राजौरी में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में बीएसएफ के अधिकारी की मौत
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राजौरी में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में बीएसएफ के अधिकारी की मौत

भारत-पाकिस्तान के बीच एक-दूसरे पर मोर्टार ना दागने संबंधी सहमति बनने के महज 24 घंटे बाद ही, सीमापार से सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर मोर्टार दागे जिसमें बीएसएफ के एक अधिकारी की जान चली गयी।

राजौरी में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में बीएसएफ के अधिकारी की मौत

जम्मू : भारत-पाकिस्तान के बीच एक-दूसरे पर मोर्टार ना दागने संबंधी सहमति बनने के महज 24 घंटे बाद ही, सीमापार से सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर मोर्टार दागे जिसमें बीएसएफ के एक अधिकारी की जान चली गयी।

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच दिल्ली में हुई महानिदेशक स्तरीय बातचीत में संघर्षविराम को कायम रखने पर सहमति बनने के एक दिन बाद, बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार रात कहा, ‘पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा आज शाम संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया। उन्होंने राजौरी जिले के मंजाकोटे में नियंत्रण रेखा पर स्थित अग्रिम चौकियों पर मोर्टार दागे।’

अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजकर बीस मिनट के करीब उन्होंने 82 एमएम के दो मोर्टार बम दागे, जिनमें एक अग्रिम भारतीय चौकी के पास विस्फोट हुआ। इसमें बीएसएफ के एक सहायक उपनिरीक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए।

राजस्थान के सीकर जिले के रहने वाले एएसआई सोहन लाल की बाद में मौत हो गयी। घटना के बाद सीमा की सुरक्षा में लगी टुकड़ियों ने जवाबी कार्रवाई की।

इससे पहले आज दिन में पाकिस्तानी सीमा की सुरक्षा में लगे सैनिकों ने साम्बा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी की थी।

बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया, ‘पाकिस्तानी रेंजरों ने आज सुबह छोटे हथियारों से तीन राउंड गोलीबारी की। सांबा में एक अग्रिम सीमा चौकी उनका निशाना थी।’ उन्होंने बताया कि हालांकि बीएसएफ ने इस संबंध में कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की।

इस वर्ष सितंबर में पाकिस्तान अभी तक 15 बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर चुका है।

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