बेंगलुरु में घर के सामने से महिला का अपहरण और छेड़छाड़, CCTV में रिकॉर्ड हुआ पूरा हादसा
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बेंगलुरु में घर के सामने से महिला का अपहरण और छेड़छाड़, CCTV में रिकॉर्ड हुआ पूरा हादसा

मणिपुर की रहने वाली महिला का कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उसके पेइंग गेस्ट आवास के सामने से अपहरण कर लिया। अज्ञात व्यक्तियों ने कथित तौर पर उस महिला को छेड़ने का प्रयास किया था, जबकि इस दौरान कोई राहगीर उसे बचाने के लिए नहीं आया।

बेंगलुरु में घर के सामने से महिला का अपहरण और छेड़छाड़, CCTV में रिकॉर्ड हुआ पूरा हादसा

बेंगलुरु: मणिपुर की रहने वाली महिला का कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उसके पेइंग गेस्ट आवास के सामने से अपहरण कर लिया। अज्ञात व्यक्तियों ने कथित तौर पर उस महिला को छेड़ने का प्रयास किया था, जबकि इस दौरान कोई राहगीर उसे बचाने के लिए नहीं आया।

यह सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गयी। वीडियो फुटेज में वह महिला अपने मोबाइल फोन से किसी से बात करती हुई दिखती है, कि तभी कुछ व्यक्ति उसे पीछे से आकर पकड़ लेते हैं और उसका अपहरण कर लेते दिखायी देते हैं। इसके बाद वे व्यक्ति उसे सड़क के किनारे की एक निर्माणाधीन इमारत में ले जाते हैं, और उसके साथ छेड़छाड़ का प्रयास करते हैं।

वीडियो में अनेक लोग उस स्थान पर आते-जाते दिखते हैं, लेकिन कोई भी उसे छुड़ाने का प्रयास नहीं करता। यह घटना दक्षिण बेंगलुर के एक रिहाइशी इलाके में 23 अप्रैल की है। हालांकि यह मामला आज प्रकाश में आया है।

महिला ने बताया, ‘जब मैंने चिल्लाना शुरू कर दिया, तो उन लोगों ने मेरा मुंह बंद करने का प्रयास किया, तब मैंने खुद को छुड़ाने के लिए उसे काट लिया। इसके बाद उसने मुझे मारा। डर के कारण मैं एकदम अचेत हो गयी थी।’ इसके बाद वो लोग उसे अचेत अवस्था में छोड़कर भाग जाते हैं।

महिला ने कहा, ‘मैं करीब पांच मिनट तक अचेत पड़ी रही। पांच मिनट के बाद वह मुझे दिखाई नहीं दिये, जबकि मेरा बैग और मोबाइल वहीं पड़ा था।’ अपहरण करने वाले की गिरफ्तारी की मांग करते हुए महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी की मंशा उसके साथ बलात्कार करने की थी।

पुलिस की प्रतिक्रिया के संबंध में पूछने पर पीड़िता ने कहा कि पुलिस उसके पास शिकायत दर्ज कराने को कहने आयी थी। लेकिन पीजी के मालिकों ने इसके विरूद्ध सलाह देते हुए कहा कि इससे बाद में उसी को दिक्कत होगी। महिला ने कहा, ‘मुझे लगता है कि उन्हें अपना पीजी बदनाम होने का डर है।’ डीसीपी (दक्षिण) लोकेश कुमार का कहना है कि खबर अखबारों और टीवी में आने के बाद उन्हें इसकी जानकारी मिली।

उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में पुलिस प्रतिक्रिया की भी जांच हो रही है। ‘यदि लापरवाही पायी गयी तो कार्रवाई की जाएगी।’ कुमार ने बताया कि पीजी मालिक ने एक शिकायत दी है, जिसमें उसने दावा किया है कि महिला अपने प्रियजनों से सलाह करने के बाद शिकायत दर्ज कराने पर फैसला करेगी। महिला ने अगले दिन पीजी छोड़ दिया और मालिक को लगा था कि उसने शिकायत दर्ज करायी होगी।

बेंगलुरू के पुलिस आयुक्त एन. एस. मेघारिक का कहना है कि दिन में एक बाइक पुलिस गश्ती घटना के बारे में जानने के लिए मौके पर गयी थी, लेकिन महिला और पीजी मालिक किसी ने भी शिकायत नहीं दी।

उन्होंने कहा, ‘ऐसे मामलों में स्वत: संज्ञान मामले मुश्किल होते हैं क्योंकि लड़की को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल जाना होता है, बयान दर्ज कराने के लिए मजिस्ट्रेट के पास जाना होता है। कभी-कभी महिलाएं सामने नहीं आना चाहतीं.. उन्होंने कहा, ‘हालांकि, आज हमने पीजी मालिक को बुलाया था और शिकायत ले ली है।’ मेघारिक ने कहा कि उन्होंने डीसीपी (दक्षिण) को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है।

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