G-20 सम्‍मेलन: PM मोदी अर्जेंटीना में 50 घंटे रुकेंगे, आने-जाने में 50 घंटे खर्च होंगे
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G-20 सम्‍मेलन: PM मोदी अर्जेंटीना में 50 घंटे रुकेंगे, आने-जाने में 50 घंटे खर्च होंगे

राजस्थान से दिल्ली पहुंचने के महज 90 मिनट के भीतर प्रधानमंत्री अर्जेंटीना रवाना हो गए.

राजस्थान से दिल्ली पहुंचने के महज 90 मिनट के भीतर प्रधानमंत्री मोदी अर्जेंटीना रवाना हो गए.(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव प्रचार के बीच में वक्त निकाल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगापुर और मालदीव गए थे. अब राजस्थान तथा तेलंगाना में होने वाले चुनावों से ऐन पहले बुधवार को वह जी20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अर्जेंटीना रवाना हुए हैं. देश में चुनाव प्रचार और विदेश में राजनयिक/कूटनीतिक प्रतिबद्धताओं के कारण प्रधानमंत्री अगले कुछ दिनों में काफी लंबी यात्रा करने वाले हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को इस आशय की जानकारी दी.

पीएम मोदी 23 नवंबर से ही रोजाना चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. 23 नवंबर को मिजोरम से शुरुआत करने के बाद पीएम मोदी ने पिछले छह दिन में मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव प्रचार किया है. बुधवार को पीएम मोदी ने सात घंटे में विमान और हेलीकॉप्टर से यात्रा कर राजस्थान में दो जगहों पर चुनावी रैलियों को संबोधित किया. अधिकारी ने बताया कि राजस्थान से दिल्ली पहुंचने के महज 90 मिनट के भीतर प्रधानमंत्री मोदी अर्जेंटीना रवाना हो गए.

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दिल्ली से ब्यूनस आयर्स की यात्रा करीब 25 घंटे की है. इस दौरान 12 घंटे की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री का विमान दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में कुछ देर के लिए रुकेगा. प्रधानमंत्री करीब 50 घंटे अर्जेंटीना में रुकेंगे जिसके लिए वह आने-जाने पर ही करीब 50 घंटे खर्च करेंगे.

पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्यूनस आयर्स में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 28 नवंबर से दो दिसंबर तक अर्जेंटीना की यात्रा करेंगे जिस दौरान वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अन्य राष्ट्रों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि मोदी ईंधन के मूल्यों में अस्थिरता के खतरे को सबके समक्ष रखेंगे और आतंकवाद के वित्त पोषण तथा धनशोधन के मुद्दों को उठाएंगे. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीओ को मजबूत करने के मुद्दे पर भी चर्चा होगी.

अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध के बीच यह बैठक हो रही है. गोखले ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि जी-20 में केवल व्यापार का मुद्दा नहीं छाया रहे ,चाहे यह दो देशों के बीच हो या अन्य के बीच.’’ उन्होंने कहा, ‘‘और दूसरी बात कि हम किस तरह से डब्ल्यूटीओ का सुधार कर सकते हैं जो भारत के हितों के अनुकूल हो. यह जी-20 बैठक का मुख्य मुद्दा होगा या निश्चित तौर पर जी-20 बैठक में भारत का रूख होगा.’’

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नई और आगामी चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे: पीएम मोदी
इससे पहले ब्यूनस आयर्स में आयोजित होने वाले 13वें जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह वहां दुनिया के नेताओं से आने वाले दशक की नई एवं आगामी चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे. रवाना होने से पहले जारी किए गए एक बयान में मोदी ने कहा कि 10 साल के अपने अस्तित्व में जी-20 स्थिर एवं सतत वैश्विक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयासरत रहा है.

उन्होंने कहा, “यह लक्ष्य विकासशील देशों और भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए खास तरह का महत्त्व रखता है जो आज विश्व में सबसे तेजी से बढ़ रही विशाल अर्थव्यवस्था है.” पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि एवं समृद्धि में देश का योगदान, ‘‘निष्पक्ष एवं सतत विकास के लिए सर्वसम्मति बनाने” की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.

उन्होंने कहा, “मेरी इच्छा अन्य जी-20 देशों के नेताओं से मिलने की है ताकि 10 साल पहले अस्तित्व में आए जी-20 के कार्य की समीक्षा की जा सके और आने वाले दशक की नई एवं निकट आ रही चुनौतियों से निपटने के तरीके एवं साधन ढूंढ़ने का प्रयास करेंगे.” प्रधानमंत्री ने बताया कि सदस्य देश वैश्विक अर्थव्यवस्था एवं व्यापार की स्थिति, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय एवं कर प्रणालियों, कार्य का भविष्य, महिला सशक्तिकरण, अवसंरचना और सतत विकास पर चर्चा करेंगे.

(इनपुट: एजेंसी भाषा से)

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