मध्य प्रदेश से अलग होने के बाद बने 26 वें राज्य का नाम क्यों पड़ा छत्तीसगढ़, जानें क्या है वजह
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मध्य प्रदेश से अलग होने के बाद बने 26 वें राज्य का नाम क्यों पड़ा छत्तीसगढ़, जानें क्या है वजह

भारत का नियाग्रा कहा जाने वाला चित्रकोट जलप्रपात यहीं स्थित है. विभिन्न संस्कृतियों का केंद्र रहा छत्तीसगढ़ आज भी अपने प्राचीन मंदिरों के लिए पूरे विश्व भर में जाना जाता है.

फाइल फोटो

नई दिल्लीः 1 नवंबर 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आया छत्तीसगढ़ भारत का 26 वां राज्य है. कहते हैं जिस वक्त छत्तीसगढ़ का गठन हुआ उस वक्त छत्तीसगढ़ में 36 गढ़ थे, इसीलिए इसका नाम छत्तीसगढ़ पड़ा, लेकिन 18 साल गुजर जाने के बाद और राज्य में गढ़ों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने के बाद भी इसके नाम में कोई बदलाव नहीं किया गया. प्राचीन भारत के दौर से ही भारत को गौर्वान्वित करने के बाद आज भी छत्तीसगढ़ अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए दुनिया भर में जाना जाता है. भारत का नियाग्रा कहा जाने वाला चित्रकोट जलप्रपात यहीं स्थित है. विभिन्न संस्कृतियों का केंद्र रहा छत्तीसगढ़ आज भी अपने प्राचीन मंदिरों के लिए पूरे विश्व भर में जाना जाता है.

छत्तीसगढ़ राज्य
2000 में छत्तीसगढ़ के मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद इसकी राजधानी को लेकर काफी विचार-विमर्श किया गया. पहले तो बिलासपुर को राजधानी बनाए जाने पर विचार किया गया, क्योंकि बिलासपुर वर्तमान राजधानी से उस समय पर ज्यादा विकसित था, लेकिन फिर काफी विचार-विमर्श के बाद रायपुर को छत्तीसगढ़ की राजधानी घोषित किया गया. बता दें छत्तीसगढ़ का कुल क्षेत्रफल 1, 35, 192 किलोमीटर है और इसका सबसे बड़ा शहर रायपुर है. रायपुर में फिलहाल 27 जिले हैं और यहां की कुल जनसंख्या 2.55 करोड है.

छत्तीसगढ़ से जुड़ी कुछ अहम बातें...
बता दें छत्तीसगढ़ की आधिकारिक भाषा हिंदी है, लेकिन आदिवासी बहुल इलाका होने के कारण यहां उपभाषा छत्तीसगढ़ी बोली जाती है. साहित्यिक परंपरा की बात की जाए तो यह अत्यंत संपन्न राज्य है. छत्तीसगढ़ की संस्कृति में लोक नृत्य और लोक गीतों का काफी महत्व है. सुआ, करमा, डण्डा व पंथी गीत यहां मुख्य रूप से गाए जाते हैं. वहीं चित्रकोट जलप्रपात, तीरथगढ़ जलप्रपात, कैलाश गुफा, बमलेश्वरी मंदिर मैनपाट, गंगरेल बांध, सेतगंगा और नवागढ़ यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं.

राजनीतिक इतिहास
राजनीतिक इतिहास की बात की जाए तो यहां मध्य प्रदेश के बंटवारे के बाद यहां पहली सरकार कांग्रेस की बनी, लेकिन 2003 में भाजपा के डॉ रमन सिंह की सरकार बनने के बाद से यहां उन्हीं का राज कायम है. बता दें डॉ रमन सिंह को पहली बार 1999 में राजनांदगांव में लोकसभा चुनाव में जीत मिली. जिसके बाद 2003 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में किस्मत आजमाई और भारी मतों से जीत दर्ज की. छत्तीसगढ़ सरकार के विधायी प्रमुख राज्यपाल और कार्यकारी प्रधान मुख्यमंत्री हैं.

छत्तीसगढ़ की प्रमुख समस्याएं
राज्य में फैली नक्सली गतिविधियां छत्तीसगढ़ की प्रमुख समस्या है. नक्सलवाद के चलते आज भी ऐसे कई इलाके हैं जो विकास के लिए तरस रहे हैं. छत्तीसगढ़ की सरकार जब भी इन क्षेत्रों में विकास की योजना बनाती है, नक्सली इसे ध्वस्त कर देते हैं. यही वजह है कि राज्य का कुछ हिस्सा सरकार के लिए पहेली बना हुआ है, जिसकी वजह से इसे अबूझमाड़ कहा जाता है.

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