ललित मोदी विवाद पर संसद के दोनों सदनों में फिर जोरदार हंगामा, सुषमा स्‍वराज के इस्‍तीफे पर अड़ी कांग्रेस
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ललित मोदी विवाद पर संसद के दोनों सदनों में फिर जोरदार हंगामा, सुषमा स्‍वराज के इस्‍तीफे पर अड़ी कांग्रेस

संसद के मानसून सत्र में लोकसभा के पहले कामकाजी दिवस की कार्यवाही ललित मोदी प्रकरण को लेकर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों के खिलाफ अध्यक्ष द्वारा कार्रवाई की चेतावनी दिए जाने के बावजूद हंगामा जारी रहा, जिसके चलते सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। कांग्रेस सुषमा स्‍वराज के इस्‍तीफे पर अड़ी रही।

ललित मोदी विवाद पर संसद के दोनों सदनों में फिर जोरदार हंगामा, सुषमा स्‍वराज के इस्‍तीफे पर अड़ी कांग्रेस

नई दिल्‍ली : संसद के मौजूदा मॉनसून सत्र में आगे गतिरोध कायम रहने के आसार बने हुए हैं क्योंकि कांग्रेस ने ललित मोदी प्रकरण को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफा देने तक किसी भी चर्चा से इनकार किया है। दूसरी ओर, दोनों के इस्तीफे की मांग को सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है। संसद के मानसून सत्र में लोकसभा के पहले कामकाजी दिवस की कार्यवाही ललित मोदी प्रकरण को लेकर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों के खिलाफ अध्यक्ष द्वारा कार्रवाई की चेतावनी दिए जाने के बावजूद हंगामा जारी रहा, जिसके चलते भोजनावकाश से पहले ही सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।

लाइव अपडेट:-

- ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाला मामले में सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग पर विपक्ष के भारी हंगामे के कारण दो बार के स्थगन के बाद लोकसभा की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद दिनभर के लिए स्थगित। 

- हंगामा जारी रहने के बाद राज्‍यसभा की कार्यवाही भी गुरुवार तक के लिए स्‍थगित।

- राज्‍यसभा में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और अरुण जेटली के बीच तीखी बहस हुई। 

-विपक्ष तर्क में कमजोर, व्यवधान पैदा करने में आगे: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में कामकाज बाधित होने पर कहा।

-सरकार अपने मंत्रियों के खिलाफ आरोपों की जांच कराने की विपक्ष की मांग को खारिज करती है, कानून के किसी प्रावधान का उल्लंघन नहीं हुआ: जेटली।

-हमें उम्मीद है कि कांग्रेस जीएसटी पर अपने ‘गैर जिम्मेदाराना’ रूख पर फिर से विचार करेगी, क्योंकि यह अपने ही विधेयक और मुख्यमंत्रियों के खिलाफ असंतोष जताना है: जेटली।

- राज्यसभा में आज ललित मोदी विवाद एवं मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले को लेकर हंगामे के कारण सदन की बैठक को तीन बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

-हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्‍थगित।  

-लोकसभा स्‍पीकर ने अनुशासनात्‍मक कार्रवाई की बात कही। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन में पोस्टर, बैनर, झंडे दिखाने और काली पट्टी बांध कर आने पर सख्त आपत्ति जताते हुए चेतावनी दी कि ऐसा करके सदन की गरिमा को आहत करने वाले सदस्यों के खिलाफ वह कार्रवाई करने को मजबूर होंगी।
 
-कांग्रेस सांसद लोकसभा में काली पट्टी बांधकर और प्‍लेकार्ड लेकर गए।

-राज्‍यसभा में विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्‍थगित।

- सुषमा पर अरुण जेटली ने कहा कि उन्‍होंने किस कानून का उल्‍लंघन किया है?

-राज्‍यसभा में विपक्षी दलों का जोरदार हंगामा।

- ललित मोदी विवाद पर आर पार, सरकार राज्‍यसभा में चर्चा के लिए तैयार।

-मायावती ने ललित मोदी मामले पर राज्‍यसभा में कहा- केंद्र सरकार सुषमा, वसुंधरा राजे पर कार्रवाई करे। व्‍यापम स्‍टेट का मुद्दा नहीं बल्कि राष्‍ट्रीय मुद्दा है। सरकार दोनों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। दोनों पर कार्रवाई नहीं होना दुर्भाग्‍यपूर्ण है।

