देश की सूखी नदियों पर मोदी ने जताई चिंता, नर्मदा संरक्षण के 'रोडमैप' को बताया 'परफेक्ट डॉक्युमेंट'
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देश की सूखी नदियों पर मोदी ने जताई चिंता, नर्मदा संरक्षण के 'रोडमैप' को बताया 'परफेक्ट डॉक्युमेंट'

नर्मदा सेवा यात्रा के समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि जिस मां नर्मदा ने हमें बचाया है उसे बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी है. आज देश में कई नदियां सिर्फ नक्शे में बची हैं इसलिए जरूरी है कि नदी संरक्षण को पुण्य काम के तौर पर अपनाकर नर्मदा को बचाया जाए. 

अमरकंटक में नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के समापन समारोह को संबोधित करते पीएम नरेंद्र मोदी.

अमरकंटक (मप्र): देश में सूख रही नदियों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार (15 मई) को कहा कि नक्शे में देश की कई नदियां है, लेकिन इनमें पानी नहीं है. यहां 148 दिनों तक चली ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘हिन्दुस्तान में कई नदियां हैं. नक्शे पर (नदियों के) निशान है, लेकिन पानी का नामोनिशान नहीं है. कई नदियां इतिहास के गर्त में हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में केरल में एक नदी है जिसका नाम ‘भारत पूजा’ है. केरल की यह नदी बचेगी कि नहीं बचेगी, यह चिंता का विषय हैं.’ 

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश की जनता को नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए समय रहते सजग होने की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा नर्मदा संरक्षण के लिए आज (सोमवार, 15 मई) जारी रोडमैप (नर्मदा प्रवाह पुस्तक) भविष्य के विजन के लिए ‘परफेक्ट डॉक्युमेंट’ है. उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार से कहा है कि वह इसे देश के अन्य राज्यों को भी साझा करे, ताकि वे भी अपने-अपने राज्यों में नदियों के संरक्षण के लिए ऐसी ही पहल शुरू कर सकें.

मोदी ने कहा, ‘यह डॉक्युमेंट मुझे पहले ही भेज दिया गया था और मैंने इसे पूरी तरह से पढ़ा है. इसमें वह सभी ब्योरे दिये गये हैं, जिन-जिन कामों को किया जाना है, किसके द्वारा किया जाना है और किस समय तक किया जाना है. मेरे विचार में यह रोडमैप भविष्य के विजन के लिए ‘परफेक्ट डॉक्युमेंट’ है. इसे अन्य राज्यों को भी साझा करना चाहिए, ताकि वे भी अपने-अपने राज्यों में नदियों के संरक्षण के लिए ऐसी ही पहल शुरू कर सकें.’ 

इस यात्रा को शुरू करने के लिए प्रदेश की जनता एवं विशेष रूप से चौहान को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, ‘इस अभियान में 25 लाख से अधिक लोग शामिल हुए हैं. नर्मदा संरक्षण का अभियान चलाकर मध्यप्रदेश ने नदी, मानवता एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए बहुत बड़ा काम किया है. जनभागिता के बगैर यह अभियान संभव नहीं है.’ मोदी ने कहा, ‘गुजरात के लोग पानी की एक-एक बूंद के महत्व को जानते हैं. मैं गुजरात, राजस्थान एवं महाराष्ट्र के नागरिकों की ओर से इस अभियान को चलाने के लिए मुख्यमंत्री चौहान एवं मध्यप्रदेश की जनता का अभिनंदन करता हूं.’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘नर्मदा के संरक्षण के लिए चलाये जा रहे ऐसे महान कार्य को हम समझ नहीं सके. यदि यही अभियान दुनिया के किसी देश में 150 दिनों तक चला होता, तो मीडिया एवं अन्य लोग वहां दौड़ पड़ते. लेकिन यह हमारा दुर्भाग्य है कि हम ऐसे मौके गवां देते हैं.’ इस संबंध में उन्होंने विश्व के किसी भी भाग में सोलर प्लांट लगाये जाने के महत्व का उदाहरण देते हुए कहा कि इसकी चर्चा पूरे दुनिया में होने लगती है. इस मौके पर उन्होंने लोगों से आहवान किया कि वर्ष 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर आज से ही वे नये भारत का निर्माण करने के लिए काम में जुट जायें.

मोदी ने कहा, ‘वर्ष 2022 तक नया भारत बनाने का सपना लेकर चलना है. हर हिन्दुस्तानी को जोड़ना है. देश के विकास के लिए हर देशवासी को जोड़ना है.’ उन्होंने कहा, ‘यदि देश की 125 करोड़ जनता देश के विकास से लिए एक कदम भी आगे चलेगी, तो पांच साल के भीतर सवा सौ करोड़ कदम देश आगे निकल जाएगा.’ मोदी ने कहा, ‘मैं लोगों से आहवान करता हूं कि इसके लिए आप उसी तरह से प्रतिज्ञा कर लें जैसे प्रतिज्ञा आपने आजादी की लड़ाई के दौरान ली थी, ताकि देश की तरक्की हो सके.’ 

उन्होंने कहा, ‘हमें परिवार के रूप में, संगठन के रूप में एवं देश के रूप में फैसला करना चाहिए कि मैं (देश के नागरिक) देश के विकास के लिए क्या कर सकता हूं.’ मोदी ने कहा कि मेरी सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने पर काम कर रही है और इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार ने योजना भी तैयार कर ली है. नर्मदा के दोनों तटों पर फलदार पेड़ लगाये जाने की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, ‘जो अनाज बोते हैं, वे केवल एक साल के बारे में सोचते हैं, जबकि जो आगे की सोचते हैं, वे फलदार वृक्ष लगाते हैं.’ 

मोदी ने हाल ही में मध्यप्रदेश के दो शहरों इंदौर एवं भोपाल को देश का क्रमश: पहला एवं दूसरा स्वच्छ शहर मिलने का जिक्र करते हुए कहा कि यह मध्यप्रदेश के लिए गर्व का विषय है. देश के 100 सबसे अधिक स्वच्छ शहरों की रेटिंग में प्रदेश के 22 शहरों ने स्थान पाया है. इससे पहले मोदी यहां नर्मदा मंदिर गये और मंदिर के दर्शन कर पूजा अर्चना की, जहां से मां नर्मदा का उद्गम हुआ.

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