शिर्डी का भगवाकरण करने का आरोप, विरोध के बाद हटाए गए साइनबोर्ड और झंडे
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शिर्डी का भगवाकरण करने का आरोप, विरोध के बाद हटाए गए साइनबोर्ड और झंडे

विवादास्पद बोर्ड हटाने के लिए स्थानीय लोगों ने संस्थान को हप्तेभर का समय दिया था.

साईं मंदिर परिसर में लगे भगवा रंग के बोर्ड पर स्थानीय गांववालों ने सवाल उठाए थे.

शिर्डी (प्रशांत शर्मा/योगेश शर्मा): साईं संस्थान को आखिरकार शिर्डी के गांववालों के सामने झुकना ही पडा. साईं संस्थान ने विवादास्पद साइनबोर्ड मंदिर परिसर से हटा दिए हैं. इन बोर्ड पर 'द्वारकामाई मंदिर की ओर' लिखा गया था, जबकि पुराने बोर्ड पर 'द्वारकामाई मस्जिद' लिखा था. इसको लेकर गांववालों ने मंदिर परिसर के भगवाकरण के आरोप लगाए थे. विवादास्पद बोर्ड हटाने के लिए संस्थान को हप्तेभर का समय दिया गया. उससे पहले ही दो बोर्ड हटा दिए.

साईं मंदिर परिसर में लगे भगवा रंग के बोर्ड पर स्थानीय गांववालों ने सवाल उठाए थे. वहीं दो बोर्ड ऐसे थे जिस पर 'द्वारकामाई मंदिर की ओर' लिखा गया था. दरअसल, द्वारकामाई इलाके को द्वारकामाई मस्जिद कहा जाता है. द्वारकामाई की झोपड़ी पर भगवा रंग के बोर्ड पर सफेद अक्षरों से द्वारकामाई लिखा गया था. जिसके उपर भी गांववालों को आपत्ति है.

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साईं बाबा संस्थान की सीईओ रूबल अग्रवाल-गुप्ता ने बताया, संस्थान द्वारा प्रकाशित साहित्य की जांच करने के बाद पता चला कि बोर्ड पर साल 2001 से 'ओमसाईंनाथाय नम:' लिखा है. साथ ही साथ द्वारकामाई मस्जिद लिखा है. इसी बीच, एक बोर्ड पर 'द्वारकानमाई मंदिर' की ओर ऐसे लिखा गया था. जिसको बदलने की मांग गांववाले कर रहे थे. हमने इस बोर्ड को निकाला है. विश्वस्त मंडल के सामने यह मुद्दा रखा जाएगा. रूबल अग्रवाल ने कहा है कि गांववालों के भगवा रंग के इस्तेमाल पर आक्षेप को लेकर विश्वस्त मंडल को बताया गया है.  

हालांकि, मंदिर परिसर में लगे अन्य भगवा साइनबोर्ड अब भी वैसे ही है. गांववालों ने कहा है कि आठ दिनों के भीतर यह बोर्ड नहीं हटवाए गए तो वह खुद इस बोर्ड को हटा देंगे.

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