विधानसभा चुनाव, अंतिम चरण : जम्मू-कश्मीर में 66% और झारखंड में 70 फीसदी मतदान
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विधानसभा चुनाव, अंतिम चरण : जम्मू-कश्मीर में 66% और झारखंड में 70 फीसदी मतदान

पांच चरणों में हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में 66 फीसदी मतदान होने का अनुमान है जो राज्य में पिछले दो दशक में सर्वाधिक मतदान प्रतिशत है। शनिवार को पांचवें और अंतिम चरण में जम्मू के सीमावर्ती इलाके में 20 सीटों पर सीमापार से गोलीबारी के खतरे बावजूद भारी मतदान हुआ। जबकि झारखंड विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में कड़ी सुरक्षा के बीच 16 सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया जिसमें 70 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।

विधानसभा चुनाव, अंतिम चरण : जम्मू-कश्मीर में 66% और झारखंड में 70 फीसदी मतदान

जम्मू/रांची : पांच चरणों में हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में 66 फीसदी मतदान होने का अनुमान है जो राज्य में पिछले दो दशक में सर्वाधिक मतदान प्रतिशत है। शनिवार को पांचवें और अंतिम चरण में जम्मू के सीमावर्ती इलाके में 20 सीटों पर सीमापार से गोलीबारी के खतरे बावजूद भारी मतदान हुआ। जबकि झारखंड विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में कड़ी सुरक्षा के बीच 16 सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया जिसमें 70 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।

जम्मू कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी उमंग नरूला ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में सभी चरणों में कुल 66 मतदान दर्ज किया गया जबकि अंतिम चरण में जम्मू, कठुआ और राजौरी में आज 76 फीसदी मतदान हुआ। ’’ नरूला ने बताया कि मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है।

इस साल वर्ष 2008 के पिछले विधानसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत से 5.51 फीसदी अधिक, वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव से 22.30 फीसदी अधिक और 1996 के विधानसभा चुनाव से 12.08 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ। वर्ष 1987 के विधानसभा चुनाव में 74.88 फीसदी मतदान हुआ था।

इस बार पांच चरणों में हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 71.28 फीसदी, दूसरे चरण में 72.10, तीसरे चरण में 58 फीसदी और चौथे चरण में 49 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला था।

मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि आज मतदान में किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। भयंकर सर्दी के बाद भी आज मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी घुमावदार कतारें देखीं गयीं।

केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने यहां आधे घंटे से ज्यादा समय तक कतार में रहने के बाद वोट डाला और मतदान के लिए बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकले लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने गांधीनगर के एक मतदान केंद्र के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं मतदान करने के लिए बड़ी संख्या में आए लोगों को धन्यवाद देता हूं। यह लोकतंत्र की जीत और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की विरोधी सभी अन्य ताकतों की हार है।’’ मीडिया से बात करते हुए जम्मू के जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत कुमार साहू ने कहा कि मतदान शांतिपूर्ण रहा और किसी भी जगह से किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नहीं है।

उपमुख्यमंत्री तारा चंद और चार मंत्री उन 312 उम्मीदवारों में शामिल हैं जिनकी राजनीतिक किस्मत का फैसला आज के मतदान से होगा।

ब्योरा देते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि जम्मू जिले के बनी विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 83.2 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि गांधीनगर में सबसे कम 60 फीसदी वोट डाले गए।

कठुआ जिले के बशोली विधानसभा क्षेत्र में 78.5 फीसदी, कठुआ सीट पर 80.47 फीसदी और बिल्लावर सीट पर 77.60 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। हीरानगर में 80.17 फीसदी वोट डाले गए।

जम्मू जिले के नगरोटा निर्वाचन में 81 प्रतिशत, जम्मू पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में 66.05 फीसदी, जम्मू पश्चिम सीट पर 65 फीसदी, बिश्नाह में 80.33 फीसदी प्रतिशत, आर एस पुरा में 77.79 फीसदी, सुचेतगढ़ में 80 फीसदी मतदान, मढ़ विधानसभा क्षेत्र में 82.45 फीसदी, रायपुर डोमाना में 77.41 फीसदी, अखनूर में 82.97 फीसदी और छांब में 82 फीसदी मतदान हुआ। जम्मू के संभागीय आयुक्त शांत मनु ने बताया कि आज के मतदान के लिए पुलिस बलों की नियमित तैनाती के अलावा 400 सुरक्षा कंपनियां (40,000 सुरक्षाकर्मी) लगायी गयी थीं।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत-पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा प्रणाली अलर्ट कर दी गयी थी। बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी।’’ नरूला ने बताया कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तथा सुचारूपूर्ण मतदान के लिए 166 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की गयी जबकि 300 से अधिक मतदान केंद्रों पर डिजिटल वीडियो कैमरे लगाए गए थे।

उन्होंने बताया कि मतदान के लिए 20 सामान्य पर्यवेक्षक, छह व्यय पर्यवेक्षक, तीन पुलिस पर्यवेक्षक, दो जागरूकता पर्यवेक्षक एवं 394 माइक्रो पर्यवेक्षक तथा करीब 12,820 चुनाव अधिकारी तैनात किए गए थे।

