Trending Photos
गांधीनगर : देश में असहिष्णुता एवं राष्ट्रवाद पर जारी बहसों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि छात्र स्वयं को उससे अलग नहीं कर सकते जो बाहर की दुनिया में घटित हो रहा है।
सिंह ने कहा, ‘आज के युवा के पास भविष्य के लिए उज्ज्वल दृष्टि है। वे गरीबी, बेरोजगारी, असमानता, असहिष्णुता मुक्त विश्व चाहते हैं। हमारे छात्रों की जिम्मेदारी है कि वे हमारे समाज द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं के बारे में जागरूकता उत्पन्न करें और उसे फैलायें।’ सिंह गांधीनगर जिले में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शंकरसिंह वाघेला की ओर से संचालित शैक्षिक संस्था ‘बापू गुजरात विलेज’ में ‘भारत के भविष्य में छात्रों की भूमिका निर्माण’ विषय पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘छात्रों को इस सुंदर सपने के बारे में पता लगाने के साथ ही उसे साकार करने के लिए सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों में विभिन्न निर्णय करने वालों से हाथ मिलाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘एक अच्छी शैक्षिक व्यवस्था को हमारे संविधान में निहित मूल्य व्यवस्थाओं को प्रोत्साहित करना चाहिए।’ उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि वे आपदा प्रबंधन के क्षेत्र के साथ ही असामनता एवं गरीबी हटाने के लिए काम करें।
सिंह ने कहा, ‘छात्र सामाजिक तानाबान का अभिन्न हिस्सा हैं। उन्हें एक व्यक्ति के तौर पर स्वयं एवं समग्र रूप से समाज के बीच के संबंध के महत्व को समझना चाहिए..छात्रों का मुख्य कार्य अध्ययन है लेकिन यह उन्हें इसकी आजादी नहीं देता कि वे स्वयं को दुनिया में अपने आसपास होने वाली घटनाओं से अलग कर लें।’