महाराष्ट्र के महाड में पुल गिरने की घटना की न्यायिक जांच होगी; 9 लोगों की मौत
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महाराष्ट्र के महाड में पुल गिरने की घटना की न्यायिक जांच होगी; 9 लोगों की मौत

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाड में पुल गिरने की घटना की न्यायिक जांच का आदेश दिया है। मंगलवार की देर रात रायगढ़ जिले में महाड के निकट ब्रिटिश काल के एक पुल के ध्वस्त हो जाने से राज्य परिवहन की दो बसों समेत कई वाहन सावित्री नदी के उफान में बह गये थे। नदी से आज नौ शव बरामद किये गये।

  महाराष्ट्र के महाड में पुल गिरने की घटना की न्यायिक जांच होगी; 9 लोगों की मौत

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाड में पुल गिरने की घटना की न्यायिक जांच का आदेश दिया है। मंगलवार की देर रात रायगढ़ जिले में महाड के निकट ब्रिटिश काल के एक पुल के ध्वस्त हो जाने से राज्य परिवहन की दो बसों समेत कई वाहन सावित्री नदी के उफान में बह गये थे। नदी से आज नौ शव बरामद किये गये।

इस मुद्दे पर राज्य विधानसभा में हुई चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने आज कहा, ‘मामले की न्यायिक जांच करायी जायेगी।’’ उन्होंने कहा कि आईआईटी विशेषज्ञों के एक दल को आज घटनास्थल पर भेजा गया है। फडणवीस ने कहा कि पुराने पुलों की संरचनात्मक ऑडिट के लिए निर्देश जारी किये गये हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि प्रारंभिक संरचनात्मक ऑडिट भी कराया जायेगा।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री को पुल की जर्जर स्थिति के बारे में शिकायत मिली थी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा कि सरकार को तलाशी अभियान का दायरा बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक शव दुर्घटनास्थल से 100 किलोमीटर की दूरी पर मिला है, जिससे ये पता चलता है कि तलाशी अभियान का दायरा बढ़ाये जाने की जरूरत है। विखे पाटिल ने आरोप लगाया कि सरकारी तंत्र ने लापरवाही बरती, जिसके परिणामस्वरूप यह घटना हुई।

स्थानीय मछुआरों के अलावा तटरक्षक बल, एनडीआरएफ, नौसेना के करीब 160 कर्मी करीब 20 नौकाओं की मदद से दो बसों और अन्य वाहनों को ढूढने में जुटे हैं।स्थानीय प्रशासन ने लापता हो गए लोगों के रिश्तेदारों के लिए हेल्प सेंटर भी स्थापित किया है। इससे पहले आज सुबह लापता बसों का पता लगाने के लिए क्रेन की मदद से 300 किलोग्राम का मैग्नेट पानी में उतारा गया।राज्य परिवहन निगम के हादसाग्रस्त बसों में एक के ड्राइवर गोरखनाथ मुंडे के बेटे दीपक मुंडे ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया लेकिन उसने उम्मीद नहीं छोड़ी है।

उसने कहा, ‘हमने उम्मीद नहीं छोड़ी है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि मेरे पिता जिंदा निकल आएंगे।’ तीन घंटे की सघन तलाश के बाद नदी से बाहर निकले एक एनडीआरएफ जवान ने कहा, ‘पानी का तेज प्रवाह हमारे लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर रहा है लेकिन यह हमारे मिशन में अवरोधक नहीं बनने जा रहा।' विधानसभा में इस विषय पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने काह, ‘एक न्यायिक जांच करायी जाएगी।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने पुलों के संरचनात्मक परीक्षण के भी निर्देश दिए गए हैं।

फड़णवीस ने कहा कि वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री को इस जर्जर पुल के बारे में शिकायतें मिली थीं।विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्णा विखे पाटिल ने कहा कि एक शव दुर्घटनास्थल से 100 किलोमीटर दूर मिला है जो यह दर्शाता है कि तलाश अभियान का दायरा बढ़ाने की जरूरत है।

महाराष्ट्र सरकार ने इस हादसे की न्यायिक जांच का आदेश दिया और घोषणा की कि सार्वजनिक परिवहन के दो बसों के मृतक कर्मचारियों के परिजनों को या तो नौकरी दी जाएगी या 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।

अभी तक जो शव निकाले गए हैं, उनमें दो महिलाओं और बस का एक ड्राइवर और एक कंडक्टर का शव शामिल है। ये महिलाएं एक टैवेरा गाड़ी में यात्रा कर रही थीं। इस घटना में दो बसों में सवार 22 लोग और कुछ अन्य निजी वाहन नदी में बह गए।

रायगढ़ के स्थानीय जिला कलेक्टर सतीश बगल ने कहा, ‘अभी तक नौ शव बरामद किए जा चुके हैं जिनमें तीन महिलाओं और छह पुरुषों के शव शामिल हैं। इनमें से एक की पहचान बस ड्राइवर, जबकि दूसरे की पहचान बस कंडक्टर के तौर पर की गई है।’ उन्होंने कहा कि श्रीकांत कांबले जयगढ़-मुंबई बस का ड्राइवर था। ‘उसका शव यहां से 100 किलोमीटर दूर रत्नागिरी जिले में सुबह सात बजे मिला। शव को पोस्टमार्टम के बाद दपोली पुलिस द्वारा उसके परिजनों को सौंप दिया गया।’

बगल ने कहा कि राजापुर-बोरीवली बस के कंडक्टर प्रभाकर बाबूराव शिंदे का शव महाड़ के निकट केंबुरली में पाया गया। ‘दो महिलाएं- शेवंती मृगल और स्नेहा बैकर जो टैवेरा कार में यात्रा कर रही थीं, के शव क्रमश: रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और महाड़ के निकट राजेवाड़ी में बरामद किए गए।’ तीसरी महिला रंजना वाजे का शव केंबुरली से बरामद किया गया।

चार अन्य शवों की पहचान पांडुरंग वाघ, 22 वर्षीय आवेश चौगले, प्रशांत माने और गंगाराम कदम के तौर पर की गई है। लापता बसों का पता लगाने के लिए आज सुबह एक क्रेन की मदद से 300 किलोग्राम का एक चुंबक पानी में डाला गया।

रायगढ़ जिले के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ प्रभारी सागर पाठक ने कहा, ‘यद्यपि अभी तक किसी भी वाहन का पता नहीं चला है, इनका पता लगाने के प्रयास अब भी जारी हैं।’ स्थानीय प्रशासन ने पीड़ितों के परिजनों के लिए एक हेल्प सेंटर स्थापित किया है।

राज्य विधानसभा में मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने पुल टूटने की घटना की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की। मुंबई में विधान भवन में पत्रकारों से बातचीत में राज्य के परिवहन मंत्री दिवाकर राओते ने घोषणा की कि सरकार एमएसआरटीसी की दो बसों के मृतक कर्मचारियों के करीबी रिश्तेदार को या तो नौकरी उपलब्ध कराएगी या 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देगी।

 

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