Trending Photos
नई दिल्ली: पाकिस्तान में हिंदू और सिख लड़कियों का अपहरण, बलात्कार और धर्मपरिवर्तन बहुत आम बात है. DNA में इसका विश्लेषण दिखाया जा चुका हैं. मूवमेंट फॉर सोलिडैरिटी एंड पीस इन पाकिस्तान नामक एक संस्था की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में हर वर्ष 1 हज़ार अल्पसंख्यक लड़कियों का अपहरण और बलात्कार होता है. सिर्फ कुंवारी लड़कियां ही नहीं, पाकिस्तान में बड़ी संख्या में शादीशुदा महिलाओं के खिलाफ भी इस तरह के अपराध होते हैं.
Listen to the plea of this Sikh man whose niece was kidnapped&forcibly converted in Pakistan.Hope Pak Govt ensures justice.@MaryamNSharif pic.twitter.com/VAGv2KE5zZ
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) April 26, 2017
'या तो हमें मार दो या इधर से उठा लो'
वहां एक ऐसा मामला सामने आया है कि जब एक सिख व्यक्ति की भतीजी का अपहरण किया गया. फिर उसके बाद उस लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया. उसके चाचा ने इसे लेकर पाकिस्तान की सरकार से भावुक अपील की है. पीड़ित लड़की के चाचा इस अपील को करते हुए रो पड़ते हैं और कहते हैं कि या तो हमें मार दो या इधर से उठा लो. इस घटनाक्रम में यह जाहिर होता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति क्या होगी?
पाकिस्तान में जबरन हिन्दू लड़कियों का होता है धर्म परिवर्तन
पाकिस्तान के ह्यूमन राइट्स कमिशन की रिपोर्ट कहती है, कि वहां पर हर महीने 20 से 25 हिन्दू लड़कियों का अपहरण करके उनका ज़बरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता है. लेकिन हैरानी की बात ये है, कि इस तरह के मामलों में जैसे ही कोई रिपोर्ट दर्ज की जाती है, अपहरणकर्ता भी दूसरी तरफ से रिपोर्ट दायर कर देते हैं. जिसमें कहा जाता है कि इन लड़कियों ने अपनी मर्ज़ी से धर्म परिवर्तन किया है और उन्हें परेशान करने की कोशिश की जा रही है. इसके बाद आम तौर पर इस तरह के मामले बंद कर दिए जाते हैं.
पाकिस्तान में इसी साल हिंदू मैरेज एक्ट पारित किया गया है
पाकिस्तान में इसी वर्ष 19 मार्च को हिंदू मैरेज एक्ट पारित किया गया है. इस कानून के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि पाकिस्तान में रहने वाली अल्पसंख्यक महिलाओं को अधिक सुरक्षा भी मिलेगी और उन्हें कुछ ख़ास अधिकार भी मिलेंगे. पाकिस्तान में सिख लड़कियों की शादी भी हिंदू मैरेज एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है.