एसिड अटैक पीड़िता को 'रॉन्ग नंबर' से मिला सपनों का राजकुमार
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एसिड अटैक पीड़िता को 'रॉन्ग नंबर' से मिला सपनों का राजकुमार

यह कहानी है तेजाब पीड़ित एक युवती की. पांच साल पहले एक सनकी की इस हरकत ने उसकी जिंदगी की गाड़ी को पटरी से उतार दिया लेकिन एक 'रॉन्ग नंबर' ने उसको न सिर्फ सपनों के राजकुमार से मिला दिया बल्कि उससे शादी के बंधन में भी बांध दिया. ललिता बंसी को 2012 में तेजाब के हमले का निशाना बनने के बाद 17 ऑपरेशन कराने पड़े. जिंदगी बेरंग लगने लगी थी तभी गलती से एक दिन उससे 27 साल के राहुल कुमार उर्फ रवि का नंबर लग गया और उसे उससे प्यार हो गया. जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली.

एसिड अटैक पीड़िता को 'रॉन्ग नंबर' से मिला सपनों का राजकुमार

ठाणे: यह कहानी है तेजाब पीड़ित एक युवती की. पांच साल पहले एक सनकी की इस हरकत ने उसकी जिंदगी की गाड़ी को पटरी से उतार दिया लेकिन एक 'रॉन्ग नंबर' ने उसको न सिर्फ सपनों के राजकुमार से मिला दिया बल्कि उससे शादी के बंधन में भी बांध दिया. ललिता बंसी को 2012 में तेजाब के हमले का निशाना बनने के बाद 17 ऑपरेशन कराने पड़े. जिंदगी बेरंग लगने लगी थी तभी गलती से एक दिन उससे 27 साल के राहुल कुमार उर्फ रवि का नंबर लग गया और उसे उससे प्यार हो गया. जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली.

ललिता और रवि ने यहां अपने परिवार, दोस्तों और तेजाब हमले की पीड़ितों की मदद के लिये काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन के लोगों की मौजूदगी में शादी कर ली. ललिता जहां ठाणे के कलवा इलाके की रहने वाली है वहीं रवि मुंबई के उपनगरीय मलाड में रहता है. उनके बीच चार साल पहले एक रॉन्ग नंबर लग जाने से संपर्क हुआ जो बात करते-करते प्यार में बदल गया.

शादी में मौजूद मुंबई स्थित करेज इनक्यूबमेंट फाउंडेशन की अध्यक्ष दौलतबी खान के मुताबिक शुरू में फोन पर बात करने के बाद ललिता और रवि को एक-दूसरे से प्यार हो गया. उन्होंने कहा कि दुल्हन का बिगड़ा हुआ चेहरा रवि के ललिता के प्रति प्यार और प्रतिबद्धता के रास्ते में आड़े नहीं आया. ललिता के बारे में बताते हुए खान ने कहा कि पांच साल पहले उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में उसके चाचा के गांव में उसके एक रिश्तेदार ने किसी बात पर झगड़ा होने के बाद उस पर तेजाब डाल दिया था. इस हमले में उसका चेहरा बिगड़ गया था.

खान ने कहा, करीब चार महीने पहले एक परिचित को फोन करने के दौरान ललिता से रांग नंबर लग गया, जिसने एक तरह से उसकी जिंदगी बदल दी. यह रांग नंबर एक निजी कंपनी में सीसीटीवी ऑपरेटर रवि को लगा. जल्दी ही वे दोस्त बन गये और फिर उनमें प्यार हो गया. हाल तक ललिता ने रवि से मुलाकात नहीं की थी क्योंकि उसे अपने अतीत को लेकर थोड़ी आशंका थी. लेकिन बाद में उसने रवि से मुलाकात के बारे में सोचा और उसके आश्चर्य का तब ठिकाना नहीं रहा जब रवि ने कहा कि उसने ललिता से प्यार किया है उसके घावों से नहीं. खान ने कहा कि बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबरॉय ललिता के आगे के इलाज का खर्च उठाएंगे.

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