इस बात के लिए व्यापक इंतजाम किया गया था कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष माहौल में मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर पाएं । आंकड़ों की गणना के बाद मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है। नरूला ने बताया कि इनसभी पांच चरणों में 87 विधानसभा सीटों पर 831 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे जिनमें 803 पुरूष और 28 महिलाएं थीं।

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में 7657 स्थानों पर 10,035 मतदान केंद्र थे। कुल 53,272 मतदानकर्मियों ने मतदान कराया। ’’ उन्होंने बताया कि 617 मतदान केंद्रों की पहचान संवेदनशील मतदान केंद्रों के रूप में जबकि 2036 मतदान केंद्रों की पहचान अतिसंवेदनशील केंद्र के रूप में की गयी थी।

आज के चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में उपमुख्यमंत्री के अलावा श्यामलाल शर्मा, रमन भल्ला, मनोहर लाल शर्मा, अजय सधोत्रा जैसे मंत्री, पूर्व सांसद लाल सिंह एवं तालिब हुसैन :दोनों भाजपा: शामिल हैं।

इस चरण में मतदाताओं की कुल संख्या 18,28,904 है जिसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9,59,011 और महिला मतदाताओं की संख्या 8,69,891 है।

भाजपा के लिए इस चरण का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि 2008 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 10 सीटंे हासिल हुई थीं। कांग्रेस ने पांच, नेशनल कांफ्रेंस ने दो, पीडीपी ने एक सीट जीती थी और दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुए थे।

उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार तारा चंद 1996, 2002 और 2008 में छम्ब सीट से विजयी हुए थे। इस बार वह अपनी सीट कायम रखने के लिए फिर से मैदान में हैं।

इसी तरह अखनूर से कांग्रेस उम्मीदवार और मंत्री शाम लाल शर्मा भी ‘‘हैट.ट्रिक’’ बनाने के प्रयास में हैं।

उमर अब्दुल्ला के करीबी माने जाने वाले देवेंन्द्र सिंह राणा नगरोटा से नेकां उम्मीदवार के रूप में पहली बार मैदान में हैं।

झारखंड विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को 16 सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया जिसमें 70 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। आखिरी दौर के मतदान में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधानसभाध्यक्ष शशांकशेखर भोक्ता, अनेक मंत्रियों समेत 208 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम बंद हो गया।

झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके जाजोरिया ने बताया कि राज्य विधानसभा चुनावों के पांचवें और अंतिम चरण की 16 सीटों के लिए आज सुबह सात बजे शांतिपूर्ण ढंग से मतदान प्रारंभ हुआ और शाम तक कुल 70.42 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चरण के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।

उन्होंने कहा कि मतदाताओं के उत्साह को देखते हुए आज 70 प्रतिशत तक मतदान होने की संभावना थी और वास्तव में लोगों के सहयोग और मतदानकर्मियों की मेहनत के चलते सत्तर प्रतिशत से भी अधिक मतदान रिकार्ड किया गया।

उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित होने के कारण सभी 16 सीटों पर सुरक्षा बलों की बड़े पैमाने पर तैनाती की गयी थी।

संथाल के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में भी जिस प्रकार आज जबर्दस्त मतदान हुआ वह अपने आप में आयोग के लिए बड़ी उपलब्धि है।

अंतिम चरण में आज 16 सीटों के लिए 16 ही महिला उम्मीदवारों समेत कुल 208 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। कुल 36,90,069 मतदाताओं में अंतिम चरण में 17,84,486 महिला मतदाता भी शामिल हैं। कुल दो लाख, 31 हजार से अधिक मतदाता सिर्फ 18 और 19 वर्ष के थे। जहां नाला विधानसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 19 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे वहीं लिट्टीपाड़ा क्षेत्र से सबसे कम आठ उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।

राज्यसभा नोट के बदले वोट मामले में जेल जा चुकीं हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन जहां जामा सीट से फिर चुनाव लड़ रही हैं वहीं सारठ सीट से झामुमो नेता और विधानसभाध्यक्ष शशांकशेखर भोक्ता भी एक बार फिर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। भोक्ता का मुकाबला तीन बार के विधायक और पूर्व सांसद सूरज मंडल से है।

इस चरण में झामुमो ने सभी सोलह सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे जबकि भाजपा ने 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे और एक सीट राम विलास पासवान की लोजपा के लिए छोड़ दी थी।

झारखंड में इस चरण के साथ ही सभी 81 विधानसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हो गया और मतों की गिनती 23 दिसंबर को जम्मूकश्मीर के साथ होगी। यहां मतदान का पहला चरण 25 नवंबर को, दूसरा दो दिसंबर को और तीसरा और चौथा क्रमश: नौ दिसंबर और 14 दिसंबर को संपन्न हुआ था।

कल दुमका में भाजपा और झामुमो कार्यकर्ताओं में हुई मारपीट और उसके बाद हुए आरोप प्रत्यारोप का प्रभाव आज के मतदान पर नजर नहीं आया और वहां शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ।

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