प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर आई उन खबरों को खारिज किया जिसमें आरोप लगाया गया है कि हनीप्रीत गिरफ्तारी से पहले पंजाब पुलिस की हिरासत में थी.
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चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने उन खबरों को खारिज किया कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम की सहयोगी हनीप्रीत इंसां पंजाब पुलिस की हिरासत में थी या राज्य सरकार ने उन्हें संरक्षण दे रखा था. हरियाणा पुलिस ने सोमवार को 36 वर्षीय हनीप्रीत को जिरकपुर-पटियाला रोड से 25 अगस्त को राम रहीम को दोषी ठहराने के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया. पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य मामले में शामिल नहीं है और पंजाब ने हरियाणा पुलिस को सिर्फ खुफिया और अन्य प्रासंगिक जानकारियां मुहैया कराने में सहायता की है.
प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर आई उन खबरों को खारिज किया जिसमें आरोप लगाया गया है कि हनीप्रीत गिरफ्तारी से पहले पंजाब पुलिस की हिरासत में थी. प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा हनीप्रीत को हिरासत में लेने का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि राज्य में उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है और ना ही वह किसी वांछित सूची में है.
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प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब सरकार खासतौर पर पुलिस और खुफिया विभाग न्याय के हित में और क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पड़ोसी राज्य को सिर्फ जानकारी मुहैया करा रहा था. डेरा संकट उबरने के बाद से ही पंजाब पुलिस राम रहीम के अनुयायियों की गतिविधियों की जानकारी साझा कर रही है. राम रहीम को बलात्कार का दोषी ठहराया गया है.
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प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब सरकार ने हनीप्रीत को बचाने का प्रयास नहीं किया है. उसके खिलाफ हरियाणा में मामले दर्ज हैं और वहां उसे ‘वांछित अपराधी’ घोषित किया गया है.
पंजाब सरकार की यह सफाई मीडिया के एक तबके में आई रिपोर्टों के बाद आई है. मीडिया के एक तबके ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि डेरा प्रमुख की दत्तक पुत्री पंजाब पुलिस की हिरासत में थी और पंजाब सरकार का तंत्र हनीप्रीत को पनाह दे रहा था.
(इनपुट: भाषा)