कारसेवकों पर गोली चलवाने वाले मुलायम माफी मांगें : बीजेपी
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कारसेवकों पर गोली चलवाने वाले मुलायम माफी मांगें : बीजेपी

भाजपा ने वर्ष 1991 में अयोध्या में विवादित ढांचा बचाने के लिये कारसेवकों पर गोलियां चलवाने पर अफसोस जताने वाले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा कि महज दुख जता देने से उन कारसेवकों के परिजन को सुकून नहीं मिलेगा जो अयोध्या में सुरक्षाबलों की गोलियों का निशाना बने थे।

कारसेवकों पर गोली चलवाने वाले मुलायम माफी मांगें : बीजेपी

लखनऊ: भाजपा ने वर्ष 1991 में अयोध्या में विवादित ढांचा बचाने के लिये कारसेवकों पर गोलियां चलवाने पर अफसोस जताने वाले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा कि महज दुख जता देने से उन कारसेवकों के परिजन को सुकून नहीं मिलेगा जो अयोध्या में सुरक्षाबलों की गोलियों का निशाना बने थे।

भाजपा के प्रान्तीय प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आज यहां कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने जिन कारसेवकों पर गोलियां चलवायीं वे निहत्थे थे। ऐसे में उन पर गोली चलाने का आदेश देकर जघन्य अपराध किया गया।

उन्होंने कहा ‘आज 24 साल बाद उस घटना पर दुख व्यक्त कर देने से उन परिवारों के जख्म नहीं भरेंगे जिन्होंने उस घटना में अपने अपनों को खोया। क्या मुलायम वाकई उस नुकसान की भरपाई करने का माद्दा रखते हैं? उन्हें इस गुनाह के लिये सार्वजनिक मंचों पर माफी मांगनी चाहिये।’ गौरतलब है कि सपा मुखिया यादव ने वर्ष 1991 में अयोध्या में विवादित ढांचा बचाने के लिए कारसेवकों पर गोली चलवाने के अपने फैसले पर कल अफसोस जाहिर किया था लेकिन साथ ही यह भी कहा था कि धर्मस्थल को बचाने के लिए ऐसा करना जरूरी था।

यादव ने कल समाजवादी पार्टी नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर सपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कहा था कि वर्ष 1991 में उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान अयोध्या में विवादित ढांचे को बचाने के लिए ही उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश दिए थे, इसका उन्हें अफसोस है, लेकिन धर्मस्थल को बचाना जरूरी था इसलिए गोली चलाई गयी। उन्होंने कहा था कि संसद में तत्कालीन नेता विपक्ष अटल बिहारी वाजपेयी ने इस घटना का जिक्र किया था तो उन्हें यह जवाब दिया गया था कि धर्मस्थल बचाने के लिऐ गोली चलाई गई थी और उस घटना में 16 लोगों की मौत हुई थी। अगर इसमें और भी ज्यादा जानें जाने का अंदेशा होता तो भी वह कदम पीछे ना खींचते। यादव ने कहा था कि उन्हें इस बात का दुख है और इसीलिए उन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था।

 

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