अब्दुल कलाम जनता के राष्ट्रपति थे : प्रणब मुखर्जी
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अब्दुल कलाम जनता के राष्ट्रपति थे : प्रणब मुखर्जी

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर सोमवार को शोक प्रकट किया और कहा कि राष्ट्र ने एक महान सपूत खो दिया है जो आजीवन जनता के राष्ट्रपति थे और अपनी मृत्यु के बाद भी ‘जनता के राष्ट्रपति’ बने रहेंगे।

अब्दुल कलाम जनता के राष्ट्रपति थे : प्रणब मुखर्जी

नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर सोमवार को शोक प्रकट किया और कहा कि राष्ट्र ने एक महान सपूत खो दिया है जो आजीवन जनता के राष्ट्रपति थे और अपनी मृत्यु के बाद भी ‘जनता के राष्ट्रपति’ बने रहेंगे।

मुखर्जी ने पूर्व राष्ट्रपति कलाम के निधन पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में कहा है, ‘मैं अपने दिवंगत मित्र कलाम को सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’ उनके निधन को अपना व्यक्तिगत नुकसान बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कलाम अत्यधिक लोकप्रिय थे और काफी प्रशंसनीय थे।

मुखर्जी ने कहा, ‘उनकी गर्मजोशी, विनम्रता और सदाचार ने सबको उनकी ओर आकर्षित किया। बच्चों से वह विशेष रूप से प्रेम करते थे और प्रेरणादायी भाषणों और व्यक्तिगत बातचीत के जरिए हमारे देश के युवाओं को लगातार प्रेरित करने की कोशिश करते थे।’ उन्होंने कहा कि कलाम विज्ञान एवं नवोन्मेष के प्रति अपने उत्साह को लेकर और प्रख्यात वैज्ञानिक, प्रशासक, शिक्षाविद तथा लेखक के रूप में अपने योगदान को लेकर हमेशा याद किए जाएंगे।

भारत के रक्षा अनुसंधान के नेतृत्वकर्ता के रूप में उनकी उपलब्धियों ने राष्ट्र की सुरक्षा को काफी मजबूत किया है।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘राष्ट्र के प्रति अपने अथक सेवाओं को लेकर वह कई प्रख्यात पुरस्कार से नवाजे गए।’ उनके गुजर जाने से हमने भारत का एक महान सपूत खो दिया है जो आजीवन इस देश के प्रति और इसके लोगों के प्रति समर्पित थे।

उन्होंने कहा, ‘डॉ कलाम जीवन भर जनता के राष्ट्रपति थे और मृत्यु के बाद भी बने रहेंगे।’

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