Zee हिंदुस्तान होगा देश का पहला बिना-एंकर वाला न्यूज चैनल: राज्‍यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा
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Zee हिंदुस्तान होगा देश का पहला बिना-एंकर वाला न्यूज चैनल: राज्‍यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा

राज्यसभा सांसद डॉ सुभाष चंद्रा ने Zee हिंदुस्तान के रिलॉन्च के मौके पर कहा कि जनता न्यूज जानना चाहती है व्यूज नहीं.

राज्‍यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने न्‍यूज चैनल जी हिंदुस्‍तान को रिलाॅॅन्च किया.

नई दिल्ली: जी मीडिया समूह ने अपने लोकप्रिय राष्ट्रीय चैनल Zee हिंदुस्तान को रिलॉन्च किया है. अपने नए रूप में यह चैनल भारत के समाचार जगत में एक नई क्रांति लेकर आएगा. चैनल देश का पहला बगैर एंकर वाला यानी एंकरलेस न्यूज चैनल होगा. चैनल को रिलॉन्च करते हुए राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा कि जी समूह के 13 समाचार चैनल हैं. इनमें से बहुत से चैनल अलग-अलग भाषा और अलग-अलग प्रांत का प्रतिनिधित्व करते हैं. ऐसे में हमने सोचा कि क्यों न एक ऐसा चैनल हो जिस पर हर खबर दिखाई जाए. यह चैनल वन नेशन, वन न्यूज की थीम पर काम करेगा. उन्होंने कहा कि Zee हिंदुस्तान अब इसी तर्ज पर काम करेगा और पूरे भारत को जोड़ेगा.

डॉ. चंद्रा ने बुनियादी तौर पर मीडिया जगत का चेहरा बदलने वाली घोषणा करते हुए कहा कि अभी एक एंकर का चेहरा नजर आता है. प्रणय रॉय, विनोद दुआ, रजत शर्मा और सुधीर चौधरी जैसे एंकरों का चेहरा हमारे सामने आता है, लेकिन एंकर कितना भी निष्पक्ष हो, उसकी सोच खबर के साथ जुड़ जाती है. निष्पक्षता कमजोर हो जाती है. निष्पक्षता को बचाए रखने का क्या उपाय किया जाए, इसलिए हमने फैसला किया कि एंकर के रोल को खत्म कर दिया जाए.

राज्यसभा सांसद डॉ. चंद्रा ने कहा कि अब कैमरा सीधे आपको न्यूज दिखाएगा. कैमरा निष्पक्ष होता है. दर्शकों को बात स्पष्ट रूप से समझ में आती रहे, इसलिए पीछे से आवाज जरूर आती रहेगी. इसलिए देश का पहला एंकरलेस चैनल Zee हिंदुस्तान के रूप में देश के सामने है. यह चैनल दर्शकों की तथ्य जानने की इच्छा पूरी करेगा.

चैनल के रिलॉन्च के साथ ही दूसरी बड़ी घोषणा करते हुए डॉ. चंद्रा ने कहा कि देश को अब तक उस तरह का बुद्धिजीवी वर्ग चलाता रहा है जो अंग्रेजी में सोचता और बोलता है, लेकिन इसमें यह बात लोग भूल जाते हैं कि इंडिया 72 साल पहले हुआ है, जबकि भारत का इतिहास 6,000 साल पुराना है. भारत का एक गौरवशाली अतीत और गौरव है. किताबों में इस इतिहास को जगह नहीं मिली है. यह चैनल भारत के उस स्वर्णिम अतीत के पन्ने पलटेगा, जिस पर युवा पीढ़ी को भी गर्व हो, क्योंकि यह पीढ़ी उस गौरवशाली अतीत से कट गई है. इस चैनल को देखकर भावी पीढ़ी को अपने गौरवशाली अतीत का इतिहास याद होगा.

उन्होंने कहा कि Zee हिंदुस्तान नई पीढ़ी और गौरवशाली अतीत के बीच एक ऐसे पुल का निर्माण करेगा, जो हमारे प्राचीन ज्ञान-विज्ञान और सांस्कृतिक विविधता को जोड़ेगा. उन्होंने कहा कि देश विश्व गुरु बनने की जो कल्पना करता है, Zee हिंदुस्तान देखकर लोगों को लगेगा कि वैसा करना संभव है.

‘एक सूत्र में बंधा हिंदुस्तान’ और ‘एंकर नहीं अब खबर बोलेगी’ के सूत्र वाक्यों के साथ चैनल में बहुत कुछ जानने को मिलेगा. उन्होंने बताया कि समाचार बुलेटिन का समय भी अब आधे घंटे से घटाकर 10 मिनट कर दिया गया है. डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा कि चैनल पर हर चीज की जानकारी होगी और जानकारी भारतीय संदर्भों में होगी. इस तरह के चैनल से हर भारतीय तमिल, महाराष्ट्रियन, गुजराती से ऊपर उठकर भारतीय बनकर सोचेगा.

डॉ. चंद्रा ने दर्शकों से इस क्रांतिकारी प्रयोग को देखने-समझने और प्रतिक्रिया देने की अपील की है. उन्होंने यह भी आग्रह किया कि अगर दर्शकों को कोई कमी लगे तो वह भी खुलकर बताएं.

इससे पहले जी मीडिया समूह के एमडी अशोक वेंकटरमानी ने अपने संबोधन में Zee हिंदुस्तान को बधाई दी. उन्होंने कहा कि समाचार चैनल पर व्यूज ज्यादा होते जा रहे हैं और न्यूज कम होती जा रही है, जबकि लोगों को व्यूज नहीं न्यूज की जरूरत है. समाचार देखकर लोग अपना ओपिनियन खुद बना लेंगे, उन पर किसी तरह के विचार थोपने की जरूरत नहीं है. Zee हिंदुस्तान के प्रधान संपादक पुरुषोत्तम वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि वह चैनल से व्यूज और आइडियोलॉजी हटाएंगे और भारत को पुन:स्थापित करेंगे.

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