दशहरा मैदान में शिवराज का अनिश्चितकालीन उपवास शुरू, बोले- मेरा अनशन हिंसा के खिलाफ
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दशहरा मैदान में शिवराज का अनिश्चितकालीन उपवास शुरू, बोले- मेरा अनशन हिंसा के खिलाफ

मंदसौर में किसानों के उग्र प्रदर्शन और गोलीबारी में कई किसानों की मौत के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य में शांति बहाली के लिए आज अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए हैं. विपक्षी दल कांग्रेस ने शिवराज के उपवास को नौटंकी करार दिया है.

भोपाल के दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (Photo- ANI)

भोपाल : मंदसौर में किसानों के उग्र प्रदर्शन और गोलीबारी में कई किसानों की मौत के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य में शांति बहाली के लिए आज अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए हैं. विपक्षी दल कांग्रेस ने शिवराज के उपवास को नौटंकी करार दिया है.

कृषि उत्पादों की बेहतर कीमत और ऋण माफी की अन्य मांगों को लेकर प्रदेश में 1 जून से किए जा रहे किसान आंदोलन का आज 10वां दिन है. किसानों ने आंदोलन के शुरू में ही इसे 10 दिन तक चलाने की घोषणा की थी.

इस बीच मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा है कि वह किसानों की कर्ज माफी के पक्ष में नहीं हैं. इसके उलट कुर्ता पायजामा और नेहरू जैकेट पहने शिवराज को दहशरा मैदान में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी ने तिलक लगाया और इसके बाद चौहान यहां उपवास पर बैठ गये. चौहान के साथ उनकी पत्नी साधना सिंह भी मौजूद थीं. पंडाल में मुख्यमंत्री चौहान के पहुंचते ही उनके समर्थकों ने ‘किसान का सम्मान, शिवराज चौहान, जय जवान, जय किसान और भारत माता की जय’ के नारे लगाये.

शनिवार सुबह करीब 11.00 बजे दशहरा मैदान स्थित उपवास स्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए लंबा-चौड़ा वाटर प्रूफ पंडाल लगाया गया है. उपवास के ऐलान के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों ने मैदान में तैयारियां शुरू कर दी थीं. वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीएम दफ्तर के अफसर भी उपवास स्थल पर कामकाज की तैयारियों में जुट गए हैं. क्योंकि शिवराज उपवास के दौरान यहीं से सरकार चलाएंगे.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपवास स्थल से ट्वीट कर कहा कि उनका अनशन हिंसा के खिलाफ है. मध्य प्रदेश की सरकार किसानों के हक में काम करती रहेगी. शिवराज ने किसानों का आह्वान किया कि बातचीत के जरिए मामले का समाधान निकाला जा सकता है. सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. हिंसा से किसी मामले का समाधान नहीं हो सकता.

दशहरा मैदान में सीएम शिवराज सिंह के लिए मैदान पर एक भव्य मंच तैयार किया गया है जहां वह उपवास पर बैंठे हैं. स्थानीय भाजपा नेता ने बताया कि उपवास के दौरान मुख्यमंत्री, किसानों के अलावा अन्य लोगों के साथ बातचीत भी करेंगे ताकि स्थिति को काबू में किया जा सके. इसके अलावा मंच के पास ही उनके आराम करने और कैबिनेट बैठक के लिए व्यवस्था की गई है.

प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के मिश्रा ने कहा, ‘चौहान को लोगों को यह बताना चाहिये कि उनका यह कथित उपवास नौटंकी है, इवेंट है या अपनी गलतियों से प्रदेश को आग में झोंकने के लिये प्रायश्चित है.’ उन्होंने कहा कि वह गांधीगीरी का संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा है नहीं. यह नौटंकी करने से पहले वह न तो गांधी की प्रतिमा के पास बैठे और न ही महात्मा गांधी की प्रतिमा को फूलमाला पहनाई।

मिश्रा ने सवाल किया कि आखिरकार किसके विरोध में वह दशहरा मैदान में उपवास पर बैठे हैं. शिवराज सिंह चौहान को यह याद रखना चाहिये कि दशहरा मैदान में प्रतिवर्ष रावण का पुतला दहन किया जाता है.

 

 

 

 

 

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