J&K: गुलमर्ग रोपवे हादसे में सात की मौत, मुफ्ती सरकार ने दिए जांच के आदेश
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J&K: गुलमर्ग रोपवे हादसे में सात की मौत, मुफ्ती सरकार ने दिए जांच के आदेश

जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग जिले में रोप वे केबल टूटने से बड़ा हादसा हुआ है.रोपवे का केबल टूटने से केबिन गिर गया, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई. मृतकों में दो बच्चों समेत एक ही परिवार के चार सदस्य और स्थानीय गाइड शामिल हैं.

पुलिस के मुताबिक केबल कार की रस्सी टूटने से फंस गये करीब 150 लोगों को उन्होंने बचाया.

नई दिल्ली/श्रीनगर: उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले के लोकप्रिय स्की रिजॉर्ट गुलमर्ग में रविवार (25 जून) को एक रोपवे के बीच हवा में टूट जाने से दिल्ली के एक ही परिवार के चार सदस्यों और तीन टूरिस्ट गाइडों की मौत हो गयी. जम्मू कश्मीर सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये हैं.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि तेज हवाओं की वजह से एक पेड़ उखड़कर गुलमर्ग गंडोला के रोपवे पर जा गिरा. इससे लाइंस टूट गयी और केबल कार हवा से जमीन में गिर गयी. पुलिस के मुताबिक केबल कार की रस्सी टूटने से फंस गये करीब 150 लोगों को उन्होंने बचाया. गुलमर्ग गंडोला का संचालन करने वाले जम्मू एंड कश्मीर स्टेट केबल कार कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक रियाज अहमद ने कहा, 'हमने फंसे हुये लोगों को बचाने के लिये रोपवे को फिर से चालू किया.' 

अधिकारी ने कहा कि मृतकों में से चार दिल्ली के शालीमार बाग में रहने वाले एक परिवार के सदस्य थे. इनकी पहचान जयंत अंद्रास्कर, उनकी पत्नी मनीषा अंद्रास्कर और उनकी दो बेटियों अनाघा और जाहनवी के तौर पर हुई है.

उन्होंने कहा कि कश्मीर के तीन लोग- चोंटी पात्री बाबारेशी के रहने वाले मुख्तार अहमद और तंगमार्ग के रहने वाले जहांगीर अहमदतथा फारूक अहमद चौपन की भी इस हादसे में मौत हो गयी. पाछार के रहने वाले तारिक अहमद और एजाज अहमद इस हादसे में घायल हो गये और उन्हें श्रीनगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.

जम्मू-कश्मीर सरकार ने गुलमर्ग हादसे की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए

जम्मू-कश्मीर सरकार ने गुलमर्ग में हुए केबल कार हादसे की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस हादसे पर आश्चर्य और लोगों की मौत पर दुख जताते हुए घटना की उच्च-स्तरीय जांच कराने की घोषणा की.

एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि खुद ही बचाव अभियान की निगरानी कर रही महबूबा ने मृतकों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने इस हादसे में तीन स्थानीय नौजवानों की मौत पर भी शोक व्यक्त किया. प्रवक्ता ने बताया कि जैसे ही हादसे की सूचना मिली, कश्मीर के संभागीय आयुक्त बशीर खान की अगुवाई में अधिकारियों की एक टीम ने घटनास्थल पर बचाव कार्यों का पर्यवेक्षण किया.

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाया कि तेज हवाओं को देखते हुये एहतियाती कदम के तौर पर केबल कार सेवा को बंद क्यों नहीं किया गया. उन्होंने ट्वीट किया, 'भयावह खबर है. ..ऐसे में सवाल उठता है कि तेज हवाओं में केबल कार संचालन क्यों बंद नहीं किया गया. यह मानक संचालन प्रक्रिया है.'

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