NDRF ने कहा, केरल में 4000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया
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NDRF ने कहा, केरल में 4000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया

 एनडीआरएफ ने यह भी कहा कि इसके कर्मियों को दूरदराज के उन क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है जो भूस्खलन से कट गए हैं.

केरल मॉनसून की भीषण बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इसकी वजह से नदियां और बांध उफान पर हैं जिससे राज्य का एक बड़ा भाग जलमग्न हो गया है. (फाइल फोटो - PTI)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने शुक्रवार को कहा कि उसने पिछले नौ दिनों में 4,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है और  44 अन्य को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से बचाया है. एनडीआरएफ ने यह भी कहा कि इसके कर्मियों को दूरदराज के उन क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है जो भूस्खलन से कट गए हैं.

केरल मॉनसून की भीषण बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इसकी वजह से नदियां और बांध उफान पर हैं जिससे राज्य का एक बड़ा भाग जलमग्न हो गया है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने तिरुवनंतपुरम में कहा कि केरल में गुरुवार को बारिश संबंधी घटनाओं में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई.

एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने नई दिल्ली में कहा कि केरल में इसकी 53 तैनात टीमों में से 51 जमीन पर काम कर रही हैं. दो और टीम जल्द ही केरल पहुंचेंगी. उन्होंने कहा,‘हमारी टीमों ने केरल में अपनी तैनाती के बाद से अब तक 4,319 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है तथा 44 अन्य को बचाया है.’ केरल में एन डी आर एफ के राहत और बचाव अभियान को शुक्रवार को नौ दिन हो गए.

प्रवक्ता ने कहा कि भारी बारिश और प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों के बावजूद एन डी आर एफ संकट में फंसे प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास कर रही है. राज्य में आठ अगस्त को शुरू हुए मानसून के दूसरे चरण में भारी बारिश के चलते अब तक 173 लोगों की मौत हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार के बाद आज रात केरल पहुंचेंगे. वह कल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

केरल में बारिश से उत्पन्न स्थिति के चलते आज राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने अपनी दूसरी बैठक की और एजेंसियों को राहत कार्यों में अतिरिक्त संसाधन लगाने के निर्देश दिए.

(इनपुट - भाषा)

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