कर्नाटक में एचडी देवगौड़ा ने अपने उम्मीदवार के लिए कांग्रेस से समर्थन मांगा था, लेकिन सिद्धरमैया ने जनता दल सेकुलर को ठेंगा दिखा दिया और पार्टी ने तीसरा उम्मीदवार भी खड़ा कर दिया.
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नई दिल्ली/शादाब सिद्दीकी: राज्यसभा के चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने 9 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जिन नामों पर दांव खेला है, उनमें कुछ नाम चौकानेवाले हैं. खास बात यह है इन नामों में प्रोफेशनल, पत्रकार, वकील, पिछड़े वर्ग, दलित कवि, ब्राह्मण, मुसलमान और पार्टी के दो लॉयल कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया है. कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक से जिन 3 नेताओं को टिकट दिया है, उनमें जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नासिर हुसैन, दलित कवि एल. हनुमंथिया और वोक्कालिगा लीडर जी.सी चंद्रशेखर के नाम फाइनल किए हैं.
खास बात यह है कि कर्नाटक में पार्टी राज्यसभा की 2 सीटें तो आसानी से जीत सकती है, लेकिन तीसरी सीट पर उसे अतिरिक्त वोट की जरूरत पड़ेगी कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कांग्रेस आलाकमान को भरोसा दिलाया है कि वह जनता दल सेकुलर के कुछ वोटों को तोड़कर कांग्रेस के उम्मीदवार को जीता देंगे, हालांकि कर्नाटक में एचडी देवगौड़ा ने अपने उम्मीदवार के लिए कांग्रेस से समर्थन मांगा था, लेकिन सिद्धरमैया ने जनता दल सेकुलर को ठेंगा दिखा दिया और पार्टी ने तीसरा उम्मीदवार भी खड़ा कर दिया है, अब कर्नाटक का चुनाव रोचक हो गया है.
Congress has approved the following names to contest the Rajya Sabha elections pic.twitter.com/2hnbCnhm3b
— ANI (@ANI) March 11, 2018
गुजरात से नारायण भाई और आमि याग्निक
गुजरात से कांग्रेस ने नारायण भाई राठवा और महिला उम्मीदवार आमि याग्निक पर दांव लगाया है. नारायण भाई राठवा यूपीए-1 की सरकार में रेल राज्य मंत्री थे, लेकिन 2014 का लोकसभा चुनाव वह हार गए थे. डॉक्टर नारायण भाई राठवा सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल के करीबी माने जाते हैं और माना जा रहा है कि टिकट उन्होंने ही दिलाया है. वहीं आमि याग्निक का नाम चौंकाने वाला है क्योंकि उन को टिकट मिल जाएगा इसकी उम्मीद गुजरात कांग्रेस के नेताओं को नहीं थी. याग्निक मीडिया पैनलिस्ट हैं और पेशे से वकील हैं. यहां से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी भी मजबूत दावेदार थे, लेकिन उनको लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कह दिया गया.
राज्यसभा चुनाव: कांग्रेस की लिस्ट में चौंकाने वाले हैं कुछ नाम
झारखंड से धीरज साहू
झारखंड से पार्टी ने एक बार फिर धीरज साहू पर दांव लगाया है. धीरज साहू इससे पहले भी दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं. यह उनका तीसरा कार्यकाल होगा, धीरज साहू झारखंड के बड़े शराब व्यापारी हैं. धीरज साहू की जीत जेएमएम के अतिरिक्त वोटों से ही संभव हो पाएगी. झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हेमंत सोरेन पिछले हफ्ते राहुल गांधी से दिल्ली में राज्यसभा और विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर बातचीत करने आए थे. राहुल से मुलाकात के बाद कांग्रेस और जेएमएम का राज झारखंड में गठबंधन हो गया है और धीरज साहू की जीत में कोई बाधा नहीं है.
मध्य प्रदेश से रामजी पटेल
मध्य प्रदेश से कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग के नेता और पूर्व मंत्री रामजी पटेल को टिकट दिया है. रामजी पटेल काफी वक्त से राजनीति में हाशिए पर चल रहे थे और एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी के अंदर काम कर रहे थे. राहुल गांधी ने इन को टिकट देकर एक यह दिखाने की कोशिश की है कि पार्टी आम कार्यकर्ता को भी उच्च सदन में भेजना चाहती है. रामजी पटेल किसी जमाने में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेहद करीबी रहे थे.
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महाराष्ट्र से पत्रकार कुमार केतकर
वहीं कांग्रेस ने महाराष्ट्र से पूर्व मंत्री राजीव शुक्ला का टिकट काटकर वरिष्ठ पत्रकार कुमार केतकर पर दांव लगाया है. कुमार केतकर का नाम भी चौंकाने वाला है क्योंकि सीट के लिए सुशील कुमार शिंदे समेत पार्टी के तमाम सीनियर नेता लाइन में थे, लेकिन राहुल गांधी ने कुमार केतकर की उम्मीदवारी मंजूर कर ली. यह नाम महाराष्ट्र नेताओं के लिए एक सरप्राइज़ है. वहीं तेलंगाना से कांग्रेस ने बलराम नायक को टिकट दिया है और इनकी जीत सुनिश्चित मानी जा रही है.
पश्चिम बंगाल से कांग्रेस ने मशहूर वकील अभिषेक मनु सिंघवी को टिकट दिया है.
पश्चिम बंगाल से अभिषेक मनु सिंघवी
अभिषेक मनु सिंघवी टीएमसी के सहयोग से पश्चिम बंगाल से दोबारा राज्यसभा पहुंचेंगे. सूत्रों के मुताबिक अभिषेक मनु सिंघवी के लिए सोनिया गांधी ने ममता बनर्जी को फोन किया था और उनसे सहयोग मांगा था जिसके बाद ममता बनर्जी ने अभिषेक मनु सिंघवी के नाम पर मोहर लगा दी. राज्य सभा चुनाव और अभिषेक मनु सिंघवी की दावेदारी से कांग्रेस और टीएमसी एक दूसरे के नजदीक भी आए हैं.