राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लश्कर-ए-तैयबा से जम्मू एवं कश्मीर में 'विनाशक' गतिविधियों के लिए कथित तौर पर रकम प्राप्त करने के मामले में अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और कुछ अन्य हुर्रियत नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
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श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लश्कर-ए-तैयबा से जम्मू एवं कश्मीर में 'विनाशक' गतिविधियों के लिए कथित तौर पर रकम प्राप्त करने के मामले में अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और कुछ अन्य हुर्रियत नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एनआईए ने शुक्रवार (19 मई) को कहा कि आतंकवाद निरोधक जांच एजेंसी का एक दल श्रीनगर आया है और वह गिलानी, हुर्रियत के प्रांतीय अध्यक्ष नईम खान, जेकेएलएफ नेता फारूक अहमद दार उर्फ बिट्टा कराटे और तहरीक ए हुर्रियत के नेता गाजी जावेद बाबा से पूछताछ करेगा.
जांच एजेंसी ने कहा, "एनआईए ने लश्कर ए-तैयबा प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद और दूसरी पाकिस्तानी आतंकियों और एजेंसियों द्वारा जम्मू एवं कश्मीर में विनाशक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हुर्रियत नेताओं के वित्तपोषण को लेकर एक प्राथमिक जांच दर्ज की है." इसमें आरोप लगाया गया है कि कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी कराने, स्कूलों और दूसरे सरकारी प्रतिष्ठानों को जलाने के लिए हुर्रियत को पाकिस्तान से रकम भेजी जा रही है.
एनआईए अधिकारी ने कहा, "जल्द ही दल हुर्रियत नेताओं को पूछताछ के लिए बुलाएगा." समाचार चैनल इंडिया टुडे द्वारा यह दिखाए जाने के बाद कि पाकिस्तान घाटी में अशांति फैलाने के लिए हुर्रियत नेताओं को रकम भेजी जा रही है, एनआईए ने यह कदम उठाया है. एनआईए ने कहा कि एक नोटिस इंडिया टुडे चैनल से स्टिंग का वीडियो लेने के लिए भेजी गई है. इंडिया टुडे चैनल ने 16 मई को एक स्टिंग प्रसारित किया था जिसमें कथित तौर हुर्रियत नेता रिपोर्टर से बात करते देखे जा रहे हैं और यह कबूल कर रहे हैं कि उन्हें पाकिस्तान के संगठनों से हवाला के जरिए पैसा मिला है.
पिछले साल आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद स्कूलों को जलाये जाने की घटनाओं के सिलसिले में एकत्रित सबूतों की एनआईए की टीम समीक्षा करेगी.
एनआईए की पीई में आरोप है कि अलगाववादियों को कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों पर पथराव करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और स्कूलों तथा अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों को जलाने समेत विध्वंसक गतिविधियों के लिए पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद से धन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि एनआईए ने एक टीवी संवाददाता और कश्मीर घाटी में गतिविधियां चला रहे अलगाववादी संगठनों के नेताओं के बीच इस संबंध में बातचीत की रिकॉर्डिंग से जुड़ी एक खबर का संज्ञान भी लिया है.
इससे पहले रविवार (14 मई) को आतंकवादी कमांडर जाकिर मूसा के ऑडियो संदेश और उसके हिजबुल मुजाहिद्दीन से अलग होने के बाद विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कश्मीरी अलगावादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासिन मलिक ने राजनीतिक एकता बनाए रखने की अपील की थी.
गिलानी, मीरवाइज और मलिक ने यहां एक संयुक्त बयान में कहा था, ‘सभी राजनीतिक और आतंकी संगठनों को दृष्टिकोण और ईमानदारी के साथ आजादी संघर्ष का पालन करना चाहिए और एकजुटता कायम रखनी चाहिए. यह समय एकजुट रहने और सभी संबंधित धड़ों के बीच दृढ़ता और एकता की भावना के साथ इच्छित लक्ष्य का पालन करने का है.’ अलगाववादियों ने कहा कि संघर्ष महत्वपूर्ण चरण में है और लोगों को सावधान रहना चाहिए. उन्होंने कहा था, ‘‘आजादी आंदोलन अपने महत्वपूर्ण चरण में है और हमें सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि हमारे दुश्मन मौजूदा स्थिति का फायदा उठा सकते हैं .’’