जनता परिवार के घटक ही उसे खा जायेंगे...: शिवसेना
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जनता परिवार के घटक ही उसे खा जायेंगे...: शिवसेना

जनता परिवार के साथ आकर एक दल के रूप में विलय करने की घोषणा पर संशय व्यक्त करते हुए शिवसेना ने आज कहा कि जनता परिवार के बीच विवाद हमेशा सरेआम होते रहे हैं, ऐसे में इसके घटक ही कब उसे तोड़ मरोड़ कर खा जायेंगे, इसका कोई भरोसा नहीं है।

मुम्बई : जनता परिवार के साथ आकर एक दल के रूप में विलय करने की घोषणा पर संशय व्यक्त करते हुए शिवसेना ने आज कहा कि जनता परिवार के बीच विवाद हमेशा सरेआम होते रहे हैं, ऐसे में इसके घटक ही कब उसे तोड़ मरोड़ कर खा जायेंगे, इसका कोई भरोसा नहीं है।

शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि देश की राजनीति में इससे पहले भी कई बार फंसा हुआ ‘जनता’ प्रयोग फिर एकबार लोगों को देखने को मिलने वाला है। छह क्षेत्रीय दलों ने जनता परिवार के छत्र तले एकजुट होकर नये दल के गठन का निर्णय किया है। तीसरी अघाड़ी का फंसा हुआ प्रयोग जिन लोगों ने किया था, वही सारे नकली धर्मनिरपेक्षवादी इस नई राजनीतिक घोषणा में शामिल थे।

सामना में लिखा गया है, ‘जनता परिवार का बिगुल भले ही जोर शोर से बजाया जा रहा हो लेकिन ये वादक ही कब उसे तोड़ मरोड़ कर खा जायेंगे, इसका कोई भरोसा नहीं है। ’ पार्टी ने कहा, ‘ इनका मन भले ही उपर से मिल गया हो लेकिन समय समय पर इनके बीच वाद विवाद सरेआम होते रहे हैं। लालू और मुलायम अब संबंधी बन गए हैं। जनता परिवार की कमान भले ही ये दो लोग मुख्य रूप से संभाल रहे हैं लेकिन यहां पर सवाल उठता है कि क्या नई पार्टी के एक म्यान में दो तलवारे क्या रह सकेंगी ? रही भी तो वह कितने दिन रहेंगी।’ संपादकीय में कहा गया है, ‘ लालू-नीतीश-शरद यादव का एक त्रिकुट इस नये परिवार में शामिल है । लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव जब प्रत्यक्ष रूप से घोषित होगा तब आज गले से गले मिला, उस समय कितना रहेगा, यह बहुत बड़ा सवाल है ।’

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