नासा ने कहा इस वजह से केरल में आई बाढ़ से तबाही, जारी की अलग-अलग तस्वीरें
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नासा ने कहा इस वजह से केरल में आई बाढ़ से तबाही, जारी की अलग-अलग तस्वीरें

केरल में 13 अगस्त से लेकर 20 अगस्त तक भारी बारिश दर्ज की गई थी. 

नासा की तरफ से जारी केरल की तस्वीर.

नई दिल्ली: केरल में आई भीषण बाढ़ की वजह बेशक भारी बारिश रही है, लेकिन राज्यभर में डैम से छोड़े गए पानी ने इसे विकराल रूप दे दिया. यह दुनिया के सबसे बड़े स्पेस संगठन नासा का कहना है. नासा ने तो बकायदा बाढ़ से पहले और बाढ़ के बाद की तस्वीर भी जारी की है. इसमें एक तस्वीर 6 फरवरी 2018 की है, तो दूसरी 22 अगस्त 2018 की है. दोनों तस्वीरों में भौगोलिक अंतर को साफ देखा जा सकता है. फिलहाल केरल में बाढ़ का पानी उतर रहा है, लेकिन जगह-जगह पर गाद और मलबों का अंबार लगा हुआ है. सरकार और अन्य एजेंसियों की तरफ से इसे बड़े पैमाने पर हटाया जा रहा है और सफाई अभियान जारी है. केरल में आई भीषण बाढ़ के कारण 474 लोगों की मौत हो चुकी है.

  1. इडुक्की डैम के तो 35 गेट एक साथ खोलने पड़ गए थे.
  2. भारी बारिश से राज्य के 80 प्रतिशत डैम भर गए थे.
  3. मुख्‍यमंत्री आपदा राहत कोष में अबतक 713.92 करोड़ की मदद

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नासा की तरफ से 6 फरवरी 2018 को जारी की गई फोटो में देखा गया कि केरल के वेमबानद लेक, अलप्पुझा, कोट्टायम, चंगासेरी और थिरुवला के डैम में पानी जमा होता दिखाई दे रहा है, जबकि 22 अगस्त 2018 को ली गई तस्वीर में बाढ़ का असर पूरे केरल पर साफ़ देखा जा सकता है. इसमें पूरा केरल पानी-पानी नजर आ रहा है.

डैंम के प्रबंधन पर उठाए सवाल
भारत में डैम के कुशल प्रबंधन को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं और इसमें कई खामियां भी देखी गई हैं. नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि डैम से पानी काफी देर से छोड़ा गया. साथ ही इसे तब छोड़ा गया तो जब भारी बारिश हो रही थी. इस वजह से बाढ़ की भयावहता एकदम से बढ़ गई. उल्लेखनीय है कि केरल में 13 अगस्त से लेकर 20 अगस्त तक भारी बारिश दर्ज की गई थी. इस दौरान अचानक हर जगह पानी का स्तर काफी बढ़ गया. 

भारी बारिश से राज्य के 80 प्रतिशत डैम भर गए थे. इडुक्की डैम के तो 35 गेट एक साथ खोलने पड़ गए थे. नासा का कहना है कि इसे एक सही रणनीति के तहत खोला जाता तो इतनी तबाही शायद नहीं आती. एक अनुमान के मुताबिक केरल में आई बाढ़ से करीब 22,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. केरल को एक तरह से फिर से बसाने की चुनौती है.

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मदद के हाथ लगातार दे रहे साथ
मुख्‍यमंत्री कार्यालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, लोगों ने मुख्‍यमंत्री आपदा राहत कोष में अबतक 713.92 करोड़ रुपये दिए हैं. इनमें से 132.62 करोड़ रुपये बैंकों और यूपीआई के जरिये आए हैं. इसमें अकेले PAYTM ने 43 करोड़ रुपये की मदद दी है. करीब 20 करोड़ रुपये नकद, चेक और डिमांड ड्राफ्ट के जरिये सीधे मुख्‍यमंत्री कार्यालय भेजे गए. इसके अलावा कई फिल्मी हस्तियों, कॉरपोरेट कंपनियों ने भी इसमें मदद दी है. कई राज्य सरकारों ने आपदा राहत में योगदान दिया.

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