महाराष्‍ट्र में शिवसेना के सहयोग के बिना बीजेपी बना सकती है सरकार: सूत्र
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महाराष्‍ट्र में शिवसेना के सहयोग के बिना बीजेपी बना सकती है सरकार: सूत्र

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के खंडित जनादेश आने के बाद राजनीतिक पार्टियों में सरकार गठन के लिए रास्ते तलाशने की जद्दोजहद तेज हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का इरादा अब महाराष्‍ट्र में अकेले सरकार बनाने का है।

महाराष्‍ट्र में शिवसेना के सहयोग के बिना बीजेपी बना सकती है सरकार: सूत्र

ज़ी मीडिया ब्‍यूरो

मुंबई/नई दिल्‍ली : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के खंडित जनादेश आने के बाद राजनीतिक पार्टियों में सरकार गठन के लिए रास्ते तलाशने की जद्दोजहद तेज हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का इरादा अब महाराष्‍ट्र में अकेले सरकार बनाने का है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी मौजूदा हालात में शिवसेना के बिना भी महाराष्‍ट्र में सरकार बना सकती है। सरकार गठन में एनसीपी का सहयोग लेने की भी संभावना नहीं है।

महाराष्‍ट्र में जोड़ तोड़ की तेज होती राजनीति के बीच बीजेपी महाराष्‍ट्र में बिना शिवसेना के समर्थन से सरकार बनाने की कोशिश में जुट गई है। सूत्रों के अनुसार, 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन बीजेपी के पास है। गौर हो कि बीजेपी के पास इस समय 123 विधायक हैं। 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल हो जाने के बाद पार्टी के खाते में कुल 135 विधायक शामिल हो जाएंगे। जबकि महाराष्‍ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए 145 विधायकों की दरकार है। हालांकि, सरकार गठन को लेकर सारी तस्‍वीर अब दीवाली के बाद ही साफ हो पाएगी।

इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह महाराष्ट्र में भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात करने और नेतृत्व के मुद्दे एवं राज्य में सरकार के गठन पर चर्चा करने के लिए दिवाली के बाद मुंबई जाएंगे। उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया कि मैं मंगलवार को नहीं जा रहा। मुझे लगता है कि मैं दीपावली के बाद मुंबई जाऊंगा। सिंह भाजपा के पर्यवेक्षक के तौर पर वरिष्ठ नेता जे पी नड्डा के साथ मुंबई जाएंगे। वहां वे भाजपा के विधायक दल का नेता चुनने में विधायकों की मदद करने के लिए जाएंगे। भाजपा के संसदीय बोर्ड रिपीट बोर्ड के फैसले के अनुसार, सिंह और नड्डा को पहले सोमवार को को मुंबई जाना था लेकिन फिर उन्होंने इस यात्रा में बदलाव का फैसला किया। जब उनसे पूछा गया कि क्या भाजपा के विधायक दल का नेता चुनने में कोई बाधा आ रही है तो सिंह ने कहा कि नहीं, कोई बाधा नहीं है। अब तक भाजपा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के बारे में कोई फैसला नहीं किया है।

गौर हो कि एकनाथ खडसे और विनोद तावड़े जैसे वरिष्ठ नेताओं की ओर से मिल रही चुनौती से पार पाते हुए महाराष्ट्र में भाजपा के प्रमुख देवेंद्र फड़नवीस का नाम मुख्यमंत्री पद की संभावित पसंद के रूप में सामने आया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 123 सीटें हासिल करने वाली भाजपा को 288 सदस्यों वाली विधानसभा में आधी सीटों के मापदंड को पूरा करने के लिए कम से कम 22 विधायकों की जरूरत है। शिवसेना ने 63 सीटें जीतीं हैं। भाजपा और शिवसेना का गठबंधन चुनाव से ठीक पहले सीट बंटवारे के मुद्दे टूट गया था।

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