मुजफ्फरनगर रेल हादसा: 15 मिनट की Audio Clip में खुलासा, लापरवाही की वजह से गई 24 लोगों की जान
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मुजफ्फरनगर रेल हादसा: 15 मिनट की Audio Clip में खुलासा, लापरवाही की वजह से गई 24 लोगों की जान

रेलवे ने 20 लोगों के मारे जाने की बात कही है, वहीं राज्य के अधिकारियों ने 24 लोगों के मारे जाने की सूचना दी है.

पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस के 14 कोच मुजफ्फरनगर के खतौली में पटरी से उतर गए. (PHOTO : PTI/20 August, 2017)

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर रविवार (20 अगस्त) को तेजी से फैली दो रेलवे कर्मचारियों की टेलीफोन पर हुई बातचीत में शनिवार (19 अगस्त) को उत्तर प्रदेश में हुई ट्रेन दुर्घटना में 'लापरवाही' के संकेत मिले हैं. हालांकि, करीब 15 मिनट के ऑडियो क्लिप की स्वतंत्र रूप से जांच नहीं की जा सकी है. एक रेलवे के अधिकारी ने कहा कि वे इसे देख रहे हैं. दुर्घटना स्थल के पास एक क्रॉसिंग पर तैनात एक व्यक्ति इस ऑडियो क्लिप में कह रहा कि ट्रैक के रखरखाव वाले स्थान पर जहां कार्य चल रहा था, वहां 'खराब गश्त' की व्यवस्था थी, यह दुर्घटना के कारणों में से एक वजह है.

रेल मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के खतौली में शनिवार (19 अगस्त) को हुई रेल दुर्घटना की जांच कर रही टीम एक रेल कर्मचारी और एक पत्रकार के बीच कथित बातचीत के एक ऑडियो क्लिप की जांच करेगी. इस ऑडियो क्लिप में कर्मी ने हादसे के लिए लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है. मोहम्मद जमशेद (मेंबर ट्रैफिक, रेलवे) ने बताया कि जांच दल 15 मिनट के इस ऑडियो क्लिप की जांच करेगा. यह क्लिप वायरल हो रहा है.

इस क्लिप में एक रेलवे कर्मचारी को स्पष्ट रूप से यह कहते सुना जा रहा है, "रेलवे ट्रैक के एक भाग पर वेल्डिंग का काम चल रहा था.. लेकिन मजदूरों ने ट्रैक के टुकड़े को जोड़ा नहीं और इसे ढीला छोड़ दिया. क्रॉसिंग के पास गेट बंद था. ट्रैक का एक टुकड़ा लगाया नहीं जा सका था और जब उत्कल एक्सप्रेस पहुंची तो इसके 14 कोच पटरी से उतर गए."

ऑडियो क्लिप में उसे यह कहते सुना जा रहा है, "जिस लाइन पर काम चल रहा था, न तो उसे ठीक किया गया और न ही कोई झंडा या साइनबोर्ड (रोकने के संकेत के तौर पर) लगाया गया. यह दुर्घटना लापरवाही की वजह से हुई. ऐसा लगता है कि सभी (संबंधित कर्मचारी) निलंबित होंगे."

इस पर दूसरे ने जवाब दिया दिया कि जूनियर इंजीनियर व दूसरे अधिकारियों सहित सभी के खिलाफ कार्रवाई की संभावना है. दोनों एक दूसरे से यह भी बताते हैं कि मजदूरों ने अपना काम समाप्त करने के बाद कुछ उपकरण ट्रैक के बीच में छोड़ दिया था. कम से कम वे मशीन को हटा सकते थे और एक लाल झंडा वहां लगा सकते थे, जिससे शायद हादसा टल सकता था.

रेलवे अधिकारियों ने कहा कि उन्हें अभी तक ऑडियो क्लिप नहीं मिली है. रेलवे बोर्ड के अधिकारी मोहम्मद जमशेद ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हमें मीडिया से दो रेलवे कर्मचारियों के बीच बातचीत का पता चला है. इसमें कहा गया है कि ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना लापरवाही की वजह से हुई. हम क्लिप की प्रमाणिकता की जांच करेंगे."

कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस शनिवार (19 अगस्त) को ओडिशा के पुरी से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही थी, जब उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में 14 कोचों के पटरी से उतर जाने से यह हादसा हुआ. रेलवे ने 20 लोगों के मारे जाने की बात कही है, वहीं राज्य के अधिकारियों ने 24 लोगों के मारे जाने की सूचना दी है.

(इनपुट एजंसी से भी)

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