माउंट आबू के जवाई गांव में लड़की की शादी के बाद उसके पति को उसके घर आकर बसाना पड़ता है. माउंट आबू के कुल 16 गांव हैं.
इस गांवे में यह परंपरा आज की नहीं बल्कि 700 साल पुरानी है.
कहा जाता है कि इस गांव की एक लड़की से शादी करने के बाद उसका पति यहीं रहने लग गया था, जिसके चलते इस गांव का नाम जवाई रखा गया.
यहां रहने वाले एक शख्स ने बताया कि 700 साल पहले इस गांव में बहुत सारी लड़कियां थी, जिनकी शादी एक समस्या बन गई थी.
ऐसे में दो भाइयों जीवाजी और कान्हाजी ने यहां रहने वाली दो लड़कियों से शादी की. इसमें से जीवाजी की शादी रंबा से हुई, जिसने जवाई गांव को बसाया.
वहीं, कान्हाजी ने पवना से शादी की और उसने जवाई गांव से 10 किलोमीटर दूर कनारी ढाणी बसाई.
वर्तमान में इस गांव में सिर्फ 40 परिवार रहते हैं, जो परमार राजपूत हैं.
वहीं, यहां कुल 250 लोग रहते हैं, जिसमें कुछ लोग खेती और कई गाड़ी चलाकर अपना गुजारा करते हैं.
जवाई गांव से कुछ दूर आजा माताजी का 1300 साल पुराना मंदिर स्थित है.
लोगों को कहना है कि जब इस मंदिर में शाम को घंटी बजती है, तो उससे एक साथ 99 झालरों की आवाज गूंजती है.