एसवाईएल विवाद: पंजाब पुलिस ने इनेलो की रैली से पहले प्रवेश स्थलों की किलेबंदी की
Advertisement

एसवाईएल विवाद: पंजाब पुलिस ने इनेलो की रैली से पहले प्रवेश स्थलों की किलेबंदी की

हरियाणा की सीमा से लगते पंजाब के उन मुख्य प्रवेश स्थलों पर सुरक्षा बलों का बड़ा दल तैनात किया गया है और अवरोधक लगाए गए हैं जहां से सतलुज-यमुना लिंक नहर की खुदाई के लिए इनेलो कार्यकर्ता पंजाब में प्रवेश कर सकते हैं। हरियाणा के साथ लगती सीमा पर शांबु टोल बैरियर एवं सरला हेडवर्क्‍स पर बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है।

तस्वीर के लिए साभार- ani

चंडीगढ़ : हरियाणा की सीमा से लगते पंजाब के उन मुख्य प्रवेश स्थलों पर सुरक्षा बलों का बड़ा दल तैनात किया गया है और अवरोधक लगाए गए हैं जहां से सतलुज-यमुना लिंक नहर की खुदाई के लिए इनेलो कार्यकर्ता पंजाब में प्रवेश कर सकते हैं। हरियाणा के साथ लगती सीमा पर शांबु टोल बैरियर एवं सरला हेडवर्क्‍स पर बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है।

शांबु टोल बैरियर पर अम्बाला में नई सब्जी मंडी से करीब दो किलोमीटर दूर तक अवरोधक लगाए गए हैं। यहां पर इनेलो को ‘जल युद्ध सम्मेलन’ आयोजित करना है। इसके बाद इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला सतलुज यमुना लिंक नहर खोदने के लिए पटियाला के कपूरी की ओर रैली का नेतृत्व करेंगे। रैली के मद्देनजर कई स्थानों पर यातायात को परिवर्तित करने के प्रबंध किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि पंजाब ने हरियाणा के साथ लगती सीमा के पास स्थित गांवों के निकट अर्धसैन्य बलों की 10 कंपनियां और करीब 5000 पुलिसकर्मी तैनात किए हैं।

हालात से निपटने के लिए दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर काम कर रही है, सड़कों पर अवरोधक लगाए गए हैं और शांबु सीमा पर दीवारें खड़ी की गई हैं। आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 लागू कर दी गई है जिसके तहत पांच या अधिक लोगों का एकत्र होना मना है। इलाके में पांच ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालात पर नजर रखने के लिए हवाई निगरानी की जा रही है।

पंजाब पुलिस ने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के कार्यकर्ताओं को भी कपूरी या शांबु सीमा जाने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है। फेडरेशन ने इनेलो कर्मियों को पंजाब में प्रवेश करने से रोकने की घोषणा की थी ताकि वह कपूरी या शांबु सीमा तक न पहुंच सकें। पंजाब के डीजीपी एच एस ढिल्लों ने कहा कि किसी को भी शांति बाधित करने और कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

यहां से लगभग तीस किमी दूर शांबु सीमा पर पड़ोसी जिले से बुलवाए गए पुलिसकर्मियों, अर्धसैनिक बलों की दस कंपनियों, दंगा नियंत्रक बल और घुड़सवार बटालियन को तैनात किया गया है। हरियाणा के डीजीपी केपी सिंह, एडीजीपी आरसी मिश्रा और वरिष्ठ प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों ने पंजाब-हरियाणा सीमा का दौरा कर वहां का जायजा लिया।

मिश्रा ने कहा कि राज्य पुलिस के लगभग एक हजार कर्मी अंबाला शहर और एनएच-1 पर हालात पर नजर रखे हुए हैं।
पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने इससे पहले शांबु गांव का दौरा किया था और इनेलो की रैली से पहले हालात का जायजा लिया था।

अरोड़ा ने कहा, ‘सभी संभावित तैयारियां कर ली गई हैं। बल किसी भी हालात से निबटने के लिए तैयार हैं।’’ इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय चौटाला ने संकल्प लिया कि वह अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने जल मुद्दे पर अपना फैसला हरियाणा के पक्ष में दिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने बार-बार यह दोहराया है कि राज्य के किसान पानी की गंभीर कमी से जूझ रहे हैं ऐसे में राज्य के पास किसी भी और राज्य को देने के लिए एक बूंद भी पानी नहीं है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कल कहा था कि सतलुज-यमुना लिंक नहर के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। पंजाब कांग्रेस प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह यह चेतावनी देते आ रहे हैं कि एसवाईएल मुद्दे पर पंजाब में आतंकवाद फिर सिर उठा सकता है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि यदि इनेलो हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलवाने में मदद देने को लेकर गंभीर है तो उसे कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए और नहर का काम जल्द से जल्द पूरा करवाने के लिए केंद्र पर दबाव बनाना चाहिए।

 

Trending news