विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर ब्रिटिश कोर्ट के फैसले का मुंबई के लोगों ने किया स्वागत
Advertisement

विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर ब्रिटिश कोर्ट के फैसले का मुंबई के लोगों ने किया स्वागत

सोमवार शाम वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत की न्यायाधीश एम्मा आर्बुथनोट ने माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश किया.

विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर कोर्ट के आदेश का लोगों ने किया स्वागत. (तस्वीर- Reuters)

मुंबई : भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को प्रत्यर्पित करने के लिए ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत का आदेश आने के कुछ ही घंटों बाद मुंबई के प्रतिष्ठित लोगों ने इस घटनाक्रम का स्वागत किया और कहा कि यह आर्थिक अपराधियों को एक कड़ा संदेश देगा. माल्या करीब 9,000 करोड़ रूपये के कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में वांछित है.

सोमवार शाम वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत की न्यायाधीश एम्मा आर्बुथनोट ने माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश किया.

fallback

नौकरशाह से नेता बनी आभा सिंह ने कहा कि माल्या का प्रत्यर्पण भारतीय कानून व्यवस्था में लोगों का विश्वास बहाल करेगा और आर्थिक अपराधियों को यह संदेश भी देगा कि वे अपने देश के लोगों को धोखा देकर भाग नहीं सकते. उन्होंने कहा कि इस अदालती आदेश ने देश को और अधिक मजबूत बना दिया है और हीरा कारोबारी नीरव मोदी तथा मेहुल चोकसी जैसे अन्य भगोड़े अपराधियों को वापस स्वदेश लाने में इससे मदद मिलेगी. नीरव और चोकसी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ करीब 13,000 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी करने के आरोपी हैं. 

मुंबई उत्तर-पूर्व से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लोकसभा सदस्य किरिट सोमैया ने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने विजय माल्या को हासिल कर लिया है. यह कार्रवाई की शुरूआत है. दिवालिया संहिता ने नतीजे दिखाना शुरू कर दिया है. एस्सार स्टील और भूषण स्टील के मुद्दे हल हो गए हैं और अब घोटालेबाजों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है.’’ 

मुंबई कांग्रेस प्रमुख संजय निरूपम ने माल्या के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटिश अदालत का आभार जताते हुए कहा कि इस कारोबारी के देश छोड़ कर भागने पर अपने पहले के आरोपों पर वह अडिग हैं. 

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आशा है कि माल्या से पूरा पैसा बरामद कर लिया जाएगा और बैंकों को अपना बकाया मिल जाएगा. लेकिन मैं अब भी अपने आरोपों पर अडिग हूं कि ‘लुक आउट नोटिस’ क्यों हटाया गया और उसे (माल्या को) क्यों भाग जाने दिया गया? ’’ सामाजिक कार्यकर्ता मयंक गांधी ने माल्या को प्रत्यर्पित कराने के लिए सरकारी एजेंसियों के एक मजबूत मामला बनाने की कोशिशों की सराहना की. मयंक ने कहा, ‘‘एजेंसियों (सीबीआई सहित) ने अदालत में इस मामले को मजबूती से पेश करने के लिए काफी मेहनत की. कहीं ना कहीं, सरकार ने भी दबाव बनाया.’’ 

(भाषा इनपुट)

Trending news