राहुल गांधी का भाजपा पर तंज: जब वे नकाम होते हैं, तो लोगों को बांटते हैं
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राहुल गांधी का भाजपा पर तंज: जब वे नकाम होते हैं, तो लोगों को बांटते हैं

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र में तीन साल पूरा करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार पर शुक्रवार (26 मई) को तंज कसते हुए आरोप लगाया कि जब वह काम करने में नाकाम होती है, तो लोगों को बांटती है और मुद्दे से भटकाती है. 

राजग सरकार के तीन साल होने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर तंज कसा. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र में तीन साल पूरा करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार पर शुक्रवार (26 मई) को तंज कसते हुए आरोप लगाया कि जब वह काम करने में नाकाम होती है, तो लोगों को बांटती है और मुद्दे से भटकाती है. 

राहुल गांधी के कार्यालय द्वारा संचालित ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया, "जब वह काम करने में नाकाम होते हैं, तो लोगों को बांटते हैं और उन्हें मुद्दे से भटकाते हैं. लेकिन आक्रोश तथा नफरत नौकरी या समाधान में तब्दील नहीं होगा."

भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की राजग सरकार ने शुक्रवार (26 मई) को तीन साल पूरा कर लिया. 

राहुल को नहीं मिली सहारनपुर जाने की इजाज़त

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में जाने से रोक दिया गया है. सहारनपुर जिला प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमति देने से इंकार कर दिया. जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बबलू कुमार ने शुक्रवार (26 मई) को बताया कि राहुल को सहारनपुर आने की अनुमति नहीं दी गयी है. इस बारे में जिलाधिकारी पीके पाण्डेय ने बताया कि कांग्रेस कमेटी ने प्रशासन से राहुल गांधी के दौरे को लेकर अनुमति मांगी थी. इस सम्बध में एलआईयू सहित कई गुप्तचर विभागों की रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी.

शहर कांग्रेस अध्यक्ष शशि वालिया ने बताया कि कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के सहारनपुर दौरे के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने अनुमति देने से इंकार कर दिया. राहुल का गुरुवार (25 मई) को शब्बीरपुर गांव जाने का कार्यक्रम था, जहां पांच मई को दलितों के मकानों को आग लगायी गयी थी.

सहारनपुर में इस महीने कई बार जातीय संघर्ष की घटनाए हुई. करीब 40 दिन पहले अंबेडकर जयंती पर जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी. पांच मई को दो समुदायों के बीच संघर्ष में एक व्यक्ति मारा गया और 15 अन्य घायल हो गये थे.

नौ मई को करीब दर्जन भर पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और 12 पुलिसकर्मी घायल हो गये जबकि 23 मई को एक अन्य व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी और दो अन्य को घायल कर दिया गया. उसके बाद सरकार ने एसएसपी और जिलाधिकारी को निलंबित कर दिया जबकि मंडलायुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक के तबादले कर दिये.

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