राज्यसभा का 243वां सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, पेश किए गए 13 निजी विधेयक
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राज्यसभा का 243वां सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, पेश किए गए 13 निजी विधेयक

केन्द्रीय मंत्री एवं मध्य प्रदेश से निवार्चित होकर आये अनिल माधव दवे एवं और कांग्रेस के पी. गोवर्धन रेड्डी के निधन होने के कारण उनके शोक में सदन की बैठक पूरे दिन के लिये स्थगित रही.

सत्र के दौरान भारत छोड़ो आंदोलन के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर सदन में विशेष चर्चा हुई और एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: राज्यसभा का 17 जुलाई से शुरू हुआ 243वां सत्र शुक्रवार (11 अगस्त) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया और इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण करीब 25 घंटे का कामकाज बाधित हुई. इस दौरान जहां हामिद अंसारी का कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें विदाई दी गयी वहीं आज (शुक्रवार, 11 अगस्त) को नए सभापति एम वेंकैया नायडू का स्वागत किया गया. सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार (11 अगस्त) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं नेता प्रतिपक्ष गुलामनबी आजाद सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने नायडू का सदन में अभिनंदन किया. इसके बाद नायडू ने अपने पारंपरिक संबोधन के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दी. इससे पहले सदन में वंदे मातरम की धुन बजायी गयी.

सत्र के दौरान हुई कुल 19 बैठकों में दलितों एवं अल्पसंख्यकों को पीट पीट कर मार देने की घटनाओं, किसानों एवं कृषि का संकट, गुजरात में विधायकों की कथित खरीद फरोख्त, रसोई गैस सिलेंडर से सब्सिडी को क्रमिक रूप से हटाने, कर्नाटक में एक मंत्री के परिसरों पर आयकर छापे जैसे विभिन्न मुद्दों पर लगभग 25 घंटे तक सदन की कार्यवाही में व्यवधान रहा. हालांकि सदन ने सात घंटे अतिरिक्त काम करके इसकी भरपाई करने का प्रयास किया.

सरकार सत्र के दौरान नौ विधेयकों को पारित कराने या वापस लेने में कामयाब रही. इनमें फुटवियर डिजायन एवं विकास संस्थान विधेयक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान संशोधन विधेयक, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकीय संस्थान (सार्वजनिक निजी भागीदारी) विधेयक, संविधान (123वां) संशोधन विधेयक, बच्चों को निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार विधेयक, बैंकिंग नियमन (संशोधन) विधेयक आदि शामिल हैं.

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के प्रावधान वाले संविधान (123 वां) संशोधन विधेयक पारित कराने के दौरान सरकार की काफी किरकिरी हुई क्योंकि विपक्ष के एक महत्वपूर्ण संशोधन को सदन की मंजूरी मिलने से इस विधेयक का पूरा एक उपबंध विधेयक के साथ पारित नहीं हो पाया. अब यह विधेयक पुन: लोकसभा में जायेगा. सत्र के दौरान गोवा के भाजपा सदस्य विनय दीनू तेंदुलकर और मध्य प्रदेश की भाजपा सदस्य संपतिया उइके ने सदन की सदस्यता की शपथ हुई. इस दौरान बसपा प्रमुख मायावती एवं वैंकेया नायडू का इस्तीफा भी स्वीकार किया गया.

केन्द्रीय मंत्री एवं मध्य प्रदेश से निवार्चित होकर आये अनिल माधव दवे एवं और कांग्रेस के पी. गोवर्धन रेड्डी के निधन होने के कारण उनके शोक में सदन की बैठक पूरे दिन के लिये स्थगित रही. सत्र के दौरान भारत छोड़ो आंदोलन के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर सदन में विशेष चर्चा हुई और एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया. सत्र के दौरान 13 निजी विधेयक पेश किये गये तथा दो निजी विधेयकों को वापिस लिया गया या खारिज किया.

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