केंद्र सरकार ने केरल में बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों के लिए 100 करोड़ की आर्थिक राशि देने का ऐलान किया है.
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नई दिल्ली : केरल में बारिश आफत बनकर बरस रही है. बारिश और बाढ़ के कारण यहां अब तक 37 लोगों के मरने की खबर है. 54,000 लोग बेघर हो चुके हैं. राज्य के उत्तरी और मध्य हिस्से में 8 अगस्त से हुई भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ के हालात बने हुए हैं, जोकि केरल के इतिहास में सबसे खराब स्थिति है. रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और राज्य में चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया.
केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर राहत और बचाव के कार्य चलाए जा रहे हैं. इसी क्रम में विदेश मंत्रालय ने भी बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देते हुए कहा है कि बाढ़ और बारिश के कारण जिन लोगों के पासपोर्ट नष्ट हो गए हैं, बिना किसी शुल्क के उनके पासपोर्ट बदले जाएंगे. विदेश मंत्री सुषणा स्वराज ने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी देते हुए कहा कि हालात सामान्य होने पर प्रभावित लोग अपने-अपने पासपोर्ट सेवा केंद्र संपर्क करें और उन्हें बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के पासपोर्ट जारी करवा दिए जाएंगे.
बता दें कि केरल में इडुक्की, एर्नाकुलम और त्रिशूर के इलाके बाढ़ के पानी से अभी भी डूबे हुए हैं. सरकार ने बाढ़ में अपना घर और संपत्ति गंवाने वाले प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है. इसके अलावा केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने इडुक्की, वायनाड और अन्य जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. विजयन ने इसके साथ ही अपना घर गंवाने वाले को चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.
विजयन ने कहा कि राहत शिविरों में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 3,800 रुपये दिए जाएंगे. वायनाड में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से बड़े पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ है. जिले के करीब 10 हजार लोग 200 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
There are unprecedented floods in Kerala causing huge damage. We have decided that as the situation becomes normal, passports damaged on account floods shall be replaced free of charge. Please contact the concerned Passport Kendras. #KeralaFloods Pls RT
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) 12 अगस्त 2018
केंद्र ने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए त्रिशूर, एर्नाकुलम, अलप्पुझा, वायनाड, कोझिकोड और इडुक्की जिलों में एनडीआरएफ की 14 टीमें तैनात की गई हैं. ये टीमें चिकित्सा सहायता के साथ राहत सामग्रियों के वितरण का भी काम कर रही हैं. एनडीआरएफ की अन्य टीमें भी तैनात रखी गई हैं.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह रविवार को पर्यटन मंत्री के.जी. अल्फोंस के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया.
राजनाथ सिंह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, राज्य सरकार के मंत्रियों, मुख्य सचिव, केंद्रीय एजेंसियों व राज्य प्रशासन के अन्य शीर्ष अधिकारियों से केंद्र सरकार की एजेंसियों व राज्य सरकार द्वारा चलाए गए राहव व बचाव और खोज अभियान का जायजा लिया. राजनाथ सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि वास्तव में केरल के स्थिति भायवह है. यहां हुए नुकसान की भरपाई में काफी समय लगेगा. उन्होंने बाढ़ से बचाव, राहत और पुनर्वास के लिए केरल सरकार को 100 करोड़ की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है.