हार्दिक ने गुजरात के किसानों के लिए कर्ज माफी और अपने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुये अनशन किया था. परीक्षा में पूछा गया सवाल उनके अनशन से संबंधित था.
Trending Photos
अहमदाबाद: गांधीनगर नगर निकाय में लिपिक पदों के लिए रविवार को आयोजित एक प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों से पाटीदार नेता हार्दिक पटेल से संबंधित प्रश्न पूछा गया. पटेल समुदाय के 25 वर्षीय नेता का 19 दिन लंबा अनशन बुधवार को समाप्त हुआ. हार्दिक ने गुजरात के किसानों के लिए कर्ज माफी और अपने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुये अनशन किया था. परीक्षा में पूछा गया सवाल उनके अनशन से संबंधित था. बहुवैकल्पिक प्रश्न था: हाल ही में अनशन पर बैठे हार्दिक पटेल को किस नेता ने पानी पिलाने की पेशकश की?
परीक्षार्थियों को इसके लिए चार विकल्प दिये गये थे: शरद यादव, शत्रुघ्न सिन्हा, लालू प्रसाद और विजय रुपाणी. इस सवाल का सही जवाह है- शरद यादव.
अनशन खत्म करने के बाद हार्दिक पटेल ने कहा था, 'विश्वास यह था कि अगर हम जिंदा रहे, हम लड़ेंगे और अगर हम लड़ेंगे, तो हम जिंदा रहेंगे.' उन्होंने कहा, 'अगर कोई बोलता है, तो उसे देश-विरोधी करार दिया जाता है और अगर कोई नहीं बोलता है तो उसे बेवकूफ समझकर खारिज कर दिया जाता है. मुझे लगता है कि देश-विरोधी कहलाना और चुप्पी साधने के स्थान पर अधिकारों के लिए लड़ना बेहतर होगा.'
पटेल ने कहा, 'मैं घोड़ा हूं. मैं थकने वाला नहीं हूं. मैं 19 दिन के अनशन के बाद रिचार्ज हो गया हूं और यह अगले 19 वर्षो के लिए दौड़ने का समय है.' यहां इस अवसर पर खोडलधाम और उमियाधाम के नेता मौजूद थे, जोकि गुजरात में लेऊवा और कड़वा के शीर्ष धार्मिक स्थान हैं. खोडलधाम के नेता नरेश पटेल ने कहा, 'अगर हार्दिक यहां है, हमारे पास सबकुछ होगा. अगर हार्दिक यहां नहीं होंगे, तो कुछ भी नहीं होगा.'
उमियाधाम संस्थान के नेता सी.के. पटेल ने कहा कि यह 'स्वर्णिम' दिन है. हमारे एक युवा ने नेताओं के आग्रह पर 19 दिन लंबी भूख हड़ताल खत्म करने का फैसला किया है. सी.के. पटेल ने कहा, 'हमने राज्य सरकार को ज्ञापन पहले ही सौंप दिया है और हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं. इसमें समय लग सकता है लेकिन हमें जवाब मिलेगा.'