कोलकाता में निर्माणाधीन फ्लाईओवर हुआ धड़ाम, 18 लोगों की मौत, 60 से ज्यादा घायल, PM मोदी ने जताया शोक
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कोलकाता में निर्माणाधीन फ्लाईओवर हुआ धड़ाम, 18 लोगों की मौत, 60 से ज्यादा घायल, PM मोदी ने जताया शोक

भीड़ भरी सड़क पर गुरुवार को निर्माणाधीन दो किलोमीटर लंबे एक फ्लाईओवर के गिर जाने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए और कई लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। फ्लाईओवर गिरने से उसके नीचे खड़े तमाम वाहन और रेहड़ी-पटरी वाले दब गए। फ्लाईओवर निर्माण कंपनी आईवीआरसीएल के तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।

कोलकाता में निर्माणाधीन फ्लाईओवर हुआ धड़ाम, 18 लोगों की मौत, 60 से ज्यादा घायल, PM मोदी ने जताया शोक

कोलकाता : भीड़ भरी सड़क पर गुरुवार को निर्माणाधीन दो किलोमीटर लंबे एक फ्लाईओवर के गिर जाने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए और कई लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। फ्लाईओवर गिरने से उसके नीचे खड़े तमाम वाहन और रेहड़ी-पटरी वाले दब गए। फ्लाईओवर निर्माण कंपनी आईवीआरसीएल के तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।

चारों ओर से आलोचनाएं झेल रही फ्लाईओवर निर्माण कंपनी हैदराबाद की आईवीआरसीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के पांडुरंग राव ने दावा किया है, ‘यह और कुछ नहीं बल्कि भगवान की करनी है।’ पुलिस का कहना है कि बड़ा बाजार इलाके में हुए इस हादसे में 18 लोग मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए। यह शहर का सबसे बड़ा थोक बाजार है। घायलों को तुरंत आसपास के अस्पतालों में ले जाया गया।

राज्य प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि 62 लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। जबकि अन्य कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। कंक्रीट और स्टील के इस मलबे के नीचे कई वाहन भी दबे हुए हैं। सीसीटीवी फुटेज में लोग, कारें, ऑटो रिक्शा और रेहड़ी-पटरी वाले इस मलबे में दबे हुए दिख रहे हैं। कुछ लोग जो वहां से भागने का प्रयास कर रहे थे, वे भी मलबे में दब गए।

सीमेंट मिलाने वाली मशीन के नीचे से खून से सना एक हाथ बाहर निकाल कर कोई मदद की गुहार लगा रहा था। आसपास के लोग अंदर फंसे हुए लोगों के लिए पानी को बोतलें दे रहे हैं। हादसे के बाद राजनीतिक दोषारोपण का खेल शुरू हो गया है। तृणमूल कांग्रेस इसके लिए वाम दलों को जिम्मेदार ठहरा रही है, जिनके शासन काल में इसका निर्माण शुरू हुआ, तो दूसरी ओर वाम दल तृणमूल पर पलटवार कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘टेंडर 2009 में पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार द्वारा दिया गया था और यह हैदराबाद की आईवीआरसीएल कंस्ट्रक्शंस को दिया गया।’ उन्होंने कहा कि बार-बार याद दिलाने के बावजूद कंपनी ने सरकार को कंस्ट्रशन योजना की जानकारी मुहैया नहीं करायी है।

सेना के करीब 300 जवान, एनडीआरएफ के कर्मचारी, राज्य आपदा प्रबंधन बल, शहर पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मचारी संयुक्त रूप से राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों और इससे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’ ममता पश्चिमी मिदनापुर जिले में अपना चुनाव प्रचार बीच में छोड़कर आ गयी हैं।

राज्य के मुख्य सचिव बसुदेब बनर्जी ने मृतकों के निकटतम परिजनों को पांच-पांच लाख रूपए, गंभीर रूप से घायलों को तीन-तीन लाख रूपए और अन्य घायलों को एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, ‘सभी घायलों के इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी।’ इस 2.2 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य 2009 में वाम मोर्चा के शासन काल में शुरू हुआ था। मलबे को हटाने और घायलों को बचाने के लिए बड़ी-बड़ी क्रेनों और राहत वाहनों को काम पर लगाया गया है।

हादसे की जगह पर मौजूद एक संवाददाता ने कई घायलों को खून से लथपथ पड़े देखा। कई अन्य वाहन कंक्रीट और स्टील के भारी गर्डरों के नीचे दबे हुए हैं। हादसा दोपहर में बड़ा बाजार के करीब भीड़ भरी रबिन्द्र सरणि - केके टैगोर मार्ग पर हुआ। यह शहर के सबसे भीड़ भरे इलाकों में से एक है। फ्लाईओवर के नीचे कई रेहड़ी-पटरी वाले खड़े रहते हैं और लोग कारें खड़ी करने के लिए भी उसका इस्तेमाल करते थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जो फिलहाल अमेरिका की यात्रा पर हैं, केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और अन्य नेताओं ने हादसे में लोगों की मौतों पर शोक और संवेदनाएं जतायी हैं। साथ ही उन्होंने केन्द्र की ओर से राहत और बचाव कार्य में हर संभव मदद का निर्देश दिया है।

राज्य सरकार ने आपात हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं.. 1070, 033-22143526, 033-22535185, 033-22145664। ये लाइनें राज्य सविचालय से जुड़ी हैं और हादसे में मारे गए या घायल हुए लोगों के संबंध में सूचनाएं मुहैया करा रही हैं। सेना ने 10 एम्बुलेंस और चिकित्सकों की टीमों को मौके पर भेजा है। सेना के इंजीनियरों की एक टीम भी क्रेन, पानी के टैंकर, गैस कटर और विशेष उपकरणों के साथ मौके पर पहुंच गई है और मलबा हटाने में बचाव दलों की मदद कर रही है।

बंगाल इलाके के जनरल अफसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल राजीव तिवारी बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने हादसे की जांच कराने की मांग की है। भाजपा ने हादसे की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘हमें लगता है कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके। राज्य को सीबीआई जांच की मांग करनी चाहिए। यह हादसा फ्लाईओवर निर्माण में गहरे भ्रष्टाचार का प्रत्यक्ष उदाहरण है।’ 

कांग्रेस और माकपा ने भी हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा कि फ्लाईओवर की पूरी निर्माण प्रक्रिया की जांच होनी चाहिए।

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