरह की ड्रेस निर्भया जैसी घटनाओं को अंजाम देती हैं.
Trending Photos
रायपुर : रायपुर के केंद्रीय विद्यालय की एक टीचर का रेप पर दिया बयान मीडिया की सुर्खी बना हुआ है. टीचर ने स्कलू की लड़कियों को छोटे कपड़े ना पहनने और लिपस्टिक ना लगाने की हिदायत देते हुए कहा कि इस तरह की ड्रेस निर्भया जैसी घटनाओं को अंजाम देती हैं. टीचर ने निर्भया कांड पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि निर्भया को देर रात किसी बाहरी शख्स के साथ घर से निकलने की क्या जरूरत थी. अगर उसके मां-बाप उसे रोकते तो यह घटना नहीं होती.
अपनी सुरक्षा खुद अपने हाथ
स्कूल टीचर स्नेहलता सिंह ने अपने इस बयान के बारे में एएनआई को बताया कि उन्होंने कक्षा 11 की छात्राओं को देर से स्कूल आते देखा तो उन्होंने छात्राओं से घर वापस जाने के लिए कहा. टीचर ने कहा कि आदमी की सुरक्षा खुद उसके हाथों में होती है.
केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा की सलाह- भारत में स्कर्ट न पहनें, रात में अकेले न घूमें
देर रात घर से ना निकलती तो नहीं तो निर्भया कांड
टीचर ने कहा कि दिल्ली में निर्भया के साथ जो कुछ हुआ, बहुत गलत हुआ. लेकिन उसे देर रात घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए था. टीचर ने छात्राओं से स्कूल कोड के मुताबिक कपड़े पहनने की हिदायत दी है.
Saw Class-11 students outside at 8:30pm&suggested them to go home.A person's safety is in their own hands.What happened with Nirbhaya was wrong bt had she not gone out late she could hv saved herself:S Singh,teacher at Kendriya Vidyalaya-I in Raipur over her controversial remarks pic.twitter.com/xnGdK1mQTh
— ANI (@ANI) 30 जनवरी 2018
छात्राओं ने की शिकायत
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, काउंसिल के दौरान टीचर ने छात्रों की छोटी ड्रेस और लिपस्टिक लगाने पर आपत्ति उठाई. खबर के मुताबिक, टीचर की इस हिदायत को कुछ छात्राओं ने अपने मोबाइल में भी कैद कर लिया. इसमें टीचर को यह कहते सुना जा सकता है कि लड़कियां बेशर्म होती जा रही हैं.
काशी विश्वनाथ मंदिर में लागू हुआ ड्रेस कोड, अब विदेशी महिलाओं को पहननी होगी साड़ी
उधर, कुछ छात्राओं ने इस बात की शिकायत स्कूल प्रिंसिपल से भी की है. छात्राओं का आरोप है कि टीचर अक्सर लड़कों के सामने इस तरह की बातें कर उन्हें अपमानित करती रहती हैं. प्रिंसिपल ने बताया कि इस बात की शिकायत उन्हें मिली है और उन्होंने इस मामले को स्कूल प्रबंधन के पास भेज दिया है.