राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष बनाएगा रणनीति, भाजपा सभी दलों से करेगी बात
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राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष बनाएगा रणनीति, भाजपा सभी दलों से करेगी बात

विपक्ष का 10 सदस्यीय उप-समूह बुधवार को दोपहर के बाद संसद में राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष के कार्यालय में बैठक कर सकता है. यह उप-समूह के गठन के बाद उसकी पहली बैठक होगी.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के साथ विपक्षी दलों के नेता बुधवार (14 जून) को अपनी रणनीति पर और आम-सहमति के उम्मीदवार पर फैसला करने के लिए विचार-विमर्श करेंगे. विपक्ष का 10 सदस्यीय उप-समूह बुधवार को दोपहर के बाद संसद में राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष के कार्यालय में बैठक कर सकता है. यह उप-समूह के गठन के बाद उसकी पहली बैठक होगी.

सूत्रों ने कहा कि विपक्षी नेता देश में सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए संभावित नामों पर चर्चा करेंगे, लेकिन इस संबंध में सरकार की पहल का भी इंतजार करेंगे. विभिन्न दलों के नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत के बाद संयुक्त विपक्ष इस बात की उम्मीद कर रहा है कि सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ परस्पर स्वीकार्य उम्मीदवार पर बात बन सकेगी.

अगर ऐसा नहीं होता तो विपक्ष राजग के उम्मीदवार के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारेगा. सूत्रों ने कहा कि 10 सदस्यीय समिति में कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे हैं. इसमें जदयू के शरद यादव, राजद के लालू प्रसाद और माकपा के सीताराम येचुरी जैसे वरिष्ठ विपक्षी नेता भी शामिल हैं. समिति में द्रमुक के राज्यसभा सदस्य आर एस भारती, सपा के रामगोपाल यादव, बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन और राकांपा के प्रफुल्ल पटेल भी हैं.

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सत्तारूढ़ खेमे ने अपने उम्मीदवार पर बात नहीं की है, लेकिन विपक्ष में कुछ नामों की अटकलें चल रही हैं. विपक्ष ने महात्मा गांधी के पौत्र और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी से बात की है. पूर्वलोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार के नाम पर भी विचार हुआ है. हालांकि पवार ने कहा कि वह दौड़ में नहीं हैं.

राष्ट्रपति चुनावों के लिए आधिकारिक अधिसूचना बुधवार (14 जून) को जारी होगी. जिसके साथ नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होगी. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को होगा और मतगणना 20 जुलाई को होगी. 

राष्ट्रपति चुनाव : नायडू ने कहा कि 'लोकतंत्र की सच्ची भावना' से सभी दलों से बात करेगी भाजपा

वरिष्ठ केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार (13 जून) को कहा कि भाजपा लोकतंत्र की सच्ची भावना से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर व्यापक आमसहमति बनाने के लिए सभी राजनीतिक दलों से बात करेगी. नायडू ने पार्टी प्रमुख अमित शाह द्वारा उनसे तथा वित्ता मंत्री अरुण जेटली से मिलने के बाद यह बात कही.

उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया ''लोकतंत्र की सच्ची भावना'' के साथ पूरी की जाएगी. उन्होंने हालांकि सभी से अपील की कि उन्हें जनता के जनादेश पर आगे बढना चाहिए जो केवल सरकार के साथ है. नायडू भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा सोमवार (12 जून) को गठित तीन सदस्यीय समिति में शामिल हैं. 

यह समिति आगामी चुनाव में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर भाजपा के सहयोगी दलों तथा विपक्षी दलों के साथ विचार विमर्श करेगी. वित्त मंत्री अरुण जेटली और गृह मंत्री राजनाथ सिंह भाजपा की इस समिति के दो अन्य सदस्य हैं. इस पद के लिए नामांकन दायर करने की प्रक्रिया बुधवार (14 जून) से शुरू होगी. चुनाव 17 जुलाई को होगा और मतगणना 20 जुलाई को होगी. नायडू ने कहा, ''हमने आंतरिक विचार विमर्श शुरू किया है. हम सत्तारूढ़ पार्टी हैं और हमें सभी के विचार लेने हैं और (राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए) व्यापक आमसहमति बनाने के लिए काम करेंगे और उनका समर्थन मांगेंगे."

शाह ने राष्ट्रपति चुनाव संबधित भाजपा की टीम में रखकर मेरा भला किया है : नायडू 

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दौड़ में शामिल माने जा रहे केन्द्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार (13 जून) को कहा कि भाजपा प्रमुख अमित शाह ने उन्हें एक समिति में मनोनीत कर अटकलों पर रोक लगा दी है. इस समिति को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने के लिए गठबंधन भागीदारों एवं विपक्ष से बातचीत करने की जिम्मेदारी दी गयी है. नायडू ने कहा, ''मेरे अध्यक्ष (अमित शाह) ने कल (सोमवार, 12 जून) समिति में मुझे शामिल कर मेरा भला किया है ताकि अटकलें खत्म हो सकें.''

नायडू को उस समिति का अध्यक्ष बनाया गया था जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को भी रखा गया है. इस समिति को अन्य राजनीतिक दलों से बातचीत कर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आम सहमति बनाने की जिम्मेदारी दी गयी है. भाजपा के पूर्व अध्यक्ष 67 वर्षीय नायडू को राष्टपति पद के लिए एक शीर्ष दावेदार माना जा रहा था.

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