-सुषमा के इस्‍तीफे पर अड़ी कांग्रेस

-लोकसभा में प्‍लेकार्ड लेकर पहुंचे कांग्रेसी सांसद

-प्‍लेकार्ड पर लिखा: बड़े मोदी मेहरबान, तो छोटे पहलवान

-राज्‍यसभा में भी सुषमा स्‍वराज को लेकर हंगामा जारी।

-बीजेपी नेता अरुण जेटली ने राज्‍यसभा में कहा कि इस मसले पर हम चर्चा के लिए तैयार हैं।

-ललित मोदी मामले को लेकर कांग्रेसी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

-राज्‍यसभा में कांग्रेस ने रखा स्‍थगन प्रस्‍ताव।

-लोकसभा में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी ने रखा स्‍थगन प्रस्‍ताव। 

- कांग्रेस के सदस्‍य बांह पर काली पट्टी बांधकर लोकसभा में जा रहे हैं। 

-संतोष बागरोडिया मामले पर राहुल गांधी ने कहा कि संसद में इस मसले पर जवाब देंगे, संसद में कांग्रेस पार्टी अपना पक्ष रखेगी।

- ललित मोदी विवाद पर बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने। 

-भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद केंद्रीय नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोई भी इस्तीफा नहीं होगा।

- अमित शाह ने कहा कि व्‍यापम, ललितगेट पर शर्मशार होने की जरूरत नहीं, हमने कुछ गलत नहीं किया है। 

- ललित मोदी विवाद पर बैठक में सुषमा स्‍वराज ने रखा अपना पक्ष। 

- बीजेपी संसदीय दल की बैठक खत्‍म।

- कांग्रेस पार्टी के सांसदों का मौन प्रदर्शन एक बजे तक के लिए टला, दोपहर एक बजे होना था कांग्रेस का मौन प्रदर्शन। 

- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्वीटर पर ट्वीट कर कहा है कोयला घोटाले के आरोपी संतोष बागरोदिया के डिप्लोमेटिक पासपोर्ट बनाने के लिए कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने मुझपर दबाव डाला।

- सुषमा ने कहा कि वह आज सदन में उस कांग्रेस नेता के नाम का खुलासा करेंगी।

संसद के मानसून सत्र में लोकसभा के पहले कामकाजी दिवस की कार्यवाही ललित मोदी प्रकरण को लेकर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों के खिलाफ अध्यक्ष द्वारा कार्रवाई की चेतावनी दिए जाने के बावजूद हंगामा जारी रहा, जिसके चलते भोजनावकाश से पहले ही सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।

अध्यक्ष की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए कांग्रेस और वामदलों के सदस्य प्लेकार्ड लिए हुए आसन के समक्ष आ गए जिससे संकेत मिलता है कि वे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और व्यापम मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हटाए जाने की अपनी मांग पर कदम पीछे खींचने वाले नहीं हैं।

राजद और राकांपा के सदस्य भी इस मुद्दे पर सदन में कांग्रेस की मांग का समर्थन करते नजर आए। विपक्षी सदस्यों द्वारा आसन के समक्ष दिखाए जा रहे प्लेकार्डों पर लिखा था, ‘बड़े मोदी मेहरबान तो छोटे मोदी पहलवान’, ‘पीएम चुप्पी तोड़ो’ और ‘मोदीजी 56इंच दिखाओ, सुषमा, राजे को तुरंत हटाओ।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस हंगामे के समय सदन में मौजूद नहीं थे लेकिन सुषमा गृह मंत्री राजनाथ सिंह तथा परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ सत्ता पक्ष की ओर अग्रिम पंक्ति में बैठी थीं। उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेसी सदस्य काली पट्टी लगाकर सदन में आए थे और अध्यक्ष की चेतावनी के बावजूद उन्होंने काली पट्टी पहने हुए और प्लेकार्ड दिखाते हुए नारेबाजी की।

इससे पहले, संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन ललित मोदी प्रकरण को लेकर कांग्रेसी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। राहुल गांधी समेत कांग्रेस सदस्य आज सदन में अपनी बांह पर काली पट्टी लगाकर आए थे।

अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि काली पट्टी या काला झंडा लगाना उचित नहीं है और वह सदस्यों से आग्रह करती हैं कि वे इस पर ध्यान दें और ऐसा न करें। इससे पहले आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ने कुछ स्थानों पर प्राकृतिक आपदाओं तथा देश एवं दुनिया के कुछ हिस्सों में आतंकी घटनाओं का जिक्र किया एवं सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू करने को कहा। तब सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जन खडगे कुछ कहने के लिए उठे। लेकिन भाजपा सदस्यों ने इस पर आपत्ति व्यक्त की।

अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें एन के प्रेमचंद्रन, मल्लिकाजरुन खडगे, सौगत राय, धर्मेन्द्र यादव, जयप्रकाश नारायण यादव, वीरप्पा मोइली, मोहम्मद सलीम आदि के कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं। विषय महत्वपूर्ण है लेकिन इस पर सदन की कार्यवाही स्थागित नहीं की जा सकती है। इसलिए वह उन्हें नामंजूर करती हैं। इस पर कांग्रेस सदस्य अपने हाथों में तख्तियां लेकर ललित मोदी प्रकरण को उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस सदस्यों की तख्तियों पर लिखा था, ‘ललित मोदी पर क्यों मौनासान’, ‘जब बड़े मोदी मेहरबान, तो छोटे मोदी पहलवान’। इस दौरान टीआएस सदस्य अपने हाथों में तख्तियां लेकर तेलंगाना में उच्च न्यायालय स्थापित करने की मांग करते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। सदन में व्यवस्था नहीं बनते देख अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी। उधर, राज्‍यसभा में भी कांग्रेस, सपा समेत विपक्षी दलों ने ललित मोदी विवाद पर हंगामा जारी रखा और सुषमा स्‍वराज के इस्‍तीफे की मांग की।

राज्‍यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सदस्यों ने जो कार्य स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिए हैं, पहले सदन में उनको अपना पक्ष रखने की अनुमति मिलनी चाहिए। इसके बाद कुरियन ने बसपा प्रमुख मायावती को अपनी बात रखने का मौका दिया। लेकिन तभी सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने उनका विरोध करते हुए कहा कि प्रस्ताव पर बोलने की बजाय सदन में सीधे चर्चा होनी चाहिए। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। सदन में चर्चा कराई जानी चाहिए।

इसके बाद सदन में जैसे ही मायावती ने बोलना शुरू किया, सत्ता पक्ष के सदस्यों तथा पीयूष गोयल एवं प्रकाश जावड़ेकर जैसे केंद्रीय मंत्रियों ने चर्चा शुरू कराए जाने की मांग की। सत्ता पक्ष के सदस्यों की चर्चा कराये जाने की मांग को लेकर हंगामे के बीच ही मायावती ने इन दोनों मुद्दों पर केन्द्र सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि इस प्रकरण ने ‘न खाउंगा और न खाने दूंगा’ जैसे दावे करने वाले लोगों को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने मांग की कि राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों का इस्तीफा करवाया जाना चाहिए क्योंकि उनके इस्तीफे के बाद ही निष्पक्ष जांच हो पाएगी। सत्ता पक्ष के सदस्यों एवं केन्द्रीय मंत्रियों की बार बार की टोकाटोकी की ओर इशारा करते हुए कुरियन ने कहा, ‘‘सरकार विपक्ष का काम क्यों करना चाहती है।

इसी बीच, जेटली ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि मायावती ने दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नाम लिए हैं उसे कार्रवाई से निकाला जाना चाहिए। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने व्यवस्था के प्रश्न के नाम पर मामला उठाते हुए कहा कि व्यापमं घोटाले में मौतें केवल एक राज्य में नहीं हुई हैं। इसलिए इस मामले में केन्द्र की भी जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि संसद का काम सरकार को जवाबदेह बनाना है। इस पर जेटली ने येचुरी से सवाल किया कि क्या वह बता सकते हैं कि सुषमा स्वराज ने जो किया वह किसी कानून का उल्लंघन है। सदन की बैठक साढ़े बारह बजे शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने सुषमा के इस्तीफे की मांग फिर उठाई। सभापति हामिद अंसारी ने जदयू के नेता शरद यादव को अपनी बात रखने के लिए कहा। यादव ने कहा कि सदन में इसलिए गतिरोध बना हुआ है क्योंकि हम साथ नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी नेताओं ने आरोप लगने पर इस्तीफा दिया है। हवाला मामले में नाम आने के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने भी इस्तीफा दिया था। यादव के इतना कहते ही भाजपा सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई। जेटली ने कहा कि नारेबाजी की राजनीति बहुत हो चुकी। अब नारेबाजी की राजनीति की अनुमति नहीं दी जाएगी। अगर आपके पास कोई तर्क हो तो वह दीजिये। जदयू नेता ने कहा कि अगर आपके मंत्री इस्तीफा देते हैं तो इससे आपका ही सम्मान बढ़ेगा।

इस पर नकवी और अन्य भाजपा सदस्यों ने कहा कि कोई भी इस्तीफा नहीं देगा। जेटली ने कहा कि विपक्ष चर्चा चाहता है तो चर्चा करे। चर्चा में क्या दिक्कत है। इसी बीच कांग्रेस सदस्यों ने सुषमा के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी और सत्ता पक्ष के सदस्य उनका विरोध करने लगे।

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