'जम्मू-कश्मीर में पीडीडीपी-बीजेपी करार को लेकर दूर हुई अड़चनें '
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'जम्मू-कश्मीर में पीडीडीपी-बीजेपी करार को लेकर दूर हुई अड़चनें '

रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर पैदा हुआ मतभेद दूर होने की खबरें है। बताया जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन करने के दौरान मतभेद उभरे थे उसे सुलझा लिया गया है। गौर हो कि कल ऐसी खबरें आई थी कि जम्मू-कश्मीर में गठबंधन सरकार बनाने के आधार बन रहे प्रमुख मुद्दों को लेकर दोनों पार्टियों के बीच आखिरी पलों में कुछ अड़चनें आ गई हैं ।

'जम्मू-कश्मीर में पीडीडीपी-बीजेपी करार को लेकर दूर हुई अड़चनें '

नई दिल्ली : रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर पैदा हुआ मतभेद दूर होने की खबरें है। बताया जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन करने के दौरान मतभेद उभरे थे उसे सुलझा लिया गया है। गौर हो कि कल ऐसी खबरें आई थी कि जम्मू-कश्मीर में गठबंधन सरकार बनाने के आधार बन रहे प्रमुख मुद्दों को लेकर दोनों पार्टियों के बीच आखिरी पलों में कुछ अड़चनें आ गई हैं ।

पीडीपी संरक्षक और प्रधानमंत्री की मुलाकात अब शुक्रवार सुबह होगी, जिसके बाद सरकार गठन की तारीख का ऐलान हो सकता है । जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के करीब दो महीने बाद यह मुलाकात होगी ।

पीडीपी सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370, सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून और पश्चिम पाकिस्तान से आकर बसे शरणार्थियों को राज्य का स्थायी निवासी होने का दर्जा देने सहित सभी मुद्दों पर दोनों पार्टियों के बीच व्यापक सहमति बनी है और नई सरकार एक मार्च को शपथ-ग्रहण कर सकती है । मुफ्ती मोहम्मद सईद पूरे छह साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बनेंगे।

विपक्षी पार्टियां नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने कहा कि पीडीपी और भाजपा गठबंधन सरकार के गठन लिए बातचीत को हफ्तों खींच रही हैं जबकि दोनों पार्टियां पहले ही आम सहमति बना चुकी हैं और राज्य के लोगों को बेवकूफ बना रही है। मोदी और 79 साल के सईद की मुलाकात में शासन चलाने के लिए तैयार किए गए एक ‘विस्तृत दस्तावेज’ को अंतिम रूप दिया जा सकता है और उसके बाद इसे दोनों पार्टियों द्वारा राज्य में जारी किया जाएगा । मुलाकात के दौरान सईद मोदी को शपथ-ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित कर सकते हैं । ऐसा पहली बार है कि भाजपा इस संवेदनशील राज्य की सरकार में शामिल होगी ।

दोनों पार्टियों के अध्यक्ष - पीडीपी की महबूबा मुफ्ती और भाजपा के अमित शाह ने मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने राज्य में गठबंधन सरकार के गठन की घोषणा की थी । शाह ने बैठक के बाद ट्वीट कर कहा था कि सुशासन एवं विकास सुनिश्चित कर भाजपा-पीडीपी की सरकार जम्मू-कश्मीर को नई उंचाइयों तक ले जाएगी । बीते 23 दिसंबर को आए चुनाव नतीजों में खंडित जनादेश आया था । पीडीपी 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी जबकि भाजपा को 25 सीटें मिली थी । नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटों से संतोष करना पड़ा था ।

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