मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर, एक नज़र सियासी सफर पर
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मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर, एक नज़र सियासी सफर पर

मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर, एक नज़र सियासी सफर पर (फाइल फोटो)

नई दिल्लीः मनोहर पर्रिकर आज शाम 5 बजे राजभवन में गोवा के सीएम पद की शपथ लेंगे. पर्रिकर ने 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में 21 सदस्यों के समर्थन का दावा किया है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 13 सीटों पर जीत मिली है. गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के 3-3 सदस्यों ने भाजपा के प्रति समर्थन जाहिर किया है. इसके अलावा दो निर्दलीय विधायकों ने भी अपना समर्थन जताया है.

इस शपथ ग्रहण समारोह में देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह मौजूद रहेंगे.  मनोहर पर्रिकर तीसरी बार गोवा के सीएम पद की शपथ लेंगे. आइए नजर डालते है मनोहर पर्रिकर के सियासी सफर पर...

शिक्षा व निजी जीवन
मनोहर पर्रिकर का पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर है, पर्रिकर का जन्म 13 दिसबंर 1955 को गोवा के मापुसा टाउन में हुआ. पर्रिकर की स्कूलिंग मारगो के लोएला हाई स्कूल में हुई, पर्रिकर की शिक्षा मराठी में हुई और बाद में ग्रेजुएशन के लिए वो मुंबई आईआईटी गए. जहां से 1978 में उन्होंने अपनी बीटेक पूरी की. मनोहर पर्रिकर की पत्नी का नाम मेधा पर्रिकर है, लेकिन अब वो इस दुनिया में नहीं है, साल 2001 में कैंसर से ग्रसित होने के कारण उनका देहांत हो गया. पर्रिकर के दो बेटे है जिनका नाम उत्पल पर्रिकर और अभिजात पर्रिकर है. उत्पल ने अमेरिका की मिशिगन स्टेर यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में डिग्री ली है और अभिजात लोकल बिजनेसमैन हैं. 
  

दो बार पहले भी बन चुके हैं गोवा के मुख्यमंत्री
मनोहर पर्रिकर इससे पहले दो बार गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. पहली बार वो अक्टूबर 2000 से फरवरी 2005 तक सीएम थे. मनोहर पर्रिकर भारत के किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आई.आई.टी. से ग्रेजुएशन की थी. 24 अक्टूबर 2000 को वह गोवा के मुख्यमन्त्री बने लेकिन उनकी सरकार 27 फ़रवरी 2002 तक ही चल पाई। जून 2002 में वह एक बार फिर विधानसभा सदस्य बने तथा जून 5, 2002 को फिर से मुख्यमन्त्री पद के लिये चयनित हुए. दूसरी बार मार्च 2012 से 8 नवंबर 2014 तक वो मुख्यमंत्री बने रहे. इसके बाद उन्हें इस पद से इस्तीफा देकर देश के रक्षा मंत्री का कार्यभार सौंपा गया.

रक्षा मंत्री के रूप में भी कई उपलब्धियां 
मनोहर पर्रिकर ने 9 नवंबर 2014 को देश के रक्षा मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला. सादगीपूर्ण जीवनशैली, साफ छवि के लिए जाने जाने वाले पर्रिकर ने रक्षा मंत्रालय में आने के बाद कई बड़े फैसले लिए. इस मौके पर हम आपको पर्रिकर के रक्षा मंत्री के कार्यकाल की बड़ी उपलब्धियों से रू-ब-रू करवा रहे हैं.

पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक
आपको याद दिला दें कि उरी में हुए आतंकी हमले में जवानों की शहादत का बदला अक्टूबर 2016 में भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों को ढेर करके लिया था. सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना के जाबांजों ने पाकिस्तान कई आतंकी कैंप ध्वस्त किए थे. सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त पूरी रात देश के रक्षा मंत्री ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे.

म्यांमार में सर्जिकल स्ट्राइक
भारतीय सेना मणिपुर में आतंकियों के खिलाफ पीछे साल के मई महीने म्यांमार सरहद पर खुफिया रिपोर्ट के बाद एक सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन पर मनोहर पर्रिकर की पैनी नजर थी और उन्हीं की निगरानी में इस अंतिम रूप दिया गया. इसके लिए पर्रिकर ने खुद उस वक्त के आर्मी प्रमुख को जमीनी हालात लेने के लिए भेजा था. 

राफेल सौदे पर मुहर 
लंबे वक्त से लटके राफेल फाइटर प्लेन के सौदे को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में हरी झंडी मिली. सितंबर 2016 में भारत और फ्रांस के बीच राफेल फाइटर प्लेन के सौदे पर हस्ताक्षर हुए. भारत दौरे पर आए फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां यीव ली ड्रियान और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए. फ्रांस से भारत 36 राफेल विमान खरीदेगा. यह सौदा 7.8 बिलियन यूरो में तय हुआ. अगर भारतीय रुपये में बात करें तो ये रकम करीब 59 हजार करोड़ होगी.  फ्रांस ने इस डील को मनोहर पर्रिकर की एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देखी जाती है, क्योंकि पिछले दिनों रक्षा सौदों को लेकर तमाम तरह के विवाद सामने आए थे. 

'OROP' लागू 
सैनिकों की 40 साल पुरानी 'वन रैंक वन पेंशन' की मांग को अमल के रास्ते पर ले जाने में उनकी बड़ी भूमिका देखी गई. पूर्व सैनिकों के साथ-साथ विपक्ष OROP को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की, लेकिन पर्रिकर ने इस मुद्दे को वक्त के साथ सुलझा लिया. OROP को सुलझाना मनोहर पर्रिकर की एक बड़ी उपलब्धि है. इसे लागू करने में तमाम अड़चने आईं लेकिन उन्होंने पूर्व सैनिकों से किए वादे को बेहद सरल तरीके से पूरा कर दिया.

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