डोकलाम में चीन की चालबाजी की खबरों पर वीके सिंह बोले- न लें टेंशन, यथास्थिति है बरकरार
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डोकलाम में चीन की चालबाजी की खबरों पर वीके सिंह बोले- न लें टेंशन, यथास्थिति है बरकरार

वीके सिंह ने राज्यसभा में बताया कि डोकलाम क्षेत्र से भारतीय और चीनी सैनिकों को हटा लिए जाने के बाद से क्षेत्र में कोई नया घटनाक्रम नहीं देखने को मिला है.

वीके सिंह (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली : भारत के विदेश राज्‍य मंत्री वीके सिंह का कहना है कि डोकलाम क्षेत्र में यथास्थिति बरकरार है. उन्‍होंने यह जानकारी गुरुवार को राज्‍यसभा में दी. डोकलाम क्षेत्र में चीनी गतिविधियों में वृद्धि होने संबंधी मीडिया खबरों के बीच सरकार ने कहा कि पिछले साल अगस्त में वहां दोनों देशों द्वारा सैनिकों को हटा लिए जाने के बाद विवादित स्थल और उसके आसपास कोई नया घटनाक्रम देखने को नहीं मिला है. चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने गुरुवार को भारत-चीन के बीच संबंध बेहतर करने को लेकर टिप्‍पणी की थी. उन्‍होंने कहा था कि चीनी ड्रैगन और भारतीय हाथी को एक-दूसरे से लड़ाई छोड़कर साथ में डांस करना चाहिए.

  1. वीके सिंह ने राज्यसभा में दी जानकारी
  2. डाेेेकलाम विवाद के बाद चीन के व्‍यवहार में नरमी देखने को मिली
  3. डोकलाम में 73 दिनों तक गतिरोध कायम रहा था

राज्‍यसभा में दी जानकारी
वीके सिंह ने राज्यसभा को बताया कि डोकलाम क्षेत्र से 28 अगस्त, 2017 को भारतीय और चीनी सैनिकों को हटा लिए जाने के बाद से विवादित स्थल और उसके आसपास के क्षेत्र में कोई नया घटनाक्रम नहीं देखने को मिला है. क्षेत्र में यथास्थिति बरकरार है. उन्होंने कहा कि सरकार को चीन के समुद्री शक्ति बनने के कथित मंसूबे की जानकारी है. इस रणनीति के एक भाग के रूप में, चीन भारत की समुद्री सीमा के आसपास के क्षेत्र सहित हिंद महासागर में तटस्थ देशों में सपोर्ट बेस, बंदरगाह और अन्य ढांचागत सुविधाओं का विकास कर रहा है.

सुरक्षा के प्रति सक्रिय है सरकार
सिंह ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि सरकार देश की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले सभी घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखे हुए है और इसकी सुरक्षा के लिए सभी उपाय करती है. मालदीव के बारे में पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि सरकार की नजर वहां की स्थिति पर है. उन्होंने कहा कि एक घनिष्ठ और मित्र पड़ोसी होने के नाते भारत एक स्थिर, शांतिपूर्ण एवं खुशहाल मालदीव देखने का इच्छुक है.

मालदीव पर नजर
मालदीव के बारे में पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि सरकार की नजर वहां की स्थिति पर है. उन्होंने कहा कि एक घनिष्ठ और मित्र पड़ोसी होने के नाते भारत एक स्थिर, शांतिपूर्ण एवं खुशहाल मालदीव देखने का इच्छुक है.

लड़ाई छोड़ें ड्रैगन-हाथी
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि चीनी ड्रैगन और भारतीय हाथी को एक-दूसरे से लड़ाई छोड़कर साथ में डांस करना चाहिए. वांग यी ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब राष्ट्रपति शी चिनफिंग के लिए कार्यकाल की सीमा खत्म करने के प्रस्ताव को संसद की ओर से अनुमोदित किए जाने के साथ ही चीन की राजनीतिक तस्वीर में इस सप्‍ताह बड़ा बदलाव आने वाला है. वांग ने बीजिंग की विदेश नीति के परिप्रेक्ष्यों को रेखांकित करते हुए इसे ‘नया युग’ करार दिया.

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दोनों देश छोड़ें टकराव
यह पूछे जाने पर कि डोकलाम गतिरोध सहित कई मुद्दों के कारण 2017 में रिश्तों में हुई उथल- पुथल के बाद अब चीन भारत के साथ अपने रिश्तों को कैसे देखता है, वांग ने भारत से सद्भाव स्थापित करने की कोशिश करते हुए दोनों देशों से आह्वान किया कि वे मतभेद के मुद्दों पर टकराव का रवैया छोड़ें. यदि चीन और भारत एक हों तो एक और एक दो के बराबर नहीं बल्कि 11 होते हैं.  

हिमालय भी दोस्‍ती नहीं रोक सकता
वांग ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था कि कुछ इम्तिहानों और मुश्किलों के बाद भी चीन- भारत संबंध लगातार बढ़ रहे हैं. उन्‍होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि दोनों देशों के बीच परस्पर राजनीतिक विश्वास हो तो, हिमालय भी उनके बीच मित्रवत संबंधों को रोक नहीं सकता. हालांकि, वांग ने कहा कि दोनों देशों को अपना मानसिक अवरोध त्याग कर मतभेदों को दूर करना चाहिए.

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73 दिनों तक रहा था डोकलाम गतिरोध
पिछले साल वांग ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को प्रतिबंधित कराने के भारत के प्रयासों पर चीन द्वारा रोड़े अटकाने, परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत के प्रवेश में बाधा पैदा करने, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) सहित कई मुद्दों पर बढ़ती कटुता के बीच भारत से संबंधों पर पूछे गए सवालों से कन्नी काट ली थी। इसके बाद दोनों देशों की सेना के बीच डोकलाम में 73 दिनों तक गतिरोध कायम रहा था। माना जा रहा है कि वांग को तरक्की देकर स्टेट काउंसिलर बनाया जाएगा। यह चीन का शीर्ष राजनयिक पद है।

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