लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने से खर्च में आएगी कमी : राष्ट्रपति
Advertisement

लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने से खर्च में आएगी कमी : राष्ट्रपति

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ कराने से खर्च और प्रबंधन के संदर्भ में कठिनाइयों को कम करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाने के लिए पहल करने को कहा।

लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने से खर्च में आएगी कमी : राष्ट्रपति

नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ कराने से खर्च और प्रबंधन के संदर्भ में कठिनाइयों को कम करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाने के लिए पहल करने को कहा।

प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रपति ने कहा, ‘अगर राजनीतिक दल संविधान में संशोधन करने के लिए सहमति बनाते हैं और अगर पहल चुनाव आयोग की ओर से किया जाता है क्योंकि आयोग ने निष्पक्ष व्यवहार की छवि हासिल की है, मैं समझता हूं तब ऐसा संभव हो पाएगा।’ 

उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से खर्च और प्रबंधन के संदर्भ में कई असुविधाओं को दूर किया जा सकता है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले भी इस विचार के पक्ष में रहे हैं। विधि एवं न्याय विभाग से जुड़ी संसद की स्थायी समिति द्वारा दिसंबर 2015 में अपनी रिपोर्ट में एक साथ चुनाव कराने का समर्थन करने के बाद सरकार ने इस विषय पर चुनाव आयोग से राय मांगी थी।

आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया था कि उसे इस वृहद कवायद के लिए करीब 10 हजार करोड़ रूपये, अधिक संख्या में ईवीएम और अधिक सुरक्षा बलों की जरूरत होगी। उसने कहा था कि इस उद्देश्य के लिए संविधान में संशोधन की जरूरत होगी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारतीय मतदाताओं ने कई अवसरों पर परिपक्वता का प्रदर्शन किया है और खंडित जनादेश नहीं दिया। 1984 और 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकारें बनी।

उन्होंने मतदाताओं की मदद करने और जरूरी आधारभूत सुविधा प्रदान करने के लिए चुनाव आयोग की भूमिका की सराहना की जिससे भारी संख्या में मतदाता बाहर आए और मतदान किया। प्रणब ने कहा कि 2014 के आम चुनाव में 66 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया जो सबसे अधिक था।

उन्होंने कहा कि निर्वाचन सदन में छोटे से स्थान से काम करने के बावजूद आयोग ने पूर्व में कठिन परिस्थितियों में चुनाव कराया है। उसने नौकरशाही और शिक्षकों की सहायता ली। इस समारोह को मुख्य चुनाव आयोग नसीम जैदी ने भी संबोधित किया।

Trending news