किसानों से मिलने मंदसौर जा रहे हार्दिक पटेल अरेस्ट, पुलिस ने मध्य प्रदेश से बाहर छोड़ा
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किसानों से मिलने मंदसौर जा रहे हार्दिक पटेल अरेस्ट, पुलिस ने मध्य प्रदेश से बाहर छोड़ा

हार्दिक पटेल को पटेल को नीमच के नया गांव से गिरफ्तार किया गया। (file pic)

नीमच.  मध्य प्रदेश के मंदसौर में पिछले हफ्ते पुलिस की फायरिंग में मारे गए किसानों के परिवार वालों से मिलने के लिए जा रहे गुजरात के पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को अरेस्ट कर लिया गया. हालांकि बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया और पुलिस ने उन्हें मध्य प्रदेश से बाहर छोड़ दिया।

गिरफ्तारी से भड़के पटेल
गिरफ्तार किए जाने पर पटेल ने अधिकारियों से नाराजगी जताते हुए कहा, ' मैं आतंकी नहीं हूं.मैं लाहौर से नहीं आया. मैं एक भारतीय नागरिक हूं और मुझे देश में कहीं भी जाने का अधिकार है. उन्होंने केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 50 करोड़ किसान भगवा पार्टी के खिलाफ एकजुट हो गए हैं.

एक जून को मध्यप्रदेश में किसानों का आंदोलन शुरू हुआ था और 6 जून को इसने हिंसक रूप धारण कर लिया था. उस दौरान मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी में पांच लोग मारे गए थे.

नीमच के नया गांव में पटेल को अरेस्ट किया गया
शहर के पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीवान ने कहा कि किसी भी संज्ञेय अपराध को होने से रोकने के लिए पटेल को नीमच के नया गांव से गिरफ्तार किया गया.

दीवान ने कहा कि पाटीदार आंदोलन के नेता हादर्कि पटेल जनता दल (यू) के नेता अखिलेश कटियार के साथ जा रहे थे. कटियार को भी गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि बाद में दोनों को ही जमानत पर छोड़ दिया गया और पुलिस की गाड़ियों में उन्हें बैठाकर मध्यप्रदेश से बाहर भेज दिया गया.

पटेल को मंदसौर जाते समय बीच से ही उठा लिया गया था. वह कर्जमाफी और दूसरी मांगों के मुद्दे पर उपजे कृषि संबंधी तनाव के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए किसानों के परिवार वालों से मिलने और संकटग्रस्त किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए वहां जा रहे थे.

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