गिर के जंगलों में 3 शावकों के मिले शव, शेर द्वारा मारे जाने के मिले सबूत
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गिर के जंगलों में 3 शावकों के मिले शव, शेर द्वारा मारे जाने के मिले सबूत

वन विभाग के प्रमुख ने बताया की सामान्य तौर पर जंगल में अपने इलाके में अधिपत्य के लिए शेरो में हमेशा लड़ाईया होती रहती है.

गिर के जंगलों में 3 शावकों के मिले शव, शेर द्वारा मारे जाने के मिले सबूत

हनीफ खोखर/ निर्मल त्रिवेदी, अहमदाबादः गिर के जंगल में पूर्व भू -भाग पर स्थित दलखानिया रेंज में वायरस के कारण 23 शेरो की मौत के बाद और तीन कब (शावक )की इनफाइट के कारण मौत हो गई है. लगभग 3 से 4 माह की उम्र वाले शावकों को किसी नर शेर द्वारा मार डाले जाने के साबूत मिले है. फिर भी वन-विभाग द्वारा एक्सपर्ट वेनेटरी ऑफिसर ,FSL और भी कई एक्सपर्ट का पेनल मिलकर इन शावकों का पोस्टमार्टम करवाकर गहराई से जांच करेगा. गिर के जंगल में 23 शेरों की मौत की खबर की स्याही अभी सुखी भी नहीं है की 3 और शावकों की मौत की घटना सामने आई है.

अमरेली जिले के रेवेन्यू इलाके के खांभा तालुका में खडाधार गांव की सिमा में वन विभाग को एक शावक के मृत अवस्था में पड़े होने की सूचना मिली, इस सुचना के तुरंत बाद तुलसीश्याम रेंज का स्टाफ तुरंत ही घटना स्थल पर पहुंच गया. घटनास्थल पर जांच करने के बाद वन विभाग को एक नहीं बल्कि तीन शावकों के शव बरामद हुए. इस बारे में जानकारी देते हुए वनविभाग मुख्य वन रक्षक दुष्यंत वसावड़ा ने जानकारी देते हुए बताया की तीन शावकों के सिर पर, पीठ पर पर और पेट के भाग पर केनाइन टीथ (राक्षसी दांत) के गहरे निशान स्पष्ट रूप से देखने मिल रहे है. उपरांत यहां जमींन पर शावकों के घसीटने और बड़ी संख्या में शावकों के फुट मार्क्स भी देखने मिले है. जिसको देखकर प्रथम दृष्टया इन शावकों की इन्फैट में मौत होने का साफ और स्पष्ट मालूम हो रहा है.            

वन विभाग के प्रमुख ने बताया की सामान्य तौर पर जंगल में अपने इलाके में अधिपत्य के लिए शेरो में हमेशा लड़ाईया होती रहती है. और इस लड़ाई में दूसरे ग्रुप का नर शेर एक नए ग्रुप पर अपना कब्ज़ा ज़माने के लिए पहुंचता है तो सबसे पहले यह नर शेर दूसरे ग्रुप के शावकों को ही अपना निशाना बनाता है. क्यों की वो शावक दूसरे शेर द्वारा पैदा किये गए होते है. इस वजह से गुस्पेठिया शेर दूसरे ग्रुप की शेरनी को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए और उस शेरनी से अपने बच्चे पैदा करने के लिए अक्सर इस तरह की लड़ाईया लड़ते है. 

दुष्यंत वसावड़ा ने आगे की जानकारी देते हुए बताया की इस घटना में भी खम्भा के भाणिया इलाके में दो नर शेर घूम रहे है और उन्होंने इन  तीन शावको  को मार दिया हो इस तरह का अनुमान हम लगा रहे है. इस तरह एक महीने में 23 के बाद एक और फिर उसके बाद 3 शावकों की मौत होने के बाद शेरो के मरने की कुल संख्या 27 तक पहुंच गई है. वही वन विभाग शेरो की इस तरह की मौतों को रोकने के लिए काफी प्रयत्न कर रहा  है . लेकिन इन तीन शावकों की मौत के बाद वन विभाग भी फिर एक बार सकते में है. 

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