पिछले तीन सालों में मनरेगा के तहत बेरोजगारों को नहीं मिल पाया काम, ऐसे हैं हालात
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पिछले तीन सालों में मनरेगा के तहत बेरोजगारों को नहीं मिल पाया काम, ऐसे हैं हालात

केवल 100 दिन का पूरा रोजगार पाने वालों की संख्या ही नहीं घटी, बल्कि लाखों परिवार ऐसे हैं जिन्हें सालभर या तो एक भी दिन काम नहीं मिल पाया या 1 से 10 दिन का कार्य ही मिला. 

पिछले तीन सालों में मनरेगा के तहत बेरोजगारों को नहीं मिल पाया काम, ऐसे हैं हालात

जयपुर: सौ दिन रोजगार की गारंटी देने वाली मनरेगा में अच्छे कार्य के लिए दो जिलों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला, लेकिन जब पूरे राजस्थान के आकंडे खंगाले गए तो पता चला कि यहां स्थिति बहुत ही खराब है. यहां पिछले तीन सालों में सौ दिन रोजगार पाने वाले परिवारों की संख्या आधी हो गई है और अब केवल 5 फीसदी परिवारों को पूरा काम मिल पाया है. बाकी 95 फीसदी मजदूरों को 100 दिन काम नहीं मिल पाया. 

हर परिवार को सौ दिन रोजगार की गारंटी देने वाली योजना में वर्ष 2015-16 में जहां 45 लाख परिवारों में से महज 4 लाख 68 हजार परिवारों को 100 दिन काम मिला. वहीं वित्तीय वर्ष 2018 समाप्त होते होते यह संख्या सवा दो लाख ही रह गई है. केवल 100 दिन का पूरा रोजगार पाने वालों की संख्या ही नहीं घटी, बल्कि लाखों परिवार ऐसे हैं जिन्हें सालभर या तो एक भी दिन काम नहीं मिल पाया या 1 से 10 दिन का कार्य ही मिला. जिस समय मनरेगा शुरू किया गया था, तब लक्ष्य बनाया गया था कि सरकार ग्रामीण क्षेत्र में हर परिवार को न्यूनतम 100 दिन रोजगार देगी. 

हालांकि, सबसे ज्यादा 40 फीसदी परिवारों को सिर्फ वर्ष 2008 में 100 दिन रोजगार मिला था. बाद के वर्षों में देखे तो वर्ष 2015-16 और 2016-17 में आकंडा औसत 10 प्रतिशत के करीब रहा था, लेकिन 2017-18 में यह घटकर आधा यानि 5 फीसदी ही रह गया है. वैसे मनरेगा में हाल ही में अच्छे काम के लिए राजस्थान के दो जिले झालावाड़ और अजमेर को राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. 

इस पूरे मामले को लेकर सरकार में पंचायतीराज मंत्री राजेंद्र राठौड का कहना है कि निश्चित रूप से इस बार मनरेगा में काफी धीमी चाल थी. जिसके चलते मनरेगा में लाभार्थियों को 100 दिन का रोजगार नहीं मिला. विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि आने वाले महीनों में जल्द से जल्द मनरेगा की रफ्तार को तेज किया जाए योजनाओं में भी तेजी लाने का प्रयास विभाग कर रहा है.

2017-18 में ये है रोजगार का हाल

दिन               परिवारों को रोजगार 
1 से 14           5 लाख 73 हजार 536
15 से 30          7 लाख 73 हजार 52
31 से 40          4 लाख 76 हजार 258
41 से 50          4 लाख 51 हजार 953
51 से 60          3 लाख 83 हजार 556
61 से 70          3 लाख 74 हजार 717
71 से 80          3 लाख 75 हजार 204
81 से 99          8 लाख 78 हजार 228
100 से 150        2 लाख 28 हजार 88

मनरेगा में 100 दिन रोजगार नहीं मिलने से योजना पर सवाल खडे हो गए हैं. अब आने वाले दिनों देखना यह होगा कि आखिर पंचायतीराज विभाग किस तरीके से तेजी से कार्रवाई करता हुआ अपनी रफ्तार तेज करेगा और कब दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.

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