मिशन गुजरात: कांग्रेस से निपटने के लिए बीजेपी ने बनाया खास प्लान
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मिशन गुजरात: कांग्रेस से निपटने के लिए बीजेपी ने बनाया खास प्लान

भाजपा ने ‘‘ मोदी छे ने गुजरात सेफ छे " यानी मोदी हैं, तो गुजरात सुरक्षित है और " मैं हूं विकास, मैं हूं गुजरात " के नारे के साथ गुजरात में प्रचार अभियान सोशल मीडिया पर शुरू किया हुआ है.

भाजपा ‘गुजरात गौरव महासंपर्क अभियान’ के तहत घर-घर दस्तक दे रही है...(फाइल फोटो)

नई दिल्ली: गुजरात में चुनाव की तैयारियों और मिशन 150 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. पार्टी नवंबर के चौथे सप्ताह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 25 से 30 रैलियां आयोजित कराने और शहरी क्षेत्र में रोड शो करने की योजना बनाई है. गुजरात प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अनेक रैलियां कराने की योजना बनाई गई है. पार्टी को उम्मीद है कि मोदी की रैलियों एवं रोडशो के जरिये लोगों को भावनात्मक रूप से पार्टी से बांधे रखा जा सकेगा. भाजपा ने 182 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिये चुनाव प्रचार के संदर्भ में 6-7 सीटों पर मोदी की एक रैली आयोजित करने की योजना बनाई है और इसे अगले एक-दो दिनों में अंतिम रूप दे दिया जाएगा. इस तरह से राज्य में मोदी की 25 से 30 रैलियां आयोजित की जा सकती हैं.

  1. पीएम मोदी कर सकते हैं 25 से 30 रैलियां
  2. शहरी क्षेत्र में रोड शो करने की योजना बनाई है
  3. 50 मतदाताओं पर एक पन्ना प्रमुख बनाया है

प्रदेश पार्टी के नेताओं का कहना है कि आम तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद चुनाव प्रचार में गति आती है. गुजरात चुनाव में प्रथम चरण के चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 21 नवंबर और दूसरे चरण के चुनाव के संदर्भ में नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 नवंबर है. ऐसे में नवंबर के चौथे सप्ताह से मोदी राज्य में चुनाव प्रचार को गति प्रदान कर सकते हैं .

भाजपा इसके साथ ही ‘‘गुजरात गौरव महासंपर्क अभियान’’ के तहत घर-घर दस्तक दे रही है. हाल ही में कुछ दिनों के अंतर्गत भाजपा ने अपने आधे दर्जन से ज्यादा केंद्रीय मंत्रियों को उतार था. इनमें रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा, मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान, कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया शामिल हैं.

इसके अलावा भाजपा ने ‘‘ मोदी छे ने गुजरात सेफ छे " यानी मोदी हैं, तो गुजरात सुरक्षित है और " मैं हूं विकास, मैं हूं गुजरात " के नारे के साथ गुजरात में प्रचार अभियान सोशल मीडिया पर शुरू किया हुआ है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले करीब आठ महीने में 10 बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह लगातार गुजरात अभियान पर नजर रखे हुए हैं. शाह ने 4 से 9 नवंबर तक राज्य का दौरा किया था और अपने 6 दिवसीय प्रवास के दौरान प्रदेश के विभिन्न इलाकों का दौरा करने के साथ ही जिला प्रभारियों एवं अन्य नेताओं के साथ चर्चा की. भाजपा अध्यक्ष ने घर घर जाकर लोगों से सम्पर्क करने के अभियान में भी हिस्सा लिया. भाजपा ने इसके साथ ही पन्ना प्रमुखों को भी लोगों से सम्पर्क करने और पार्टी के कार्यक्रम के बारे जानकारी देने और विपक्ष के दुष्प्रचार के बारे में जागरूक करने का दायित्व सौंपा है. इस पन्ना प्रमुखों को मतदाता सूची के पन्ने के आधार पर तैयार किया गया है. राज्य में 50 मतदाताओं पर एक पन्ना प्रमुख बनाया गया है. पिछले 15 वर्षो में पहली बार भाजपा गुजरात विधानसभा चुनाव नरेन्द्र मोदी के बिना लड़ रही है. मोदी साल 2014 से देश के प्रधानमंत्री हैं. 

भाजपा को कांग्रेस व पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के अलावा ओबीसी वर्ग के नेता के रूप में उभरे अल्पेश ठाकुर और ऊना में दलितों की पिटाई के मुद्दे पर उभरे नेता जिग्नेश मेवाणी की तिकड़ी का सामना करना पड़ रहा है. भाजपा के एक नेता ने हालांकि कहा कि ये तीनों अपने मकसद में उतने ही अलग-अलग हैं जितने जमीन आसमान. यह गठजोड़ एक चीज पर टिका हुआ है, वह है भाजपा के प्रति नफरत और विरोध. इसलिये यह कामयाब नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस केंद्र और राज्यों में सत्ता खोने के बाद हताश हो चुकी है और उसके नेता हताशा में आरोप लगा रहे हैं. उनके पास कहने को कुछ नहीं बचा है. उल्लेखनीय है कि गुजरात में 182 विधानसभा सीटों के लिए 9 और 14 दिसंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे. वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी.

(इनपुट भाषा से भी)

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